जानिए अयोध्या के प्रसिद्ध बड़ी देवकाली मंदिर का पौराणिक इतिहास, धार्मिक महत्व, दर्शन और पूजा का समय, तथा मंदिर तक पहुँचने की पूरी जानकारी।
बड़ी देवकाली मंदिर अयोध्या का एक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है, जो माता काली को समर्पित है। मान्यता है कि यहाँ पूजा और दर्शन करने से भक्तों को शक्ति, साहस और जीवन में समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह मंदिर धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक महत्व के कारण अयोध्या के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में गिना जाता है। इस लेख में जानिए बड़ी देवकाली मंदिर अयोध्या का इतिहास, धार्मिक महत्व और यहाँ दर्शन की खास बातें।
बड़ी देवकाली मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर में स्थित एक प्रसिद्ध देवी मंदिर है। यह मंदिर अयोध्या की 14 कोस की परिधि में, नए घाट क्षेत्र में स्थित है। इसे श्रीराम की कुलदेवी का मंदिर माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अयोध्या और जम्मू के त्रिकूट पर्वत ऐसे दो स्थान हैं जहाँ लक्ष्मी, काली और सरस्वती माता एक साथ विराजमान हैं। इस मंदिर को आस्था का केंद्र माना जाता है, जहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
बड़ी देवकाली मंदिर के ऐतिहासिक प्रमाण दो रूपों में देखे जाते हैं। धार्मिक ग्रंथों व परंपराओं के अनुसार यह मंदिर 11वीं शताब्दी का है, जबकि पुरातात्विक दृष्टि से इसका निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ माना जाता है। 1772 ईस्वी में मराठा सेनापति सदाजी भाऊ राव ने इस क्षेत्र पर अधिकार कर मंदिर का पुनर्निर्माण मराठा शैली में कराया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह मंदिर क्रांतिकारियों का आश्रय स्थल भी रहा था।
धार्मिक मान्यता है कि माता कौशल्या, भगवान श्रीराम को जन्म देने के बाद बड़ी देवकाली माता के दर्शन करने आई थीं। आज भी पुत्र जन्म के उपरांत श्रद्धालु अपने बच्चों को लेकर इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से देवी से प्रार्थना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह स्थान विशेष रूप से महिलाओं में पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए आस्था का केंद्र है।
मंदिर की वास्तुकला
मंदिर की वास्तुकला में मराठा शैली की स्पष्ट झलक दिखाई देती है। मंदिर का मुख्य द्वार सड़क के ठीक बगल में ऊँचाई पर स्थित है, जिसके दोनों ओर दो सिंह प्रतिमाएं स्थापित हैं। मंदिर परिसर में यमुना नदी के किनारे विश्रान्त घाट भी बनाया गया है। मंदिर की भव्यता और सांस्कृतिक महत्व इसे अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों में सम्मिलित करता है।
बड़ी देवकाली मंदिर अयोध्या का प्रसाद
बड़ी देवकाली मंदिर में माताजी को हलवा और पूरी का विशेष भोग अर्पित किया जाता है। भक्त इस प्रसाद को श्रद्धा से ग्रहण करते हैं।
हवाई मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो अयोध्या से लगभग 152 किलोमीटर दूर है। इसके अतिरिक्त गोरखपुर एयरपोर्ट (158 किमी) और प्रयागराज एयरपोर्ट (172 किमी) भी विकल्प के रूप में मौजूद हैं।
रेल मार्ग
अयोध्या आने के लिए फैजाबाद रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी है, जो बड़ी देवकाली मंदिर से सटा हुआ है। यदि यहाँ टिकट न मिले तो अयोध्या रेलवे स्टेशन भी नजदीक स्थित है, जहाँ से मंदिर आसानी से पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा अयोध्या और फैजाबाद के लिए 24 घंटे बस सेवाएं उपलब्ध हैं। प्रमुख शहरों से दूरी:
लखनऊ: 152 किमी
गोरखपुर: 158 किमी
प्रयागराज: 172 किमी
वाराणसी: 224 किमी
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