श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर कौन-कौन सी चीज़ें खरीदने से जीवन में आता है सुख, शांति और समृद्धि? जानें धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुभ सामग्री।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन माखन, मिश्री, तुलसी दल, पीले वस्त्र, बांसुरी, मोरपंख, झूला, बाला गोपाल की मूर्ति, पंचामृत के लिए सामग्री, और पूजन थाली खरीदना शुभ माना जाता है। ये सब भगवान कृष्ण को अर्पित किए जाते हैं। आइये जानते हैं विस्तार से इस लेख के माध्यम से...
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा, प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। इस दिन लड्डू गोपाल को झूला झुलाना, माखन का भोग लगाना और बांसुरी जैसी प्रिय वस्तुएं अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि कुछ खास चीजों को इस दिन घर लाने से भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है। वहीं कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं जिनकी खरीदारी से इस दिन बचना चाहिए, क्योंकि उन्हें अशुभ माना गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि जन्माष्टमी के दिन किन चीजों को खरीदना लाभकारी होता है और किनसे दूरी बनाए रखना चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण को मोरपंख अत्यंत प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि मोरपंख को घर लाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता का संचार होता है। यह घर के क्लेश और अशांति को भी दूर करता है।
श्रीकृष्ण को माखन बाल्यकाल से ही अत्यंत प्रिय था। जन्माष्टमी के दिन तुलसी डालकर माखन का भोग लगाने से भगवान प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
बांसुरी श्रीकृष्ण का प्रिय वाद्य यंत्र है। जन्माष्टमी के दिन लकड़ी या चांदी की बांसुरी खरीदकर पूजा में अर्पित करें और फिर उसे तिजोरी में रखें। इससे आर्थिक समस्याएं कम होती हैं और घर में समृद्धि आती है।
भगवान श्रीकृष्ण का गायें भी विशेष प्रिय हैं, इसलिए जन्माष्टमी पर गाय और बछड़े की मूर्ति घर के पूजन स्थान या ईशान कोण में रखें। इससे सुख-शांति, समृद्धि और गृहकलह से मुक्ति मिलती है।
लड्डू गोपाल को झूला झुलाना जन्माष्टमी के उत्सव का प्रमुख आकर्षण माना जाता है। इस दिन नया झूला खरीदकर उसमें बाल रूप श्रीकृष्ण को स्थापित करने से घर में आनंद, प्रेम और सौहार्द बना रहता है।
यह माला श्रीकृष्ण के गले का आभूषण मानी जाती है, जिसमें माता लक्ष्मी का वास होता है। वैजयंती माला को घर लाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
इस दिन लोहे या स्टील के बर्तन, उपकरण या गहने खरीदना अशुभ माना जाता है क्योंकि ये शनि ग्रह से जुड़े होते हैं, जो भगवान श्रीकृष्ण की पूजा व व्रत के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
जन्माष्टमी पर चाकू, कैंची या कोई भी नुकीली वस्तु खरीदना या घर लाना नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दे सकता है। ऐसे में इस पर्व पर भूलकर भी ऐसी वस्तुओं की खरीददारी न करें।
इस दिन काले कपड़े या कोई भी काली वस्तु न खरीदें, क्योंकि यह रंग शनि और तामसिक ऊर्जा से जुड़ा होता है, जो पूजा-पाठ के वातावरण के लिए अशुभ माना जाता है।
जन्माष्टमी के अवसर पर मांस, मछली, अंडा जैसी वस्तुएं खरीदना या उपयोग करना पूर्णत: वर्जित माना गया है। इससे घर का आध्यात्मिक वातावरण दूषित हो सकता है।
इस दिन शराब, बीड़ी, सिगरेट या अन्य किसी प्रकार के नशे से जुड़ी चीजें खरीदने से इससे व्रत की पवित्रता भंग हो सकती है। इसलिए ध्यान रखें कि इन वस्तुओं को जन्माष्टमी के दिन न खरीदें।
जन्माष्टमी के दिन उधार पर कुछ भी खरीदने या कर्ज लेने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आर्थिक समस्याओं और कर्ज के बढ़ने का कारण बन सकता है।
यह थी ‘कृष्ण जन्माष्टमी पर क्या खरीदें और क्या नहीं’ से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी। अगर आप चाहते हैं कि इस शुभ दिन भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा आप पर बनी रहे, तो बताई गई शुभ वस्तुओं की खरीदारी जरूर करें और अशुभ चीजों से दूर रहें। हमारी कामना है कि इस जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण आपकी उपासना स्वीकार करें, और घर में सुख-शांति, प्रेम व समृद्धि का वास हो।
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