घोषार्क तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है
.अयोध्या, उत्तरप्रदेश, भारत
अयोध्या के फैजाबाद में स्थित प्राचीन सूर्य कुंड मंदिर दर्शन नगर के समीप स्थित है, जो कि प्राचीन सूर्य कुंड पर बना हुआ है। जो राम जन्मभूमि से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर है। जिसे घोषार्क तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस कुंड का पानी बहुत ही अद्भुत है।
मंदिर का इतिहास
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब भगवान श्री राम का राज्याभिषेक हुआ था, तब राज्याभिषेक देखने के लिए सभी देवी देवता अयोध्या आए थे, तभी भगवान सूर्य देव भी अयोध्या आए थे और एक महीने वे दर्शन नगर के निकट रुके थे जिसे आज हम सूर्य कुंड के नाम से जानते हैं अब बात करें प्राचीन सूर्य कुंड के निर्माण कि तो माना जाता है कि शाकद्वीपीय ब्राह्मण राजा श्री दर्शन सिंह ने 19वीं शताब्दी की शुरुआत में इस कुंड का निर्माण करवाया था। क्योंकि राजा दर्शन सिंह को इस कुंड के पानी में दैविक शक्ति का अनुभव होने पर, उन्होंने यहाँ 7 दिन तपस्या करी। 7 वें दिन एक आकाशवाणी के मार्गदर्शन पर इस कुंड की खुदाई करवाने पर सात घोड़ों के रथ वाली सूर्यदेव की मूर्ति, शिवलिंग तथा ढ़ेरों धन प्राप्त हुआ। उस धन से उन्होंने यहाँ इस सूर्य मंदिर का निर्माण करवाया।
मंदिर का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्राचीन सूर्य कुंड मंदिर इस कुंड में जो भी स्नान कर सूर्य देव को अर्घ्य देता है उसके सभी कष्ट दूर हो जाते है और सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। एक पौराणिक कथा के अनुसार आदिकाल में घोष नामक एक राजा के इस कुंड में स्नान करने पर उनका शरीर रोगमुक्त और दिव्य हो गया था। तब से यह माना जाता है की इस कुंड में स्नान करने से और इस कुंड का जल किसी भी प्रकार के चर्म रोग पर लगाने पर वह ठीक हो जाता है और शरीर रोगमुक्त हो जाता है। पौष के महीने में मकर संक्रांति के दिन सूर्य कुंड मंदिर में पूजा स्नान करने के लिए बहुत भीड़ उमड़ती है।
मंदिर की वास्तुकला
प्राचीन हिन्दू मंदिर निर्माण शैली में बने इस मंदिर में एक शिखर है। इस शिखर के ठीक नीचे सूर्य देव की प्रतिमा स्थापित है। सूर्य देव के चरणों में उनके पुत्र शनिदेव और पुत्री यमुना की अष्टधातु की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। वहीं सूर्य देव की प्रतिमा के साथ-साथ राम-सीता, शिव परिवार, हनुमानजी तथा शालिग्राम भी प्रतिष्ठित है।
मंदिर का समय
सुबह मंदिर खुलने का समय
06:00 AM - 12:00 PMसुबह आरती का समय
07:00 AM - 08:00 AMदिन में मंदिर बंद होने का समय
12:00 PM - 04:00 PMशाम को मंदिर खुलने का समय
04:00 PM - 08:00 PMसंध्या आरती का समय
07:00 PM - 08:00 PMमंदिर का प्रसाद
प्राचीन सूर्य कुंड मंदिर में कुमकुम, चावल, दूध, मिश्री, नारियल, गुड़, फल आदि का प्रसाद चढ़ाया जाता है। माना जाता है की जल में कुमकुम और मिश्री डालकर जल चढ़ाने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
यात्रा विवरण
मंदिर के लिए यात्रा विवरण नीचे दिया गया है