जानिए इंदौर के नवग्रह शनि मंदिर का ज्योतिषीय महत्व, विशेष पूजा पद्धतियाँ, दर्शन और आरती का समय तथा यात्रा से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी।
नवग्रह शनि मंदिर इंदौर का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान शनि और नवग्रहों को समर्पित है। यहाँ भक्त विशेष रूप से शनिवार को पूजा-अर्चना करने आते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन और पूजन से शनि दोष, राहु-केतु दोष और ग्रह पीड़ा दूर होकर जीवन में शांति और समृद्धि मिलती है।
शनि देव का नाम सुनते ही अधिकतर लोगों के मन में भय उत्पन्न हो जाता है, किंतु उन्हें एक न्यायप्रिय देवता माना जाता है। वे मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं, अच्छे कर्म करने वालों पर कृपा और बुरे कर्म वालों को दंड। इंदौर स्थित नवग्रह शनि मंदिर में शनिदेव सौम्य और प्रसन्न मुद्रा में विराजमान हैं। सोने-चांदी के आभूषणों से शृंगारित यह स्वरूप भक्तों को भय से मुक्त कर प्रेम और श्रद्धा से भर देता है। माना जाता है कि यहां नवग्रह की आराधना करने से कुंडली दोष, शनि दोष, राहु की दशा, साढ़ेसाती, ढैय्या और कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। इसीलिए यहां विशेष पूजा हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं।
यह मंदिर लगभग 450 वर्षों से भी अधिक पुराना है और यहां शनिदेव की स्वयंभू प्रतिमा विराजमान है। यह भारत का एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां शनिदेव का 16 श्रृंगार किया जाता है। मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित यह मंदिर शनिदेव की भक्ति और लोकआस्था का केंद्र है, जहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
इस मंदिर में पूजा विधि विशेष और अनोखी है। यहां शनिदेव का अभिषेक तेल से नहीं, बल्कि दूध और जल से किया जाता है। उन्हें फूलों और शाही पोशाकों से सजाया जाता है, जिसमें लगभग छह घंटे का समय लगता है। आरती से ठीक पहले शहनाई बजाई जाती है, जो आरती पूर्ण होने तक लगातार चलती रहती है। श्रद्धालु इस मंदिर में आकर अपने पुराने जूते-चप्पल त्याग देते हैं, जिसे वे ‘पनोती छोड़ना’ मानते हैं।
मंदिर की वास्तुकला
मंदिर में मराठा और आधुनिक वास्तुकला का सुंदर संगम देखने को मिलता है। यह मजबूत स्तंभों पर बना विशाल परिसर है। गर्भगृह में शनिदेव की प्रसन्न मुद्रा में प्रतिमा स्थापित है। मंदिर के एकमात्र प्रवेश द्वार से होकर श्रद्धालु प्रवेश करते हैं। यहां नवग्रहों की प्रतिमाएं, साथ ही भगवान शिव और हनुमान जी की मूर्तियां भी स्थापित हैं।
मंदिर का प्रसाद
शनिदेव को फल, फूल, तेल, तिल, गुड़ और दूध का भोग अर्पित किया जाता है।
हवाई मार्ग
नवग्रह शनि मंदिर से निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट है, जो मंदिर से लगभग 9 किलोमीटर दूर है। एयरपोर्ट से मंदिर तक टैक्सी, ऑटो या बस से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से लगभग 4.5 किलोमीटर की दूरी पर है। स्टेशन से ऑटो या टैक्सी द्वारा मंदिर आसानी से पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
नवग्रह शनि मंदिर, इंदौर के सरवटे बस स्टैंड से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मध्य प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों से इंदौर के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही कई निजी बसें भी इंदौर तक संचालित होती हैं।
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