जानिए अयोध्या के प्रसिद्ध त्रेता के ठाकुर मंदिर का पौराणिक इतिहास, धार्मिक विशेषता, दर्शन व आरती का समय, तथा मंदिर तक पहुँचने का संपूर्ण मार्ग।
त्रेता के ठाकुर मंदिर अयोध्या का एक प्राचीन और पवित्र धाम है, जहाँ भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और भरत की सुंदर प्रतिमाएँ स्थापित हैं। मान्यता है कि यह मंदिर त्रेतायुग की स्मृतियों से जुड़ा है और यहाँ दर्शन करने से भक्तों को पुण्य और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। इस लेख में जानिए त्रेता के ठाकुर मंदिर अयोध्या का इतिहास, धार्मिक महत्व और दर्शन की खास बातें।
त्रेता के ठाकुर मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में स्थित एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल है। इसे त्रेतानाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर उन श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जो भगवान श्रीराम को अपना आराध्य मानते हैं। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहाँ भगवान श्रीराम के दर्शन हेतु आते हैं।
ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने इसी स्थान पर अश्वमेध यज्ञ का आयोजन किया था। बाद में कुल्लू के राजा राघवेंद्र दास ने लगभग 300 वर्ष पूर्व इस स्थल पर मंदिर का निर्माण कराया। बाद में मराठा शासिका रानी अहिल्याबाई होल्कर ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया, जिससे यह आज भी भव्य रूप में सुरक्षित है।
श्रद्धालुओं की मान्यता है कि जो व्यक्ति इस मंदिर में लगातार 74 एकादशियों तक दीपक जलाता है, उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। विशेष रूप से कार्तिक मास की एकादशी को मंदिर में एक पारंपरिक भव्य समारोह आयोजित होता है, जिसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से यह समय दर्शन और यात्रा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है।
यह मंदिर पारंपरिक नागर शैली में निर्मित है और इसकी संरचना लाल लाखौरी ईंटों से की गई है। मंदिर के गर्भगृह में एक ही काले पत्थर पर उकेरी गई श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की सुंदर प्रतिमाएं स्थापित हैं। यह शिल्पकला और स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है।
सायंकाल आरती: 07:00 PM - 08:00 PM एकादशी विशेष आरती: 06:00 PM - 09:00 PM
त्रेता के ठाकुर मंदिर अयोध्या का प्रसाद
मंदिर में श्रद्धालु विशेष रूप से मलाई के लड्डू और मावे के पेड़े प्रसाद रूप में चढ़ाते हैं, जो अयोध्या की एक प्रसिद्ध विशेषता है।
हवाई मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा फैजाबाद एयरपोर्ट है, जो मंदिर से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग
अयोध्या रेलवे स्टेशन मंदिर से केवल 2.5 किलोमीटर दूर है, जहाँ से टैक्सी, रिक्शा और ऑटो की सुविधा उपलब्ध है।
सड़क मार्ग
अयोध्या बस डिपो त्रेता के ठाकुर मंदिर से मात्र 600 मीटर की दूरी पर है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध हैं, जिससे मंदिर तक पहुंचना आसान है।
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