चंद्रमौलेश्वर शिव के साथ चंद्रदेव और शनिदेव की संयुक्त अराधना में भाग लेकर पाएं विष योग के प्रभावों से राहत और चिंता तथा रुकावटों से निकलने का मार्ग। ✨🕉️🌙
चंद्रमौलेश्वर शिव के साथ चंद्रदेव और शनिदेव की संयुक्त अराधना में भाग लेकर पाएं विष योग के प्रभावों से राहत और चिंता तथा रुकावटों से निकलने का मार्ग। ✨🕉️🌙
चंद्रमौलेश्वर शिव के साथ चंद्रदेव और शनिदेव की संयुक्त अराधना में भाग लेकर पाएं विष योग के प्रभावों से राहत और चिंता तथा रुकावटों से निकलने का मार्ग। ✨🕉️🌙
चंद्रमौलेश्वर शिव के साथ चंद्रदेव और शनिदेव की संयुक्त अराधना में भाग लेकर पाएं विष योग के प्रभावों से राहत और चिंता तथा रुकावटों से निकलने का मार्ग। ✨🕉️🌙
चंद्रमौलेश्वर शिव के साथ चंद्रदेव और शनिदेव की संयुक्त अराधना में भाग लेकर पाएं विष योग के प्रभावों से राहत और चिंता तथा रुकावटों से निकलने का मार्ग। ✨🕉️🌙
सोमवार एवं शनि नक्षत्र - शिव - विष योग शांति विशेष

चंद्रमौलेश्वर (शिव) पूजा और विष योग शांति हवन

शनि चंद्र (विश योग) के कारण होने वाले मानसिक तनाव, चिंता और जीवन में आने वाली रुकावटों से राहत की कामना करने वालों के लिए
temple venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश
pooja date
8 December, Monday, पौष कृष्ण चतुर्थी
పూజ బుకింగ్ ముగుస్తుంది
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
ఇప్పటి వరకు3,00,000+భక్తులుశ్రీ మందిర్ సేవా నిర్వహించిన పూజలలో పాల్గొన్నాను.
పూజా వీడియో పొందండి icon
పూజా వీడియో పొందండి
పూర్తి పూజా వీడియో 2 రోజుల్లో పంపబడుతుంది.
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది icon
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది
ఆలయంలోని ఉత్తమ పూజారి గారు మీ పూజని చేస్తారు.
జపించడానికి మంత్రం icon
జపించడానికి మంత్రం
ఆశీర్వాదం పొందుటకు విశేష మంత్రాలు క్రింద తెలుపబడ్డాయి
ఆశీర్వాదం బాక్స్ icon
ఆశీర్వాదం బాక్స్
ఆశీర్వాదం బాక్స్ మీ ఇంటి వద్దకే చేర్చబడింది.

चंद्रमौलेश्वर शिव के साथ चंद्रदेव और शनिदेव की संयुक्त अराधना में भाग लेकर पाएं विष योग के प्रभावों से राहत और चिंता तथा रुकावटों से निकलने का मार्ग। ✨🕉️🌙

ज्योतिषशास्त्र में कहा गया है कि जब शनि और चंद्रमा एक साथ सक्रिय होते हैं, तो विष योग नामक स्थिति बनती है। चंद्रमा मन, भावनाओं और मानसिक स्थिरता का प्रतीक माना जाता है, जबकि शनि अनुशासन, परीक्षाओं और गहरी चिंतनशील ऊर्जा से जुड़ा ग्रह माना गया है। इनके एक साथ आने पर व्यक्ति के मन में भारीपन, बेचैनी, अनिश्चितता और भावनात्मक दबाव बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। कई लोग इस समय जीवन में उलझनें, अनचाहे विलंब या मानसिक थकान का अनुभव करते हैं।

🕉️ जानें सोमवार और शनि नक्षत्र के विशेष संयोजन का महत्व

सोमवार भगवान शिव का प्रिय दिन माना गया है, और इसे मन को शांत करने और भावनाओं को संतुलित रखने के लिए विशेष समझा जाता है। जब यही दिन शनि नक्षत्र के प्रभाव के साथ आता है, तो मन से जुड़ी ऊर्जा अधिक संवेदनशील हो सकती है। पारंपरिक मान्यता है कि ऐसे समय में भगवान शिव की उपासना मानसिक स्थिरता, धैर्य और आंतरिक स्पष्टता की तलाश के लिए विशेष मानी जाती है।

🌙 चंद्रमौलेश्वर शिव, महादेव का वह रुप जो करते हैं मन, चंद्र और शांति का दिव्य संतुलन स्थापित
भगवान शिव का चंद्रमौलेश्वर स्वरूप इस बात का प्रतीक है कि वे मन के स्तर पर होने वाली उलझनों और भावनात्मक उतार–चढ़ाव को शांत करने की क्षमता का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके मस्तक पर स्थित चंद्रमा मन पर नियंत्रण, शांति और ठहराव का संकेत देता है। विष योग जैसी स्थिति में इस स्वरूप की उपासना को मन के बोझ और अंदर की अस्थिरता को समझने का एक आध्यात्मिक माध्यम माना जाता है।

🔥 विष योग शांति और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का महत्व

यह विशेष आयोजन पवित्र ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में किया जाएगा, जिसे आदि शिव ऊर्जा और दिव्य ध्वनि 'ॐ' के प्रतीक के रूप में पूज्य माना गया है। नर्मदा तट पर स्थित यह ज्योतिर्लिंग मन की शुद्धि, भावनाओं के संतुलन और ध्यान की गहराई के लिए अनुकूल वातावरण से जुड़ा माना जाता है। विष योग के दौरान ओंकारेश्वर में चंद्रमौलेश्वर शिव की उपासना मन को केंद्रित करने, भावनात्मक स्थिरता की तलाश करने और भीतर की उलझनों को समझने का एक पारंपरिक माध्यम मानी गई है।

📅 08 दिसंबर 2025 का विशेष दिन

इस दिन पौष कृष्ण चतुर्थी तिथि में शनि और चंद्रमा का प्रभाव सक्रिय रहेगा। इसलिए इस दिन शिव साधना को मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन की भावना के लिए बेहद प्रभावी माना गया है। यदि आप मानसिक दबाव, चिंता, उलझन या लगातार भावनात्मक थकान का अनुभव कर रहे हैं, तो श्री मंदिर के माध्यम से इस आयोजन में भाग लेकर मानसिक संतुलन और शांति की कामना कर सकते हैं।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, इन्हें स्वयंभू लिंग माना जाता है। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नाम के द्वीप पर स्थित है। यहां ज्योतिर्लिंग दो स्वरूप में मौजूद है। जिनमें से एक को ममलेश्वर के नाम से और दूसरे को ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर नर्मदा के दक्षिण तट पर ओंकारेश्वर से थोड़ी दूर स्थित है। अलग होते हुए भी इनकी गणना एक ही की जाती है। ओमकार का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। मान्यता है कि मां नर्मदा भी यहां स्वयं ॐ के आकार में बहती हैं। शास्त्रों के अनुसार ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में स्कन्द पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओम्कारेश्वर क्षेत्र की महिमा का उल्लेख है।

पौराणिक कथा के अनुसार भोलेनाथ तीनों लोकों के भ्रमण के बाद यहां रात्रि में शयन के लिए आते हैं। कहते हैं पृथ्वी पर ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां शिव-पार्वती रोज चौसर पांसे खेलते हैं। रात्रि में शयन आरती के बाद यहां प्रतिदिन चौपड़ बिछाए जाते हैं और गर्भग्रह बंद कर दिया जाता है। आश्चर्य की बात है कि जिस मंदिर के भीतर रात के समय परिंदा भी पर नहीं मार पाता है वहां हर दिन चौपड़ बिखरे पाए जाते हैं। यह तथ्य इस मंदिर के धार्मिक महत्व को और बढा देता है यही कारण है कि सभी तीर्थों के दर्शन पश्चात ओंकारेश्वर के दर्शन व पूजन विशेष महत्व है। तीर्थ यात्री सभी तीर्थों का जल लाकर ओमकारेश्वर में अर्पित करते हैं, तभी सारे तीर्थ पूर्ण माने जाते हैं अन्यथा वे अधूरे ही माने जाते हैं।

పూజా ప్యాకేజీని ఎంచుకోండి

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र सेवा, अन्नसेवा, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

శ్రీ మందిరం గురించి మన ప్రియమైన భక్తులు ఏమనుకుంటున్నారో చదవండి.
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

తరచుగా అడిగే ప్రశ్నలు