सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन
कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष

सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन

सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए
temple venue
श्री कावडी पलानी अंदावर मंदिर, सलेम, तमिलनाडु
pooja date
13 December, Friday, कार्तिगाई दीपम
Warning InfoBookings has been closed for this Puja
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
ఇప్పటి వరకు3,00,000+భక్తులుశ్రీ మందిర్ సేవా నిర్వహించిన పూజలలో పాల్గొన్నాను.
పూజా వీడియో పొందండి icon
పూజా వీడియో పొందండి
పూర్తి పూజా వీడియో 2 రోజుల్లో పంపబడుతుంది.
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది icon
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది
ఆలయంలోని ఉత్తమ పూజారి గారు మీ పూజని చేస్తారు.
జపించడానికి మంత్రం icon
జపించడానికి మంత్రం
ఆశీర్వాదం పొందుటకు విశేష మంత్రాలు క్రింద తెలుపబడ్డాయి
ఆశీర్వాదం బాక్స్ icon
ఆశీర్వాదం బాక్స్
ఆశీర్వాదం బాక్స్ మీ ఇంటి వద్దకే చేర్చబడింది.

सुरक्षा और बाधाओं के निवारण के लिए कार्तिगाई दीपम स्कंद शरणागति पूजा विशेष सुब्रमण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन

हिंदू धर्म में कार्तिगई दीपम का विशेष महत्व है। यह दक्षिण भारत के तमिलनाडु में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। इसे तमिल महीने कार्तिगई के दौरान मनाया जाता है और यह त्योहार दिव्य प्रकाश को समर्पित है, जो ज्ञान, साहस और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक है। कार्तिगई दीपम भगवान मुरुगन के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। भगवान मुरुगन को कार्तिकेय या स्कंद के नाम से भी जाना जाता है। इस त्योहार की उत्पत्ति भगवान मुरुगन के जन्म और उनके दिव्य उद्देश्य की कहानी से जुड़ी है। मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान शिव ने ब्रह्मा और विष्णु के बीच विवाद को सुलझाने के लिए स्वयं को अनंत ज्योति के रूप में प्रकट किया। इस दिव्य प्रकाश की पूजा के लिए ही कार्तिगई दीपम मनाया जाता है। इसके अलावा, भगवान शिव की तीसरी आंख से उत्पन्न दिव्य चिनगारियों से भगवान मुरुगन का जन्म हुआ, जो ज्ञान और साहस का प्रतीक हैं। इस दिन दीप जलाकर भक्त प्रकाश की अंधकार पर विजय का प्रतीक मनाते हैं और सर्वोच्च रक्षक भगवान मुरुगन से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, कार्तिगई दीपम ज्ञान के अनंत प्रकाश का प्रतीक है और माना जाता है कि इस पावन दिन भगवान मुरुगन की शरण में जाने से दिव्य सुरक्षा प्राप्त होती है और जीवन की चुनौतियां दूर होती हैं। शास्त्रों में सुब्रह्मण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन जैसे अनुष्ठानों का विशेष महत्व बताया गया है, जिनसे भगवान मुरुगन की कृपा प्राप्त की जाती है। सुब्रह्मण्य शक्ति कवचम में भगवान मुरुगन के कवच (रक्षा मंत्र) का पाठ किया जाता है, और वेल अर्चन में देवी पार्वती द्वारा भगवान मुरुगन को प्रदान किए गए पवित्र वेल (भाला) का पूजन किया जाता है। वेल को दिव्य ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, जो नकारात्मकता को समाप्त करता है और बाधाओं को दूर करता है। स्कंद पुराण के अनुसार, वेल भगवान मुरुगन की शक्ति और करुणा का प्रतीक है, जो उनकी शरण में आने वालों को सुरक्षा प्रदान करता है। इसी भावना से, कार्तिगई दीपम के शुभ अवसर पर श्री कवडी पलानी अंदावर मंदिर, सलेम में सुब्रह्मण्य शक्ति कवचम और वेल अर्चन का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पवित्र पूजा में भाग लें और भगवान मुरुगन से सुरक्षा और बाधाओं के निवारण का आशीर्वाद प्राप्त करें।

श्री कावडी पलानी अंदावर मंदिर, सलेम, तमिलनाडु

श्री कावडी पलानी अंदावर मंदिर, सलेम, तमिलनाडु
श्री कवडी पलानी अंदावर मंदिर की स्थापना की कथा पावयम्मल नामक एक दिव्य संदेशवाहक बालिका से जुड़ी है। पावयम्मल को एक अद्वितीय बालिका माना जाता था, जिसे ईश्वर का दूत कहा जाता था। मात्र 7.5 वर्ष की आयु में पावयम्मल की मुलाकात वडिवाम पंडित से हुई, जो पझानी की तीर्थ यात्रा पर थे। उन दिनों भविष्यवाणी करने को अक्सर अशुभ माना जाता था, लेकिन 15 वर्ष की आयु में पावयम्मल ने अपने आसपास के लोगों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं देना शुरू किया। बाद में, उन्होंने भगवान मुरुगन के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पझानी की यात्रा की। प्रारंभ में पझानी में स्थित भगवान मुरुगन के मंदिर के पास एक नया मंदिर बनाने की योजना थी, लेकिन बाद में इसे सलेम में बनाने का निर्णय लिया गया। 26 अगस्त 1946 को इस मंदिर की आधारशिला रखी गई और निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ।

मंदिर का निर्माण 23 जनवरी 1961 को पूरा हुआ और इसे श्री कवडी पलानी अंदावर मंदिर के रूप में प्रतिष्ठित किया गया। मुख्य गर्भगृह के साथ-साथ नवग्रहों (नौ ग्रहों) और अन्य देवताओं के लिए अलग-अलग मंदिरों का निर्माण किया गया, और कुम्भाभिषेकम (पवित्र अभिषेक समारोह) सम्पन्न हुआ। इसके बाद 1 फरवरी 1971 को मंदिर का विस्तार किया गया। इस दौरान भव्य राजा गोपुरम (शाही प्रवेश द्वार) और देवी काली, सूर्य और चंद्र देव के लिए अलग-अलग मंदिर बनाए गए। यह मंदिर भगवान मुरुगन का 9वां पडै वीड़ु (पवित्र निवास) भी माना जाता है, जो इसे भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाता है।

పూజా ప్యాకేజీని ఎంచుకోండి

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
1251
पार्टनर पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
2001
पारिवारिक पूजा  package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री कावडी पलानी अंदावर मंदिर में भगवान कार्तिकेय को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
3001
संयुक्त परिवार पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री कावडी पलानी अंदावर मंदिर में भगवान कार्तिकेय को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

శ్రీ మందిరం గురించి మన ప్రియమైన భక్తులు ఏమనుకుంటున్నారో చదవండి.
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

తరచుగా అడిగే ప్రశ్నలు