क्या आप विद्या, बुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं? शारदा स्तुति से पाएं माँ शारदा का आशीर्वाद जानिए इसका पाठ और चमत्कारी लाभ।
शारदा स्तुति मां सरस्वती (शारदा देवी) की महिमा का गुणगान करने वाली एक भक्तिपूर्ण प्रार्थना है। मां शारदा को विद्या, संगीत, कला, और ज्ञान की देवी माना जाता है। उनकी स्तुति करने से बुद्धि की वृद्धि, वाणी की स्पष्टता और अध्ययन में सफलता प्राप्त होती है।
माँ शारदा, जिन्हें माँ सरस्वती भी कहा जाता है, ज्ञान, शिक्षा, संगीत और कला की देवी हैं। वे भगवान ब्रह्मा की शक्ति मानी जाती हैं और उन्हें वाग्देवी यानी वाणी की देवी भी कहते हैं। माँ सरस्वती बुद्धि और समझ की रक्षक हैं। उन्हें वेदों की माता कहा गया है और माना जाता है कि ज्ञान के बिना सृष्टि संभव नहीं है, इसलिए वे तीनों लोकों की मूल शक्ति हैं। माँ सरस्वती शिक्षा और बोलचाल की शक्ति की देवी हैं, जो हर इंसान के जीवन में बहुत जरूरी है। शास्त्रों के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती की पूजा करना बहुत शुभ और फल देने वाला माना जाता है।
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला
या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा
या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकर प्रभृतिभिः
देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती
निःशेषजाड्यापहा॥
अर्थ: माँ शारदा, जो बर्फ की तरह उज्ज्वल हैं, सफेद वस्त्र पहनती हैं, जिनके हाथों में वीणा और आशीर्वाद देने की मुद्रा है, जो सफेद कमल के आसन पर बैठी हैं और जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और शिव जैसे देवता भी सदा प्रणाम करते हैं — ऐसी माँ मेरी अज्ञानता दूर करें और मेरी रक्षा करें।
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