पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या

जानिए अयोध्या के पंचमुखी महादेव मंदिर का पौराणिक इतिहास, धार्मिक महत्व, दर्शन और पूजा का समय, तथा मंदिर तक पहुँचने का सम्पूर्ण मार्गदर्शन।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या के बारे में

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या का एक प्राचीन और पवित्र धार्मिक स्थल है, जहाँ भगवान शिव पंचमुखी रूप में विराजमान हैं। माना जाता है कि इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का मार्ग खुलता है। इस लेख में जानिए पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या का इतिहास, धार्मिक महत्व और यहाँ दर्शन करने की खास बातें।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या

पचमुखी महादेव मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह मंदिर सरयू नदी के पवित्र गुप्तार घाट पर स्थित है और पूरी तरह से लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है। मंदिर का प्रमुख आकर्षण पांच मुखों वाला शिवलिंग (मुखलिंग) है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु के सौम्य किशोर रूप को देखकर भगवान शिव ने यह कामना की कि यदि उनके भी अनेक मुख और नेत्र होते तो वे उस रूप का अधिक रसास्वादन कर पाते। इस इच्छा से उनके पांच मुख प्रकट हुए और वे पंचमुखी कहलाए।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या का इतिहास

पंचमुखी महादेव मंदिर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। मान्यता है कि लगभग 2000 वर्ष पूर्व सूर्यवंश के राजाओं द्वारा इस विशेष मुखलिंग की स्थापना की गई थी। वर्तमान मंदिर का स्वरूप लगभग 250 वर्ष पुराना माना जाता है। इसके ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण यह मंदिर आज भी भक्तों का प्रमुख आस्था केंद्र बना हुआ है।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या का महत्व एवं वास्तुकला

मुखलिंग प्रत्यक्ष रूप से मुख वाला शिवलिंग होता है और इसका पूजन विशेष फलदायी माना जाता है। शिवोपासना में मुखलिंग की उपासना से भोग और मोक्ष दोनों की प्राप्ति संभव है। पंचमुखी शिवलिंग के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब भगवान शिव ने सृष्टि की रचना का विचार किया, तब उन्होंने पंचमुख रूप धारण किया। इन पांच मुखों से ही पंचतत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश की उत्पत्ति हुई, जिनसे जीवन का आधार बना।

महादेव मंदिर अयोध्या की वास्तुकला

पंचमुखी महादेव मंदिर उत्तर भारतीय नागरा शैली में निर्मित है, जो इसकी स्थापत्य कला को विशेष बनाती है। मंदिर का मुख्य शिखर ऊँचा और कलात्मक है। शिखर के ठीक नीचे पंचमुखी मुखलिंग स्थापित है, और उसके नीचे गर्भगृह स्थित है। इस गर्भगृह में भक्त ध्यानपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर की संपूर्ण बनावट लाल बलुआ पत्थर की है, जो इसे प्राचीनता और गरिमा प्रदान करती है।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या के खुलने का समय

  • सुबह मंदिर खुलने का समय: 03:00 AM - 12:00 PM
  • सुबह की आरती का समय: 07:00 AM - 07:30 AM
  • शाम को मंदिर खुलने का समय: 04:00 PM - 09:00 PM
  • शाम की आरती का समय: 07:00 PM - 07:30 PM

महाशिवरात्रि और श्रावण मास के दौरान विशेष पूजा एवं उत्सव का आयोजन होता है।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या का प्रसाद

मंदिर में प्रतिदिन सरयू जल से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। इसके साथ ही धतूरा, बिल्वपत्र, दूध, फूल, लड्डू आदि महादेव को अर्पित किए जाते हैं। प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव का विशेष श्रृंगार होता है, जिसमें भांग, भस्म और अन्य पूजन सामग्री चढ़ाई जाती है। भगवान शिव को बिल्वपत्र अत्यंत प्रिय होते हैं, इसलिए ये विशेष रूप से चढ़ाए जाते हैं।

पंचमुखी महादेव मंदिर अयोध्या कैसे पहुंचें?

हवाई मार्ग

निकटतम हवाई अड्डा: फैजाबाद एयरपोर्ट, जो मंदिर से लगभग 8 किलोमीटर दूर स्थित है।

रेल मार्ग

निकटतम रेलवे स्टेशन: अयोध्या जंक्शन, जो मंदिर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है।

सड़क मार्ग

निकटतम बस स्टैंड: अयोध्या बस डिपो, जो मंदिर से लगभग 13 किलोमीटर दूर है। अयोध्या शहर सड़क मार्ग से देश के प्रमुख नगरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। टैक्सी, बस या ऑटो के माध्यम से मंदिर तक सरलता से पहुँचा जा सकता है।

divider
Published by Sri Mandir·September 10, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
Card Image

त्रेता के ठाकुर मंदिर अयोध्या

अयोध्या स्थित त्रेता के ठाकुर मंदिर भगवान राम को समर्पित एक प्राचीन और अत्यंत पूजनीय स्थल है। मान्यता है कि इसी स्थान पर भगवान राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था और यह मंदिर उसी की स्मृति में बना है। जानिए इस मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व, दर्शन और पूजा का समय, तथा वहाँ तक पहुँचने की पूरी जानकारी।

right_arrow
Card Image

राधा श्याम सुंदर मंदिर वृंदावन

वृंदावन स्थित राधा श्याम सुंदर मंदिर गौड़ीय वैष्णव परंपरा का एक अत्यंत पवित्र स्थल है, जिसकी स्थापना श्रील श्यामानंद प्रभु द्वारा की गई थी। यहाँ राधा-कृष्ण की मनोहारी युगल मूर्तियाँ भक्तों के हृदय को भाव-विभोर कर देती हैं। जानिए इस मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व, दर्शन और आरती समय, तथा वहाँ तक पहुँचने की सम्पूर्ण जानकारी।

right_arrow
Card Image

बड़ी देवकाली मंदिर अयोध्या

अयोध्या स्थित बड़ी देवकाली मंदिर देवी कालिका को समर्पित एक प्राचीन शक्तिपीठ है। मान्यता है कि यह मंदिर माता सीता की कुलदेवी को समर्पित है, जहाँ उन्होंने विवाह के बाद पूजा की थी। यह मंदिर शक्ति साधना और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है। जानिए इस मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व, दर्शन समय और वहाँ तक पहुँचने की सम्पूर्ण जानकारी।

right_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook