हनुमानजी के प्राचीन मंदिरों में से एक
.वाराणसी, उत्तरप्रदेश, भारत
उत्तरप्रदेश के वाराणसी में हनुमानजी का प्राचीन मंदिर स्थित है, जिसका नाम संकटमोचन मंदिर है। जो कि देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। जहां स्थित एक बड़े पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर तुलसीदास जी ने रामचरितमानस का कुछ भाग लिखा था। मंदिर में चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती भव्य रूप से मनायी जाती है। इस दौरान मंदिर में व्यापक संगीत कार्यक्रम होते हैं। जिसमें देश के प्रसिद्ध गायक अपना गायन करते हैं। मंदिर में मंगलवार और शनिवार को अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक श्रद्धालु आते हैं।
मंदिर का इतिहास
देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है काशी का संकट मोचन हनुमान मंदिर। पुराणों के अनुसार काशी का संकट मोचन मंदिर करीब चार सौ वर्ष पुराना है। तुलसीदास को यहां पर हनुमान जी के साक्षात दर्शन हुए थे, उसके बाद ही इस मंदिर का निर्माण संवत् 1631 से 1680 के बीच करवाया गया था। एक समय जब संत तुलसीदास अपने जीवन के अंतिम दिनों में अपने हाथ के असहनीय दर्द से पीड़ित थे। तब इसी मंदिर में उन्होंने हनुमान जी के संकट मोचन स्वरूप का ध्यान कर ” हनुमान बाहुक ” की रचना की थी।
मंदिर का महत्व
तुलसीदास जी हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे। एक बार उनकी बांह में बेहद पीड़ा होने लगी, तो उन्होंने हनुमान जी से शिकायत लगाई और कहा कि 'आप सभी के संकट दूर करते हैं, मेरा कष्ट दूर नहीं करेंगे क्या।' इसके बाद तुलसीदास जी ने नाराज होकर हनुमान बाहुक लिख डाली। पुराणों के अनुसार इस ग्रंथ को लिखने के बाद उनकी पीड़ा खुद ही समाप्त हो गई। हनुमान जी के इस मंदिर को लेकर लोगों की मान्यता है कि यहां पर हनुमान जी का अनुष्ठान और पूजा करने से वे जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं और उन्हें सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है।
मंदिर की वास्तुकला
वाराणसी के संकट मोचन हनुमान मंदिर को एक छोटा सा वन घेरता है। श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर में हनुमान जी की भव्य प्रतिमा है। यहां पर गोस्वामी तुलसीदास जी की तपस्या और पुण्य से हनुमान की यह मूर्ति दिखाई दी थी। इस मंदिर में हनुमानजी अपने भक्तों को दाएं हाथ से अभय दे रहे हैं, जबकि उनका बायां हाथ उनके हृदय पर है। हनुमान जी का यह मंदिर आस्था और निडरता का प्रतीक है, मंदिर के परिसर में प्रवेश करते ही सकारात्मकता महसूस होती है।
मंदिर का समय
सुबह मंदिर खुलने का समय
05:00 AM - 11:30 AMसुबह की आरती का समय
04:00 AM - 05:00 AMसायंकाल मंदिर खुलने का समय
09:00 PM - 10:00 PMसायंकाल आरती का समय
09:00 PM - 09:30 PMमंदिर का प्रसाद
संकट मोचन हनुमान मंदिर में भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए देसी घी के लड्डू, सिंदूर और तेल का तिलक, श्री हनुमान चालीसा, तुलसी और फूल की माला अर्पित करते हैं।
यात्रा विवरण
मंदिर के लिए यात्रा विवरण नीचे दिया गया है