जानिए हनुमान मंदिर का इतिहास, दर्शन व आरती का समय और कैसे पहुँचें।
हनुमान मंदिर ऋषिकेश का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है। यह मंदिर भक्ति और आस्था के लिए जाना जाता है और यहाँ भक्तों को शक्ति, साहस और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। इस लेख में जानिए हनुमान मंदिर ऋषिकेश का इतिहास, धार्मिक महत्व और यहाँ दर्शन की खास बातें।
ऋषिकेश, जो योग नगरी के नाम से प्रसिद्ध है, अपने पवित्र और प्राचीन मंदिरों के लिए भी जाना जाता है। इन्हीं मंदिरों में से एक है राम झूला स्थित हनुमान मंदिर, जिसे मनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, बल्कि यहाँ प्रतिदिन होने वाला भजन-कीर्तन भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भी भर देता है।
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर का कोई लिखित ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है, लेकिन इससे जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। मान्यता है कि ऋषि मणि राम दास ने इसी स्थान पर घोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर हनुमान जी ने उन्हें दर्शन दिए थे। इसके बाद ऋषि मणि राम दास जी ने यहाँ हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की और एक मंदिर का निर्माण करवाया। तभी से यह स्थान हनुमान मंदिर के रूप में प्रसिद्ध हो गया।
हनुमान मंदिर में भक्त विशेष श्रद्धा के साथ आते हैं और अपनी मनोकामनाएं भगवान के चरणों में अर्पित करते हैं। जब मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, तो भक्त पुनः मंदिर आकर नारियल व चुनरी चढ़ाते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान हनुमान जी के दर्शन मात्र से सभी संकट दूर हो जाते हैं और भक्तों को परम शांति की अनुभूति होती है।
मंदिर की वास्तुकला
हनुमान मंदिर की वास्तुकला प्राचीन शैली को दर्शाती है। मंदिर की संरचना सरल है लेकिन इसमें आस्था की गहराई छिपी है। गर्भगृह में हनुमान जी की प्राचीन मूर्ति विराजमान है, और उनके साथ भगवान राम और माता सीता की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं। यहाँ भक्तों को भगवान शिव के भी दर्शन होते हैं, जो मंदिर की आध्यात्मिक गरिमा को और बढ़ा देते हैं।
हनुमान मंदिर का प्रसाद
मंदिर में श्रद्धालु फल, मिठाई, चना-चिरौंजी, गुड़ और रोट का भोग अर्पित करते हैं।
विमान मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट (देहरादून) है, जो मंदिर से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वहाँ से टैक्सी या ऑटो से मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।
रेल मार्ग
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से केवल 2 किलोमीटर की दूरी पर है। वहाँ से ऑटो के माध्यम से कुछ ही मिनटों में मंदिर पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
ऋषिकेश शहर अच्छी सड़क सुविधाओं से जुड़ा हुआ है। बस स्टैंड से मंदिर की दूरी लगभग डेढ़ किलोमीटर है। स्थानीय ऑटो सेवा द्वारा या पैदल भी मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। निजी वाहन से भी यहाँ पहुँचना बेहद सरल है।
हनुमान मंदिर, ऋषिकेश न केवल एक धार्मिक स्थल है बल्कि आस्था, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रतीक है। यहाँ आकर भक्त अपने मन की शांति और इच्छाओं की पूर्ति का अनुभव करते हैं।
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