भगवान मुरुगन को क्या चढ़ाना चाहिए?
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

भगवान मुरुगन को क्या चढ़ाना चाहिए?

क्या आप चाहते हैं भगवान मुरुगन की कृपा से जीवन में साहस और विजय प्राप्त हो? जानिए उन्हें चढ़ाई जाने वाली प्रमुख चीजें और पूजा की सही विधि।

भगवान मुरूगन के बारे में

भगवान मुरुगन की पूजा में खास सामग्री चढ़ाने का बड़ा महत्व है। सही सामग्री और विधि से पूजा करने पर भगवान मुरुगन जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को साहस, शक्ति और सफलता का आशीर्वाद देते हैं। इस आर्टिकल में जानिए कौन-कौन सी चीजें चढ़ानी चाहिए?

भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) कौन हैं?

भगवान कार्तिकेय, जिन्हें स्कंद, मुरुगन, कुमारस्वामी और सुब्रमण्यम जैसे नामों से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं। वे भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र तथा भगवान गणेश के बड़े भाई हैं। उन्हें युद्ध, बुद्धि, साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। विशेष रूप से दक्षिण भारत में भगवान कार्तिकेय को अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा जाता है, जहाँ उन्हें रक्षक देवता के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।

  • भगवान कार्तिकेय को युद्ध के देवता के रूप में जाना जाता है, जो अधर्म और बुराई के नाशक हैं।
  • उनका वाहन मोर है, जो अहंकार के दमन और सुंदरता का प्रतीक माना जाता है।
  • उन्हें शौर्य, पराक्रम और नेतृत्व के देवता के रूप में भी पूजा जाता है, जो जीवन में साहस और आत्मबल प्रदान करते हैं।
  • भगवान कार्तिकेय को षडानन, यानी छह चेहरों वाले रूप में भी दर्शाया जाता है, जो उनकी बहुआयामी शक्ति, ज्ञान और दूरदृष्टि का प्रतीक हैं।

ये सभी विशेषताएं उन्हें एक शक्तिशाली, तेजस्वी और प्रेरणादायक देवता के रूप में प्रतिष्ठित करती हैं।

जानें दक्षिण भारत में भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) का महत्व

तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भगवान मुरुगन (कार्तिकेय) की पूजा अत्यंत व्यापक रूप से होती है। तमिल संस्कृति में उन्हें "तमिल कदवुल" (तमिल देवता) भी कहा जाता है। पालानी, तिरुचेंदूर, स्वामीमलई जैसे स्थान उनके प्रमुख तीर्थस्थलों में गिने जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि भगवान कार्तिकेय की पूजा श्रद्धा और विधि-विधान से की जाए, तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। उनकी कृपा से रोग, शत्रुओं की बाधा, मानसिक तनाव और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है। साथ ही, आत्मबल, बुद्धिबल और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

भगवान मुरुगन पर क्या चढ़ाएं? सामग्री की पूरी लिस्ट देखें

  • दिन की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान और शुद्ध वस्त्र पहनने से करें।
  • साफ-सुथरे स्थान पर भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  • उन्हें लाल फूल, विशेषकर कुरुंथोट्टी (आयुर्वेदिक औषधीय पौधा), अर्पित करना शुभ माना जाता है।
  • भगवान कार्तिकेय की पूजा करते समय उन्हें गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अभिषेक करना शुभ माना जाता है।
  • पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में घी का दीपक, धूप, फूल, फल, नैवेद्य, गंगाजल, चंदन, रोली, अक्षत, कलावा, सूखे मेवे और पान शामिल करें।
  • विशेष रूप से ध्यान रखें कि भगवान कार्तिकेय को भोग में श्रीखंड अर्पित करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। इसके साथ लड्डू, पंचामृत, और फल भगवान को भोग स्वरूप अर्पित किए जा सकते हैं।
  • कुमाराष्टमी, स्कंद षष्ठी और मंगलवार के दिन विशेष पूजा करने से अधिक फल प्राप्त होता है।
  • पूजा के अंत में “ॐ स्कन्दाय नमः” या “ॐ सुब्रह्मण्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • दक्षिण भारत में विशेष रूप से वेल (भाला) प्रतीक की पूजा की जाती है, जो उनके अस्त्र का प्रतीक है।

भगवान मुरुगन की कृपा पाने वाले शक्तिशाली मंत्र

कार्तिकेय गायत्री मंत्र

share
**ॐ तत्पुरुषाय विधमहे महा सैन्याय धीमहि तन्नो स्कंदः प्रचोदयात।**

अर्थ: इस मंत्र का जाप शत्रु बाधाओं से रक्षा करता है और साहस बढ़ाता है।

सफलता प्राप्ति के लिए मंत्र

share
**ॐ श्री स्कन्दाय नमः**

अर्थ: यह मंत्र जीवन में सफलता और मनोकामना पूर्ति के लिए उपयोगी है।

divider
Published by Sri Mandir·July 17, 2025

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

हमारा पता

फर्स्टप्रिंसिपल ऐप्सफॉरभारत प्रा. लि. 435, 1st फ्लोर 17वीं क्रॉस, 19वीं मेन रोड, एक्सिस बैंक के ऊपर, सेक्टर 4, एचएसआर लेआउट, बेंगलुरु, कर्नाटका 560102
YoutubeInstagramLinkedinWhatsappTwitterFacebook