
जानिए इस दिन का विस्तृत पंचांग, शनि प्रदोष व्रत, द्वादशी तिथि, आश्लेषा नक्षत्र, शुभ-अशुभ मुहूर्त, योग, करिणा और इस दिन के धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी।
6 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ फलदायी माना जाता है। भक्तजन श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान तथा देवी-देवताओं की आराधना करते हैं और अपने जीवन में सौभाग्य, स्वास्थ्य तथा समृद्धि की कामना करते हैं। ऐसा विश्वास है कि इस दिन की गई साधना मन को शुद्ध करती है और मनोकामनाओं की पूर्ति में विशेष रूप से सहायक होती है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 6 दिसंबर 2025 को कौन-से शुभ योग, पंचांग विवरण और खास धार्मिक महत्व हैं? 6 दिसंबर 2025, शनिवार के दिन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। पौष मास और हेमंत ऋतु के इस दिन ग्रहों की स्थिति, नक्षत्र और योग इसे आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष बनाते हैं। हालांकि इस दिन कोई बड़ा व्रत या पर्व नहीं है, लेकिन पंचांग के अनुसार यह दिन पूजा, दान, जप और दैनिक धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
सुबह स्नान कर देवपूजन करें।
भगवान शिव, विष्णु या इष्टदेव का ध्यान करें।
धूप, दीप, जल और नैवेद्य अर्पित करें।
चंद्रोदय (6:31 PM) के समय चंद्रमा को निहारना शुभ माना जाता है।
दान-पुण्य करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
6 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक रूप से साधारण होने के बावजूद ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के कारण शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ, जप, ध्यान और दान करने से सकारात्मक ऊर्जा, मन की शांति और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
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