पितृ दिवस क्यों मनाते हैं, जानें इतिहास
पितृ दिवस क्यों मनाते हैं, जानें इतिहास

पितृ दिवस क्यों मनाते हैं, जानें इतिहास

पिता के कठिन परिश्रम को दें सम्मान


पितृ दिवस (Father's Day 2024 )


हमारे ग्रन्थों में माता-पिता और गुरु तीनों को ही देवता माना गया है। मृत्युलोक में वही हमारे वास्तविक देवता हैं। इनकी सेवा और भक्ति किए बिना ईश्वर की प्राप्ति संभव नहीं। ऐसा कहा जाता है कि श्रवण कुमार को अपने माता-पिता की सेवा के लिए भक्त प्रह्लाद और ध्रुव के बराबर का स्थान दिया गया। आज भी दुनिया भर में लोग अपने पिता के कठिन परिश्रम को सम्मान देने के लिए पितृ दिवस मनाते हैं।

पितृ दिवस 2024 तिथि (Father's Day 2024 Date)


  • पितृ दिवस हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है।

  • इस बार यह दिन 16 जून को पड़ रहा है।

गुणवत्तापूर्ण समय एक साथ बिताएं। पिता के लिए कुछ उपहार लें।

पितृ दिवस क्यों मनाया जाता है? (Why We Celebrate Father's Day)


जिस प्रकार मां के समर्पण को याद करके मातृ दिवस मनाने की परंपरा है, ठीक उसी प्रकार पितृ दिवस भी सभी पिताओं के कठिन परिश्रम और त्याग को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। विश्व के ज्यादातर देश पर्यावरण दिवस को जून के तीसरे रविवार पर ही मनाते हैं। लेकिन कुछ देशों में पर्व अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है।

पिता के सहयोग के बिना एक अच्छे भविष्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती। बचपन में चॉकलेट, खिलौने दिलाने से लेकर बच्चों के बड़े होने पर बाइक, कार, लैपटॉप और उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने तक उनकी सभी मांगे पूरी करने में एक पिता अपनी जान लगा देता है। अपनी ज़िंदगी में हज़ार मुश्किलें होने के बावजूद हर पिता अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बनाना चाहता है। इस भागदौड़ भरे जीवन में बच्चे अपने पिता के लिए समय निकाल पाएं, उनकी अहमियत को समझें, इसी उद्देश्य से पितृ दिवस मनाने की शुरूआत हुई।

पितृ दिवस का इतिहास (History Of Father's Day)


पितृ दिवस पहली पर 18 जून, 1910 को मनाया गया। ये दिन मनाने की शुरूआत एक अमेरिकी महिला सोनोरा स्मार्ट डोड के प्रयासों के कारण हुई। सोनोरा स्मार्ट डोड के पिता अमेरिकी गृहयुद्ध के एक अनुभवी कुशल सिपाही थे। उनकी पत्नी का देहांत हो गया था, जिसके बाद उन्होंने अपने 6 बच्चों को न सिर्फ़ पाला, बल्कि उन्हें माता-पिता दोनों का प्यार दिया। बच्चों के जीवन में पिता की भूमिका को देखते हुए सोनोरा डोड ने पिता के सम्मान में पितृ दिवस मनाए जाने के लिए पहल की। ये उत्सव पहली बार वाशिंगटन के स्पोकाने में एक चर्च में आयोजित किया गया था। धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ी, और ये दिन दुनिया के कई देशों में हर साल जून के तीसरे रविवार को मनाया जानें लगा।

पितृ दिवस कहाँ-कहां मनाया जाता है? (Where Is Father's Day Celebrated?)


पितृ दिवस दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है, लेकिन सभी देश एक ही तारीख पर ये दिन नहीं मनाते हैं। भारत, अमेरिका और कुछ अन्य देशों में, फादर्स डे जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। पुर्तगाल, स्पेन, क्रोएशिया और इटली सहित कई देश 19 मार्च को पितृ दिवस मनाते हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिजी और पापुआ न्यू गिनी में सितंबर के महीने में फादर्स डे मनाया जाता है।

पितृ दिवस पर पिता को क्या उपहार दें? (What Gift To Give To Father On Father's Day)


  • पितृ दिवस के मौके पर आप अपने पिता को घड़ी, कपड़े, पर्स/वालेट आदि गिफ्ट कर सकते हैं।

  • वैसे आजकल हर अवसर के लिए बाज़ार में बहुत सारे उपहार मिल जाते हैं, जिनमें से आप अपने पिता की पसंद का उपहार दे सकते हैं।


श्री मंदिर द्वारा आयोजित आने वाली पूजाएँ

देखें आज का पंचांग

slide
कैसा रहेगा आपका आज का दिन?
कैसा रहेगा आपका आज का दिन?

समान लेख

thumbnail
आषाढ़ नवरात्रि 2025
क्या आप जानते हैं आषाढ़ नवरात्रि 2025 में क्यों होती है खास महत्ता? जानिए तिथि, महत्व, पूजा विधि और घटस्थापना मुहूर्त की पूरी जानकारी
thumbnail
आषाढ़ अमावस्या 2025
क्या आप जानते हैं आषाढ़ अमावस्या 2025 का रहस्य? जानिए इसकी तिथि, महत्व, पूजन विधि और पितृ तर्पण से जुड़ी खास परंपराएं
thumbnail
वैष्णव योगिनी एकादशी 2025
क्या आप जानना चाहते हैं कि वैष्णव योगिनी एकादशी 2025 में कब है और इसका धार्मिक रहस्य क्या है? पढ़िए तिथि, महत्व, पूजन विधि और व्रत कथा से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी!
thumbnail
योगिनी एकादशी 2025
क्या आप जानते हैं योगिनी एकादशी 2025 का व्रत कैसे बदल सकता है आपका जीवन? जानें तिथि, महत्व, पूजा विधि और लाभ इस खास लेख में!
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook