
जानिए भारत माता मंदिर का इतिहास, दर्शन का समय, महत्व और कैसे पहुँचें।
भारत माता मंदिर इंदौर का एक अनोखा और देशभक्ति से जुड़ा मंदिर है, जो भारत माता को समर्पित है। यहाँ राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ श्रद्धालु मातृभूमि का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
भारत में आमतौर पर मंदिरों में देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित होती हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित भारत माता मंदिर इस परंपरा से अलग है। यहां न तो आरती होती है और न ही शंख और घंटियों की आवाज सुनाई देती है। इस मंदिर में सिर्फ भारत माता की मूर्ति स्थापित है, जहाँ राष्ट्रभक्ति गीतों की गूंज वातावरण में प्रतिध्वनित होती है। यह मंदिर राष्ट्रधर्म की भावना को जाग्रत करने के उद्देश्य से निर्मित किया गया है।
भारत माता मंदिर का भूमि पूजन 11 सितंबर 2000 को हुआ था और निर्माण कार्य दो वर्षों में पूर्ण हुआ। इसे जनवरी 2002 में आम जनता के लिए खोला गया। सद्गुरु धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट ने सुखलिया क्षेत्र में इस मंदिर का निर्माण कराया, जिसका उद्देश्य आम जनमानस में राष्ट्रीय चेतना और राष्ट्रप्रेम को जागृत करना था। यह मंदिर बाहरी रूप से भले ही एक सामान्य मंदिर की तरह दिखाई देता हो, लेकिन इसके भीतर का वातावरण पूर्णतः राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण है। यहां न हवन कुंड है, न पूजा-पाठ की पारंपरिक विधियां, बल्कि भारत माता की प्रतिमा है जो हाथ में तिरंगा थामे खड़ी हैं।
भारत माता मंदिर में 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को विशेष आयोजन होते हैं। इस दिन देवी-देवताओं की तरह भारत माता की पूजा विधि-विधान से की जाती है। राष्ट्रध्वज वंदन के साथ युवाओं को राष्ट्रसेवा की शपथ दिलाई जाती है और महाआरती होती है। इस मंदिर में कोई नियमित पुजारी या महंत नहीं बैठते। जो भी यहाँ आता है, वह स्वयं भारत माता को प्रणाम करता है और देशभक्ति के नारे लगाता है। यह मंदिर देशभक्तों और पर्यटकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
भारत माता मंदिर की वास्तुकला मराठा शैली में की गई है। यह दो मंजिला भवन है, जिसका शिखर भव्य और आकर्षक है। मंदिर के गर्भगृह में भारत माता की प्रतिमा स्थापित है, जो गहरे रंग की बॉर्डर वाली साड़ी पहने हुए हैं और हाथ में तिरंगा थामे हैं। प्रतिमा के पीछे भारत का नक्शा उकेरा गया है। मंदिर परिसर में एक सुंदर बगीचा है, जिसमें विभिन्न प्रजातियों के फूलों वाले पौधे लगे हैं, जो वातावरण को और अधिक आध्यात्मिक बनाते हैं।
सुबह खुलने का समय: 06:00 AM - 11:00 AM
शाम को खुलने का समय: 05:00 PM - 10:00 PM
हवाई मार्ग
भारत माता मंदिर से निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट, इंदौर (IDR) है, जो लगभग 6 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से मंदिर तक पहुँचने के लिए ऑटो, बस और निजी वाहन आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल मार्ग
मंदिर से नजदीकी रेलवे स्टेशन इंदौर जंक्शन बीजी है, जो लगभग 2.65 किलोमीटर की दूरी पर है। स्टेशन से मंदिर तक ऑटो और बस से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
भारत माता मंदिर, इंदौर के सरवटे बस स्टैंड से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों से इंदौर के लिए राज्य परिवहन निगम की नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा कई निजी बसें भी इंदौर को अन्य शहरों से जोड़ती हैं।
Did you like this article?

इंदौर का खजराना गणेश मंदिर भगवान गणेश के चमत्कारी स्वरूप और मनोकामना पूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। जानिए इस मंदिर की स्थापना से जुड़ी कथा, धार्मिक मान्यताएं, दर्शन समय और वहाँ तक पहुँचने का मार्ग।

जानिए चंडी देवी मंदिर हरिद्वार का पौराणिक इतिहास, दर्शन और आरती का समय, मंदिर की वास्तुकला और वहाँ तक पहुँचने का तरीका। यह सिद्ध पीठ माता चंडी को समर्पित है और श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है।

जानिए सुरेश्वरी देवी मंदिर हरिद्वार का इतिहास, मंदिर की वास्तुकला, दर्शन का समय और वहाँ तक कैसे पहुँचे। यह मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित है और राजाजी नेशनल पार्क के भीतर सुरकूट पर्वत पर स्थित एक प्राचीन तीर्थस्थल है।