शीतला माता मंदिर, इंदौर
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

शीतला माता मंदिर, इंदौर

जानिए शीतला माता मंदिर का इतिहास, दर्शन का समय, धार्मिक महत्व और वहां कैसे पहुँचें।

शीतला माता मंदिर, इंदौर के बारे में

शीतला माता मंदिर, इंदौर में स्थित एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है, जो देवी शीतला को समर्पित है। यह मंदिर विशेष रूप से शीतला अष्टमी के अवसर पर भक्तों द्वारा पूजा और अनुष्ठानों के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का वातावरण शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक है, जो श्रद्धालुओं को मानसिक शांति प्रदान करता है। आइये जानते हैं इसके बारे में

शीतला माता मंदिर, इंदौर

इंदौर से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर, मानपुर के रामपुरिया बुजुर्ग गांव में स्थित है शीतला माता मंदिर। यह मंदिर एक प्राचीन गुफा के भीतर स्थित है और चारों ओर से प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है। मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर शीतला माता जलप्रपात भी स्थित है, जिससे भक्त पूजा के साथ-साथ प्रकृति का आनंद भी लेते हैं। शीतला माता का यह मंदिर “शीतला माता वाटरफॉल” के नाम से भी जाना जाता है।

शीतला माता मंदिर का इतिहास

शीतला माता मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना माना जाता है। मंदिर की स्थापना को लेकर कोई सटीक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि माता की प्रतिमा स्वयंभू है और लगभग 1000 साल पुरानी है। एक अन्य मान्यता के अनुसार, इस मंदिर का जीर्णोद्धार 1857 में किया गया था।

शीतला माता मंदिर का महत्व

यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि माता शेर पर सवार होकर स्वयं दर्शन के लिए आती हैं। माता अपने भक्तों के कष्टों को दूर करती हैं और चेचक जैसे रोगों से भी बचाव करती हैं। मंदिर के निकट तीन प्राकृतिक गुफाएं हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि होल्कर काल में पिंडारी यहीं छिपे थे। स्कंद पुराण में शीतला माता को चेचक रोग की देवी माना गया है।

शीतला माता मंदिर की वास्तुकला

यह मंदिर एक प्राकृतिक गुफा में स्थित है, इसलिए इसका कोई पारंपरिक निर्माण कार्य नहीं हुआ है। गुफा के भीतर शीतला माता सिंदूरी रंग में पाषाण स्वरूप में विराजित हैं। गुफा के प्रवेश में ही माता के दर्शन होते हैं। मंदिर के भीतर भगवान शिव की पिंडी और नंदी की मूर्ति भी स्थापित है। माना जाता है कि शिव का यह रूप नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर जैसा ही है।

शीतला माता मंदिर का समय

शीतला माता मंदिर हर दिन सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।

शीतला माता मंदिर का प्रसाद

मंदिर में माता को चना, चिरौंजी, लड्डू और पुष्प अर्पित किए जाते हैं। श्रद्धालु माता को चुनरी भी चढ़ाते हैं।

शीतला माता मंदिर का यात्रा विवरण

हवाई मार्ग

सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर का देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट है। यहां से टैक्सी द्वारा मंदिर तक पहुँचा जा सकता है।

रेल मार्ग

इंदौर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। यहां से आप ऑटो, टैक्सी या बस से मंदिर जा सकते हैं।

सड़क मार्ग

इंदौर शहर सड़क मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा है। आप बस, टैक्सी या अपने निजी वाहन से भी मंदिर तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

निष्कर्ष

शीतला माता मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से भी भरपूर है। यहां आने वाले भक्तों को आध्यात्मिक शांति और प्राकृतिक आनंद दोनों का अनुभव होता है।

divider
Published by Sri Mandir·July 23, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

बाँके बिहारी मंदिर वृंदावन

बाँके बिहारी मंदिर वृंदावन का इतिहास, दर्शन और आरती के समय, वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर श्रीकृष्ण भक्तों के लिए अत्यंत पावन स्थल है।

right_arrow
Card Image

वेणी माधव मंदिर प्रयागराज

वेणी माधव मंदिर प्रयागराज का इतिहास, दर्शन और आरती का समय, वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर भगवान विष्णु के भक्तों के लिए अत्यंत पावन स्थल है।

right_arrow
Card Image

कालभैरव मंदिर उज्जैन

कालभैरव मंदिर उज्जैन का इतिहास, दर्शन और आरती का समय, वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर उज्जैन के रक्षक देवता कालभैरव को समर्पित एक रहस्यमयी और पवित्र स्थल है।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook