अर्धरात्रि विशेष- नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा एवं विनाश के लिए मां तारा जयंती तंत्र युक्त महायज्ञ
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अर्धरात्रि विशेष- नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा एवं विनाश के लिए मां तारा जयंती तंत्र युक्त महायज्ञ
अर्धरात्रि विशेष

मां तारा जयंती तंत्र युक्त महायज्ञ

नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा एवं विनाश के लिए
temple venue
शक्तिपीठ मां तारापीठ मंदिर, पश्चिम बंगाल
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

अर्धरात्रि विशेष- नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा एवं विनाश के लिए मां तारा जयंती तंत्र युक्त महायज्ञ

माँ तारा का अर्थ है- सितारा। ऐसा माना जाता है कि माँ तारा अज्ञान के अंधेरे में प्रकाश की तरह हैं। तारा जयंती एक पूजनीय तिथि के रूप में मनाया जाता है, इसदिन मां काली के दूसरे स्वरूप यानि मां तारा का जन्म हुआ था। पौराणिक कथा के अनुसार पृथ्वी की उत्पत्ति से पहले जब चारों ओर अंधकार फैला था, तब अंधकार की देवी मां काली थी तब घोर अंधकार से एक प्रकाश की किरण उत्पन्न हुई, जिन्हें मां तारा कहा गया। सौंदर्य और ऐश्वर्य की देवी तारा को मोक्षदायिनी भी माना गया है। माँ तारा को दस महाविद्याओं में से एक माना गया है। तारा जयंती के दिन माँ तारा की उपासना सर्वसिद्धिदायक मानी जाती है। मां तारा रात में प्रकट हुई थी इसलिए इनकी पूजा रात में अत्यंत लाभकारी मानी गई है। दिनांक 16 अप्रैल 2024, महाअष्टमी पर पहली बार होने वाली अर्धरात्रि विशेष महायज्ञ से भक्तों को नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा एवं विनाश का आशीष प्राप्त होता है।

पूजा लाभ

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नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा एवं विनाश
माँ तारा को एक शक्तिशाली रक्षक के रूप में पूजा जाता है जो अपने भक्तों को नुकसान, नकारात्मक ऊर्जा और बुरे प्रभावों से बचाती है। उनकी पूजा करने से सुरक्षा की भावना मिलती है । सभी प्रकार की बुरी एवं नकारात्मक शक्तियों के विनाश के लिए मां तारा पूजनीय मानी गई हैं। यही कारण है कि मां तारा के भक्तों से किसी भी तरह से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती है।
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सर्व विपत्तिओं से सुरक्षा
मां तारा, दस महाविद्या में से एक है, जिन्हें “तारिणी” भी कहा जाता है। मां तारा की पूजा उनके भक्तों के मार्ग से आने वाली बाधाओं एवं नकारात्मकताओं को दूर करने में मददगार होती है। वह प्रगति, सफलता और समृद्धि का रास्ता साफ करती है, जिससे व्यक्ति अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं को प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।
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भय से मुक्ति
मां तारा की विशेष पूजा से भक्तों साहस के साथ आत्मविश्वास की वृद्धि होती है जिससे उन्हें किसी भी तरह के अनजाने भय से मुक्ति मिलती है। तारा जयंती के शुभ अवसर पर मां तारा का तंत्र युक्त महायज्ञ को करने से व्यक्ति को अभय का वरदान प्राप्त होता है, जिससे वो भयमुक्त होकर जीवन में आगे बढता है।
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मनोकामनाओं की पूर्ति
माना जाता है कि श्रद्धा से मां तारा की पूजा करने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। तारा जयंती पर होने वाली इस विशेष महायज्ञ से मां तारा अपने भक्तों को आशीर्वाद देने, सकारात्मक परिवर्तन लाने और उनकी हार्दिक आकांक्षाओं को पूरा करने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

भुगतान के बाद, अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

शक्तिपीठ मां तारापीठ मंदिर,पश्चिम बंगाल

शक्तिपीठ मां तारापीठ मंदिर,पश्चिम बंगाल
पुराणों के अनुसार पश्चिम बंगाल में स्थित श्री तारापीठ मंदिर तंत्र साधना का जागृत स्थल माना जाता है। 10 महाविद्या में दूसरा स्थान रखने वाली मां तारा का यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में प्रमुख माना गया है। यूँ तो माँ तारा अपने उग्र रूप के लिए जानी जाती हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में स्थित श्री तारापीठ मंदिर में माँ तारा अपने सौम्य रूप में विराजती हैं। मान्यता है कि सुदर्शन चक्र से भगवान विष्णु ने मां सती के शरीर के टुकड़े किए थें। उस दौरान माता सती के अंगों में से आंख की पुतली यहां गिरी थी। बांग्ला में आंख की पुतली को तारा कहते हैं और इसलिए इस जगह का नाम तारापीठ पड़ा।

मान्यता है कि भक्त वामाखेपा को तारापीठ के समीप महाश्मशान में तारा देवी के दर्शन हुए और सिद्धि प्राप्त हुई थी। यहां तारा जयंती पर होने वाली पूजा विशेष रूप से तंत्र क्रियाओं के लिए जानी जाती है। माना जाता है कि यहां मां तारा की पूजा करने से भक्तों के जीवन से सभी तरह की आपदाएं दूर हो जाती हैं।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
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जय राज यादव

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मुकुल राज

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हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

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