जानिए भोपाल के प्रसिद्ध मनुआभान टेकरी मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व, दर्शन का समय, रोपवे सुविधा और यात्रा से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी।
मनुआभान टेकरी मंदिर भोपाल का प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल है, जो पहाड़ी पर स्थित होने के कारण अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। यहाँ भगवान आदिनाथ सहित अन्य जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएं स्थापित हैं। मान्यता है कि इस पवित्र स्थल पर दर्शन और पूजा करने से आत्मिक शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मनुआभान टेकरी, जिसे अब महावीर गिरी के नाम से भी जाना जाता है, मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह टेकरी शहर की सबसे ऊंची जगह लालघाटी में स्थित है और समुद्र तल से 1300 फीट ऊंची है। यहां स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर को श्वेतांबर जैन समाज अपना तीर्थस्थल मानता है। यहां से भोपाल का प्रसिद्ध बड़ा तालाब और शहर का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है। टेकरी पर रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है, जो पर्यटकों को विशेष आकर्षित करती है। हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां भव्य मेले का आयोजन होता है। सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य यहां से अत्यंत सुंदर प्रतीत होते हैं।
इस स्थान का नाम एक दरबारी मनुआभान के नाम पर पड़ा, जो राजा भोज के दरबार में कार्यरत था और बाद में आध्यात्मिक साधना में लीन हो गया। उन्हें बाद में मन्तुगाचार्य के नाम से जाना गया। इस टेकरी को ओसवाल राजवंश की साधना स्थली भी माना जाता है। यहां स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर का इतिहास लगभग 150 वर्ष पुराना है। कहा जाता है कि नवाब कुदसिया बेगम ने यहां खुदाई करवाई थी जिसमें भगवान महावीर की एक प्रतिमा प्राप्त हुई थी। यह प्रतिमा भोपाल के चौक क्षेत्र में स्थित श्वेतांबर मंदिर में स्थापित कर दी गई जबकि टेकरी पर पदचिन्ह और सात गुफाएं स्थापित की गईं, जिनमें साधु-संत निवास करते हैं।
यह एक अत्यंत अनुशासित और पवित्र स्थान माना जाता है।
मंदिर में खाली पेट प्रवेश करने की परंपरा है।
यहां काला वस्त्र, लुंगी, हाफ पैंट या गाउन पहनकर प्रवेश निषिद्ध है।
चमड़े का सामान और कैमरा ले जाना वर्जित है।
फोटोग्राफी भी मंदिर परिसर में प्रतिबंधित है।
मनुआभान टेकरी की वास्तुकला
मंदिर को राजस्थानी स्थापत्य शैली में निर्मित किया गया है।
मंदिर के खंभों और द्वारों पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है।
द्वार पर स्वास्तिक चिन्ह और एक सुंदर प्रतिमा स्थापित है।
मुख्य गर्भगृह में संगमरमर से निर्मित भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा विराजित है।
इसके अलावा मंदिर में अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी हैं
सुबह: 07:00 AM - 12:30 PM
शाम: 04:00 PM - 07:30 PM
मनुआभान टेकरी मंदिर, भोपाल का प्रसाद
जैन श्वेतांबर मंदिर में प्रसाद चढ़ाने और बांटने की कोई परंपरा नहीं है। यह स्थल व्रत, संयम और ध्यान का प्रतीक है।
हवाई मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा राजाभोज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यहां से कैब या बस द्वारा मंदिर आसानी से पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन भोपाल जंक्शन है, जो देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से मंदिर की दूरी लगभग 7 किलोमीटर है, जहां से बस या प्राइवेट टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
भोपाल शहर देश के सभी प्रमुख मार्गों से सड़क द्वारा जुड़ा हुआ है। मनुआभान टेकरी तक आप निजी वाहन, सरकारी बस या ऑटो से पहुंच सकते हैं। रोपवे का उपयोग करके भी मंदिर तक पहुँचा जा सकता है, जो एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।
Did you like this article?
वीरभद्र मंदिर ऋषिकेश का प्राचीन इतिहास, दर्शन और आरती का समय, वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। भगवान शिव के रौद्र अवतार वीरभद्र को समर्पित यह मंदिर एक सिद्धपीठ है और धार्मिक आस्था का केंद्र है।
भारत माता मंदिर इंदौर का इतिहास, दर्शन का समय, वास्तुकला और मंदिर तक पहुँचने का मार्ग जानिए। यह मंदिर राष्ट्रभक्ति की भावना को समर्पित एक अनूठा तीर्थ स्थल है।
भोपाल के छोटे तालाब के किनारे स्थित खटलापुरा मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व, दर्शन का समय और वहाँ तक पहुँचने की पूरी जानकारी जानिए। यह मंदिर श्रीराम भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है।