परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
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परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक
श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष

शिव रुद्राभिषेक

परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए
temple venue
श्री गंगोत्री धाम, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, महामृत्युंजय महादेव मंदिर, पशुपतिनाथ महादेव मंदिर , उत्तर काशी, मध्य प्रदेश, काशी, हरिद्वार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश
pooja date
23 सितम्बर, सोमवार, श्राद्ध षष्ठी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं
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परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए श्राद्ध षष्ठी चार मोक्ष तीर्थ विशेष शिव रुद्राभिषेक

सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। इस अवधि में पड़ने वाली सभी तिथियों का अपना अलग महत्व होता है, जिसमें से एक है षष्ठी तिथि। इस तिथि पर उन पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं, जिनकी मृत्यु हिंदु पंचांग के अनुसार, किसी भी षष्ठी तिथि को हुई हो। हिंदु धर्म ग्रंथों के अनुसार, 'पितृ दोष' पूर्वजों की अधूरी इच्छाओं और नकारात्मक कर्मों के कारण होता है। पितृदोष के कारण जीवन में आर्थिक हानि, गृह क्लेश आदि जैसी कई तरह की समस्याओं का सिलसिला लगा ही रहता है। शास्त्रों के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान रुद्राभिषेक करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है। यही कारण है कि पितृ पक्ष में भक्तगण भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक करते हैं, क्योंकि भगवान शिव के रौद्र रूप को मृत्यु, विनाश और अंततः मोक्ष का प्रतीक माना जाता है। रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान शिव के रुद्र रूपी शिवलिंग का मंत्रोच्चार के साथ पवित्र जल, दूध, शहद और अन्य सामग्रियों से स्नान कराना। इसीलिए माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध षष्ठी तिथि पर रुद्राभिषेक करने से न केवल पितृ दोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि परिवार में खुशहाली और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इस बार श्राद्ध षष्ठी तिथि सोमवार को पड़ रही है और सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। ऐसे में इस दिन रुद्राभिषेक का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। यदि यह रुद्राभिषेक एक साथ कई मोक्ष तीर्थ स्थानों पर किए जाएं तो यह ज्यादा फलदायी हो सकते हैं। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, मोक्ष तीर्थ स्थानों पर रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए पहली बार इन पवित्र मोक्ष तीर्थ स्थानों पर एक साथ रुद्राभिषेक का आयोजन किया जा रहा है :

श्री गंगोत्री धाम, उत्तराखंड: श्री गंगोत्री धाम, मां गंगा का उद्गम स्थल है। मान्यता है कि इसी स्थान पर भगीरथ जी ने परिवार के मोक्ष के लिए तपस्या की थी और भगवान शिव ने मां गंगा को जटाओं में धारण किया था। माना जाता है कि इस स्थान पर रुद्राभिषेक करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्य प्रदेश: ओंकारेश्वर भगवान शिव के 12वें ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मान्यता है कि यहां रुद्राभिषेक करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और धन धान्य का आशीष मिल सकता है।

महामृत्युंजय महादेव मंदिर, काशी: काशी के महामृत्युंजय मंदिर में रूद्राभिषेक के द्वारा आरोग्य की प्राप्ति यानि अच्छे सेहत की कामना की जाती है। यह देश का एकलौता मंदिर है जहां महादेव, मृत्युंजय रूप में विराजित हैं।

पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार: हिंदू धर्म ग्रंथों में पशुपतिनाथ महादेव के रूद्राभिषेक से भक्तों को पवित्रता और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्तों का मानना है कि यहां पूजा करने से भगवान नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।

ऐसे में पितृ पक्ष की श्राद्ध षष्ठी तिथि के शुभ अवसर पर पहली बार इन चार मोक्ष तीर्थ स्थानों पर होने वाले शिव रुद्राभिषेक में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके अलावा, पितृपक्ष में पूर्वजों के लिए दान पुण्य करने का भी विधान है। मान्यता है कि इस समय दान करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है, जिनमें पितृ पक्ष विशेष पंच भोग, दीप दान भी शामिल है। इसलिए इस पूजा के साथ अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए जैसे पंच भोग, दीप दान एवं गंगा आरती का चुनाव करना आपके लिए फलदायी हो सकता है। इसलिए इस पूजा में इन विकल्पों को चुनकर अपनी पूजा को और भी अधिक प्रभावशाली बनाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
परिवार में खुशहाली और समृद्धि के लिए
कई बार कुछ घरों में बिना किसी स्पष्ट कारण के खुशहाली की कमी या आर्थिक परेशानियां बनी रहती हैं। इसका एक कारण पितृ दोष भी हो सकता है। माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध षष्ठी तिथि पर रुद्राभिषेक जैसे अनुष्ठान करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे परिवार में खुशहाली और समृद्धि आती है। यदि यह रुद्राभिषेक चार प्रमुख तीर्थ स्थानों किया जाए तो यह और अत्यधिक फलदायी होता है।
puja benefits
पितरों की आत्मा की शांति के लिए
पितृ दोष के कारण लोगों के जीवन में परेशानियां खत्म होने का नाम ही नहीं लेती हैं। व्यक्ति चाहे कितना भी प्रयास कर ले, कोई भी काम सफल नहीं होता है। पुराणों में पितृ दोष के निवारण के लिए रुद्राभिषेक का प्रावधान है। मान्यता है कि श्राद्ध षष्ठी तिथि के पावन अवसर पर चार मोक्ष तीर्थ स्थानों पर रुद्राभिषेक करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
हिंदु धर्म में भगवान शिव को बुरी शक्तियों का नाश एवं नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करने वाले देव के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध षष्ठी तिथि पर इन चार मोक्ष तीर्थ स्थानों में रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव द्वारा नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
puja benefits
पितृ पक्ष विशेष पंच भोग का महादान
पितृ पक्ष के दौरान होने वाले श्राद्ध कर्मों में दान का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि इस दौरान ब्राह्मण भोज के साथ गाय, कुत्ते, पक्षी और चींटी को भोजन कराना पुण्य माना गया है, जिसे पंच बलि यानि पंच भोग भी कहा जाता है। कहा जाता है अगर पितृ पक्ष में अगर इन्हें भोजन कराया जाता है तो पितृ इनके द्वारा खाए अन्न से तृप्त होते हैं और अपने वंशजों को आशीष देते हैं। इसलिए पूजा को बुक करते समय अतिरिक्त विकल्प के रूप में दिए गए इस ऑप्शन का चुनाव कर अपने पूर्वजों को तृप्त कर सकते हैं।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एवं गंगाजल

