राधा रमण मंदिर वृंदावन
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

राधा रमण मंदिर वृंदावन | Radha Raman Mandir Vrindavan

जानिए वृंदावन के प्रसिद्ध राधा रमण मंदिर का पौराणिक इतिहास, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व, पूजा एवं दर्शन समय, तथा मंदिर तक पहुँचने का मार्ग।

राधा रमण मंदिर वृंदावन के बारे में

राधा रमण मंदिर वृंदावन का एक पावन और प्राचीन स्थल है, जो भगवान श्रीकृष्ण के स्वयं प्रकट स्वरूप राधा रमण जी को समर्पित है। यह मंदिर अपनी ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्व के कारण विशेष स्थान रखता है। मान्यता है कि यहाँ दर्शन और पूजा करने से भक्तों को प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति होती है। इस लेख में जानिए राधा रमण मंदिर वृंदावन का इतिहास, धार्मिक महत्व और यहाँ दर्शन करने की खास बातें।

राधा रमण मंदिर वृंदावन का इतिहास (Radha Raman Mandir Vrindavan)

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृंदावन धाम में स्थित राधा रमण मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है। यह सप्त देवालयों में से एक है, जिनमें राधा वल्लभ, राधा मदनमोहन, राधा दामोदर, राधा श्यामसुंदर, राधा गोकुलानंदन और राधा गोविंदजी मंदिर भी सम्मिलित हैं। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की राधा रमण स्वरूप में पूजा की जाती है।

राधा रमण मंदिर की स्थापना लगभग 500 वर्ष पूर्व श्री गोपाल भट्ट गोस्वामी द्वारा की गई थी, जो चैतन्य महाप्रभु के प्रमुख शिष्यों में से एक थे। चैतन्य महाप्रभु के शरीर त्याग के पश्चात गोपाल भट्ट जी को एक स्वप्न में भगवान ने नेपाल जाकर दर्शन देने का संकेत दिया। वहाँ, काली गंडकी नदी में स्नान करते समय उन्हें 12 शालिग्राम शिलाएँ प्राप्त हुईं, जिन्हें वे वृंदावन ले आए और वहीं स्थापित किया। मंदिर का वर्तमान ढांचा 1826 में लखनऊ निवासी शाह बिहारी लालजी द्वारा निर्मित करवाया गया था।

राधा रमण मंदिर वृंदावन का महत्व एवं वास्तुकला

इस मंदिर में राधा रमण के रूप में श्रीकृष्ण की स्वयंभू शालिग्राम मूर्ति विराजमान है। मंदिर में राधारानी का कोई अलग विग्रह नहीं है क्योंकि श्रीकृष्ण का यह स्वरूप राधा के साथ अवस्थित माना जाता है।

मान्यता है कि गोपाल भट्ट जी ने मंत्रोच्चार से अग्नि प्रज्वलित कर पहली बार राधा रमण जी को भोग अर्पित किया और उसी अग्नि को आज तक मंदिर में जीवित रखा गया है। आज भी उसी अग्नि पर भोग तैयार किया जाता है और माचिस या अन्य किसी कृत्रिम साधन का उपयोग नहीं किया जाता।

मंदिर की वास्तुकला

राधा रमण मंदिर आधुनिक हिंदू स्थापत्य कला में निर्मित है। इसमें शालिग्राम पत्थर से बनी स्वयंभू मूर्ति स्थापित है। यह मंदिर एक प्राकृतिक सौंदर्ययुक्त क्षेत्र, नदी के समीप स्थित है। मंदिर परिसर में गोपाल भट्ट गोस्वामी की समाधि भी स्थित है। साथ ही, मंदिर में चैतन्य महाप्रभु द्वारा उपयोग किए गए वस्त्र भी सुरक्षित रखे गए हैं।

राधा रमण मंदिर वृंदावन का समय

गर्मियों में

मंदिर खुलने का समय: 05:00 AM - 12:15 PM मंगला आरती का समय: 05:00 AM - 05:30 AM शाम को मंदिर खुलने का समय: 06:00 PM - 09:00 PM

सर्दियों में

मंदिर खुलने का समय: 05:30 AM - 12:15 PM शाम को मंदिर खुलने का समय: 06:00 PM - 09:00 PM (मंगला आरती का समय समयसारिणी के अनुसार अद्यतन किया जाता है)

राधा रमण मंदिर वृंदावन का प्रसाद

यहाँ श्री राधा रमण जी को खिचड़ी का भोग अर्पित किया जाता है। साथ ही सुंदर पुष्प भी चढ़ाए जाते हैं।

राधा रमण मंदिर वृंदावन कैसे पहुंचें?

निकटतम हवाई अड्डा

मथुरा-वृंदावन का निकटतम हवाई अड्डा आगरा है। आगरा से आप टैक्सी या बस द्वारा मंदिर पहुँच सकते हैं। इसके अतिरिक्त दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी एक विकल्प है, जहाँ से सड़क मार्ग द्वारा मथुरा पहुँचा जा सकता है।

रेलवे स्टेशन

मथुरा जंक्शन या मथुरा केंट रेलवे स्टेशन निकटतम स्टेशन हैं। दोनों से टैक्सी या ऑटो द्वारा मंदिर पहुँचना सुगम है।

बस स्टैंड

मथुरा बस डिपो पर उतरकर आप ऑटो या रिक्शा द्वारा राधा रमण मंदिर पहुँच सकते हैं। मथुरा और वृंदावन के बीच नियमित बस और ऑटो सेवा उपलब्ध है।

divider
Published by Sri Mandir·December 8, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

शीतला माता मंदिर, इंदौर

शीतला माता मंदिर, इंदौर का प्राचीन इतिहास, दर्शन और पूजा का समय, धार्मिक महत्व और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर आस्था और प्रकृति के अद्भुत संगम का प्रतीक है।

right_arrow
Card Image

श्री मध्य स्वामी मलाई मंदिर, भोपाल

जानिए श्री मध्य स्वामी मलाई मंदिर, भोपाल का इतिहास, दर्शन और अभिषेक का समय, मंदिर की वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग। भगवान कार्तिकेय को समर्पित यह मंदिर दक्षिण भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करता है।

right_arrow
Card Image

गीता भवन मंदिर इंदौर

गीता भवन मंदिर इंदौर का इतिहास, दर्शन का समय, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व, वास्तुकला की विशेषता और यहाँ तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर सभी धर्मों के श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र है।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 100 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook