जानिए गीता भवन मंदिर का इतिहास, दर्शन का समय, महत्व और कैसे पहुँचें।
दौर की एक प्रमुख आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक केंद्रस्थली है, जहाँ भगवद् गीता के उपदेशों पर आधारित सत्संग, सुंदरकांड पाठ और प्रेरक कार्यक्रम नियमित आयोजित होते हैं
गीता भवन मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के मनोरमागंज क्षेत्र, आगरा-मुंबई रोड पर स्थित है। यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र है, जहाँ सभी धर्मों के लोग आकर अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं। यह मंदिर किसी विशेष संप्रदाय से संबंधित न होकर जनसामान्य की भावनाओं को समर्पित है। यहाँ विभिन्न धर्मों के अनुयायी एकत्र होकर प्रार्थना करते हैं।
गीता भवन मंदिर का निर्माण वर्ष 1960 में बाबा लाल मुकुंद द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर गीता भवन ट्रस्ट, इंदौर द्वारा संचालित होता है, जो स्कूल, अस्पताल, हॉस्टल और रिसॉर्ट जैसी अन्य सेवाएं भी संचालित करता है। गीता भवन परिसर में एक विशेष अस्पताल भी स्थित है।
गीता जयंती पर यहाँ विशेष आयोजन होता है जिसमें बड़ी संख्या में भक्तगण सम्मिलित होते हैं। साधु-संतों के प्रवचन यहाँ नियमित रूप से होते हैं, जो भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करते हैं। मंदिर परिसर में एक विशाल पुस्तकालय है, जहाँ धार्मिक पुस्तकों, धर्मग्रंथों और अन्य साहित्य का बड़ा संग्रह है। भक्त यहाँ शांतिपूर्वक अध्ययन कर सकते हैं। इसके अलावा, पूरे वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे संगीत, नृत्य और नाटक आदि का आयोजन किया जाता है। मंदिर में एक विशाल प्रार्थना कक्ष भी है जहाँ भक्त एकाग्र होकर प्रार्थना कर सकते हैं।
गीता भवन मंदिर एक विशाल और भव्य ईमारत है। इसकी दीवारों और हॉल में महाभारत, रामायण और पुराणों से संबंधित चित्रों के माध्यम से कथाएं दर्शाई गई हैं। यहाँ सभी देवी-देवताओं की सुंदर प्रतिमाएं एक ही स्थान पर स्थापित हैं, जिससे यह मंदिर एकता और समरसता का प्रतीक बनता है। मंदिर का केंद्रीय हॉल अत्यंत विशाल है और इसकी दीवारों पर शानदार कलाकृतियां उकेरी गई हैं।
मंदिर दर्शन का समय: सुबह 07:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक
यहाँ सभी धर्मों के भगवानों की मूर्तियां हैं, इसलिए भक्त अपनी श्रद्धानुसार प्रसाद अर्पित कर सकते हैं।
यदि आप हवाई यात्रा से आना चाहते हैं, तो आपको इंदौर के अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट पर उतरना होगा। वहाँ से टैक्सी द्वारा आप आसानी से गीता भवन पहुँच सकते हैं।
निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर है, जो गीता भवन से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। स्टेशन से आप ऑटो या टैक्सी से मंदिर पहुँच सकते हैं।
इंदौर प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप बस या अपने निजी वाहन से आसानी से यहाँ पहुँच सकते हैं। इंदौर बस स्टैंड से मंदिर की दूरी भी बहुत कम है, जहाँ से ऑटो द्वारा पहुँचना सरल है।
गीता भवन मंदिर एक ऐसा स्थान है जहाँ अध्यात्म, संस्कृति और ज्ञान का संगम होता है। यह मंदिर न केवल इंदौर बल्कि पूरे भारत के श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
Did you like this article?
कंकाली माता मंदिर भोपाल के पास रायसेन जिले में स्थित है। जानिए इस प्राचीन मंदिर का इतिहास, दर्शन और आरती का समय, वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग।
जानिए श्री मध्य स्वामी मलाई मंदिर, भोपाल का इतिहास, दर्शन और अभिषेक का समय, मंदिर की वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग। भगवान कार्तिकेय को समर्पित यह मंदिर दक्षिण भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करता है।
शीतला माता मंदिर, इंदौर का प्राचीन इतिहास, दर्शन और पूजा का समय, धार्मिक महत्व और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर आस्था और प्रकृति के अद्भुत संगम का प्रतीक है।