क्या करें और क्या न करें श्रवण नक्षत्र में? जानिए जन्म, विवाह, करियर और उपायों से जुड़ी जरूरी जानकारी!
श्रवण नक्षत्र पर भगवान विष्णु का प्रभाव होता है, और इसका स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग बहुत समझदार, बुद्धिमान और रचनात्मक होते हैं। ये लोग मेहनती होते हैं और हर काम पूरी लगन से करते हैं। अपनी मेहनत और सूझ-बूझ से ये अपने काम में सफलता हासिल करते हैं। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं श्रवण नक्षत्र के ज्योतिषीय महत्व, स्वामी ग्रह और उपायों के बारे में।
श्रवण नक्षत्र पर भगवान विष्णु का शासन होता है और इसका स्वामी ग्रह चंद्रमा है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग बहुत समझदार, ज्ञानवान और रचनात्मक होते हैं। ये मेहनती और लगन से काम करने वाले होते हैं, इसलिए अपने काम में सफलता पाते हैं। ये लोग दूसरों की मुश्किलें सहन नहीं कर पाते और हमेशा उनकी मदद करने को तैयार रहते हैं। इनके जीवन में अक्सर स्थिरता रहती है, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।
श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोगों पर चंद्रमा का बड़ा असर होता है। इसके कारण ये लोग बहुत ही कोमल और मीठी बोली बोलते हैं। ये अपनी सोच और नियमों पर सख्ती से कायम रहते हैं और किसी की बात से अपना मन नहीं बदलते। ये लोग साफ-सफाई पसंद करते हैं और दूसरों की मदद करना भी पसंद करते हैं। महिलाओं में भी दूसरों की सहायता करने का स्वभाव होता है। लेकिन ये थोड़े बहुत दिखावा भी करते हैं। इनका एक खास गुण यह है कि वे अपनी गहरी और निजी बातें किसी के साथ आसानी से साझा नहीं करते।
श्रवण नक्षत्र का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। चंद्रमा को भारतीय ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह मन, भावनाएं और मानसिक स्थिति का प्रतीक है। चंद्रमा का प्रभाव व्यक्ति के विचारों, भावनाओं और समझदारी पर गहरा असर डालता है।
जब कोई व्यक्ति श्रवण नक्षत्र में जन्म लेता है, तो चंद्रमा की विशेषताएँ उसके स्वभाव और व्यक्तित्व में दिखती हैं। ऐसे लोग आमतौर पर कोमल, संवेदनशील और दयालु होते हैं। उनकी सोच में स्थिरता और संतुलन होता है, लेकिन वे अपनी भावनाओं को गहराई से महसूस करते हैं।
श्रवण नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने करियर में शुरुआत में एक ही काम या पेशे पर ज्यादा टिक नहीं पाते। वे अलग-अलग तरह के काम आजमाते हैं और अपनी मंजिल खोजने की कोशिश करते हैं। लेकिन जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ती है, खासकर तीस साल के बाद, उनमें स्थिरता आती है और वे अपने करियर में मजबूती से आगे बढ़ते हैं।
ये लोग खासकर आयात-निर्यात के कामों में अच्छे होते हैं और वहां सफलता पा सकते हैं। महिलाओं में जहां उनकी रुचि होती है, वे वही काम करना पसंद करती हैं। इनके अंदर नृत्य और कला का भी अच्छा talent होता है।
श्रवण नक्षत्र के लोग इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम इंडस्ट्री, पढ़ाई-लिखाई, संगीत, गीत-संगीत, ट्रांसपोर्टेशन जैसे क्षेत्रों में भी बहुत अच्छा काम करते हैं। उनकी मेहनत और बुद्धि के कारण वे अपने काम में सफल होते हैं। इस नक्षत्र के लोग बहुमुखी प्रतिभा के मालिक होते हैं और वे धीरे-धीरे अपनी पसंद और क्षमता के अनुसार अपना सही रास्ता चुनते हैं।
श्रवण नक्षत्र के लोग बहुत समझदार और ज्ञान से भरपूर होते हैं। उन्हें नई चीजें सीखना और समझना पसंद होता है।
इनके भीतर सृजनात्मकता की गहरी समझ होती है, जिससे ये लोग पेंटिंग, संगीत, नृत्य और अन्य कलात्मक क्षेत्रों में बेहतर करियर बना सकते हैं।
ये लोग दूसरों की मदद करना पसंद करते हैं और उनकी परेशानियों को देखकर अनदेखा नहीं कर पाते।
शांत स्वभाव
इनका स्वभाव शांत और मिलनसार होता है। ये लोग दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाते हैं।
स्वच्छता पसंद
ये साफ-सफाई को महत्व देते हैं और अपने आस-पास सफाई बनाए रखते हैं।
आध्यात्मिक रुचि
श्रवण नक्षत्र के जातकों को आध्यात्म में गहरी दिलचस्पी होती है और वे भगवान में आस्था रखते हैं।
श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोगों का विवाह जीवन सामान्य तौर पर सुखी और संतुलित होता है। ये लोग अपने परिवार और पति-पत्नी के रिश्ते को बहुत महत्व देते हैं।
इनका स्वभाव समझदार और धैर्यवान होता है, जिससे वे शादीशुदा जीवन में होने वाले उतार-चढ़ाव को अच्छे से संभाल लेते हैं। वे अपने जीवन साथी के साथ मिल-जुल कर रहने की कोशिश करते हैं और रिश्तों में भरोसा बनाए रखते हैं।
1. हर दिन सुबह-सुबह गाय के दूध में शहद मिलाकर पीना शुभ माना जाता है। इससे मन की शांति मिलती है।
2. मंदिर में जाकर भगवान विष्णु की पूजा करें और उनका ध्यान लगाएं, क्योंकि ये नक्षत्र भगवान विष्णु से जुड़ा है।
3. चंद्रमा के लिए खास ध्यान और दान करें, जैसे चांदी के बर्तन में पानी भरकर उसे नदी या तालाब में छोड़ना।
4. सफेद रंग के वस्त्र पहनना और सफेद फूल चढ़ाना शुभ होता है।
1. “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” — यह मंत्र भगवान विष्णु को समर्पित है और श्रवण नक्षत्र के लिए लाभकारी माना जाता है।
2. “ॐ श्रीं क्लीं चंद्राय नम:” — यह चंद्रमा का मंत्र है, जो मन की शांति और सफलता देता है।
3. “ॐ ऐं ह्लीं क्लीं सरस्वत्यै नमः" - इस मंत्र को बुद्धि, शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।
मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा करें और उनका ध्यान लगाएं।
सफेद रंग के कपड़े पहनने की कोशिश करें और सफेद फूल चढ़ाएं।
जरूरतमंदों की मदद करें और दान-पुण्य करने की कोशिश करें।
हर दिन चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें, जैसे “ॐ श्रीं क्लीं चंद्राय नम:”।
किसी को झूठ बोलना और धोखा देना।
गुस्से में आकर लोगों से बुरा व्यवहार करना।
बिना वजह किसी विवाद या बहस में पड़ना।
हर दिन आलस्य करना और काम से भागना।
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