राम जनार्दन मंदिर उज्जैन
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राम जनार्दन मंदिर उज्जैन

जानिए उज्जैन के प्रसिद्ध राम जनार्दन मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व, दर्शन और पूजा का समय, तथा मंदिर तक पहुँचने का मार्ग।

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन के बारे में

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन का एक प्राचीन और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान राम और भगवान विष्णु के जनार्दन स्वरूप को समर्पित है। यह मंदिर अपनी आध्यात्मिक आभा और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है, जहाँ भक्त गहन श्रद्धा से दर्शन करने आते हैं। इस लेख में जानिए राम जनार्दन मंदिर उज्जैन का इतिहास, धार्मिक महत्व और यहाँ दर्शन करने की खास बातें।

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन

राम जनार्दन मंदिर भारत के मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है। यह मंदिर अंकपात क्षेत्र में स्थित है और 17वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था। मंदिर में भगवान श्रीराम और जनार्दन (भगवान विष्णु) के स्वरूपों की पूजा की जाती है। यहां श्रीराम को वनवासी स्वरूप में दर्शाया गया है, उनके चेहरे पर दाढ़ी-मूंछ है और माता सीता के हाथों में एक ओर पौधों को पानी देने वाली झारी और दूसरी ओर चंवर है। इस मंदिर परिसर में 10वीं और 12वीं शताब्दी की मूर्तियों की उपस्थिति से यह स्पष्ट होता है कि यह स्थल परमार काल से संबंधित है।

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन का इतिहास

राम जनार्दन मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में मिर्जा राजा जयसिंह द्वारा करवाया गया था। मंदिर का रथाकार निर्माण अत्यंत आकर्षक है। 18वीं शताब्दी में मराठा राजाओं द्वारा मंदिर की कुछ संरचनाओं का विस्तार किया गया। मंदिर की दीवारों पर बनी भव्य चित्रकारी इसकी सुंदरता में वृद्धि करती है। इस मंदिर में स्थापित गोवर्धनधारी श्रीकृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु और महेश की प्रतिमाएं 11वीं-12वीं शताब्दी की मूर्तिकला की उत्कृष्टता को दर्शाती हैं।

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन का महत्व एवं वास्तुकला

राम जनार्दन मंदिर की विशेषता इसकी सांवले रंग की श्रीराम प्रतिमा है, जो देश में दूसरी ऐसी प्रतिमा मानी जाती है, पहली प्रतिमा नासिक के प्रसिद्ध राम मंदिर में है। होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मंदिर की वास्तुकला

मंदिर की वास्तुकला मराठा शैली में निर्मित है। इसमें राम और कृष्ण के जीवन से संबंधित दृश्यों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। यह चित्रकला उज्जैन में पूना और कांगड़ा शैली के चित्रकारों के प्रभाव का परिणाम है। इन दोनों शैलियों का विशिष्ट संयोजन मंदिर की कलात्मक पहचान को और भी समृद्ध करता है।

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन का समय

मंदिर खुलने का समय: 06:00 AM - 08:00 PM सुबह की आरती का समय: 06:00 AM - 06:30 AM संध्या आरती का समय: 07:00 PM - 07:30 PM

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन का प्रसाद

राम जनार्दन मंदिर में श्रद्धालु दूध की बनी बर्फी, बूंदी के लड्डू, पूड़ी-खीर और ताजे फल प्रभु को अर्पित करते हैं।

राम जनार्दन मंदिर उज्जैन कैसे पहुंचें?

हवाई मार्ग

निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डा, इंदौर है, जो मंदिर से लगभग 54 किलोमीटर दूर स्थित है। वहां से श्रद्धालु बस या ऑटो द्वारा मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग

निकटतम रेलवे स्टेशन उज्जैन जंक्शन है, जो मंदिर से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। स्टेशन से मंदिर तक ऑटो और बसें उपलब्ध हैं।

सड़क मार्ग

राम जनार्दन मंदिर से उज्जैन मालीपुर बस स्टेशन लगभग 4.6 किलोमीटर दूर है। मध्य प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों से उज्जैन के लिए नियमित राज्य परिवहन और निजी बस सेवाएं उपलब्ध हैं। श्रद्धालु निजी वाहनों, टैक्सी या ऑटो द्वारा भी मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

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Published by Sri Mandir·September 10, 2025

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