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल प्राप्त करें।

श्री गंगोत्री धाम, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, महामृत्युंजय महादेव मंदिर, पशुपतिनाथ महादेव मंदिर , उत्तर काशी, मध्य प्रदेश, काशी, हरिद्वार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश

श्री गंगोत्री धाम, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, महामृत्युंजय महादेव मंदिर, पशुपतिनाथ महादेव मंदिर , उत्तर काशी, मध्य प्रदेश, काशी, हरिद्वार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश
उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। इस पवित्र भूमि पर स्थित पवित्र स्थानों में से एक गंगोत्री धाम है। गंगोत्री धाम गंगा नदी का उद्गम स्थल है, माना जाता है कि इस स्थान पर मां गंगा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगीरथ ने अपने पूर्वजों को मोक्ष प्राप्ति के लिए यहां तपस्या की थी और भगवान शिव ने मां गंगा का वेग कम करने के लिए उन्हें अपनी जटाओं में धारण किया था। इसी कारणवश माना जाता है कि इस स्थान पर पूजा करने से पितरों को शांति प्राप्त होता है।


भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, इन्हें स्वयंभू लिंग माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में स्कन्द पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओम्कारेश्वर क्षेत्र की महिमा का उल्लेख है। पौराणिक कथा के अनुसार भोलेनाथ तीनों लोकों के भ्रमण के बाद यहां रात्रि में शयन के लिए आते हैं। कहते हैं पृथ्वी पर ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां शिव-पार्वती रोज चौसर पांसे खेलते हैं।

भगवान शिव का मृत्युंजय रूप, मृत्यु पर विजय प्राप्त करने के लिए जाना जाता है। कहते हैं इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग के दर्शन मात्र से भक्तों की आकस्मिक मृत्यु का खतरा टल जाता है। पुराणों के अनुसार महादेव का ये अद्भुत मंदिर हज़ारों साल पुराना है। पुराणों में वर्णित है कि इस मंदिर में आयुर्वेद के देवता धन्वन्तरि ने महादेव की आराधना कर यहां मौजूद कुएं में जड़ी बूटियां प्रवाहित कर भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त किया था वे यहां मृत्युंजय रूप में में विराजित रहें और भक्तों को अभय प्रदान करें।

केदारनाथ चार धाम यात्रा में प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, जिसे भगवान शिव के निवास के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि नेपाल के काठमांडू में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन किए बिना केदारनाथ की यात्रा अधूरी रहती है। इस महत्व को देखते हुए, नेपाल के राजा ने काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाई, और हरिद्वार में हर की पौड़ी पर गंगा नदी के तट के पास उसी पवित्र पत्थर से एक शिव लिंगम की स्थापना की।

पूजा का चयन करें

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
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व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
2151
पार्टनर पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
2851
पारिवारिक पूजा  package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
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संयुक्त परिवार पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पितृ पूजा के आशीष के रूप में गंगाजल 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
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अच्युतम नायर

बेंगलुरु
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नागपुर
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
Safal Srivastava

Safal Srivastava

23 July, 2025

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Jai shree mahakal apki mandir app k wajah se yeh pooja complete ho payi .


Mamta kapooor family

Mamta kapooor family

23 July, 2025

starstarstarstarstar

Sabkuch peaceful thank you thank you very much sab kuchh bahut Sundar Hai sab kuchh peaceful hai


आकाश सोलंकी एवं समस्त परिवार

आकाश सोलंकी एवं समस्त परिवार

22 July, 2025

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aap Sabhi pujniya Pandit Ji ko mere aur mere Parivar ki or se कोटि-कोटि Charan Sparsh Puja Karke Puja ki video Dekhkar Atma Ham logon ka bahut jyada prasann Hua aap Sabhi Brahman Pandit Ji ko dhanyvad Bhagwan Hamari samast manokamna purn Kare

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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