🤝 2026 के पहले सोमवार को शिव शक्ति के पावन मिलन स्थल पर आयोजित विशेष शिव पार्वती पूजन की ऊर्जा का अनुभव करें, जो वैवाहिक सुख और संबंधों में स्थिरता व मजबूती का भाव जाग्रत करता है। 🤝
🤝 2026 के पहले सोमवार को शिव शक्ति के पावन मिलन स्थल पर आयोजित विशेष शिव पार्वती पूजन की ऊर्जा का अनुभव करें, जो वैवाहिक सुख और संबंधों में स्थिरता व मजबूती का भाव जाग्रत करता है। 🤝
🤝 2026 के पहले सोमवार को शिव शक्ति के पावन मिलन स्थल पर आयोजित विशेष शिव पार्वती पूजन की ऊर्जा का अनुभव करें, जो वैवाहिक सुख और संबंधों में स्थिरता व मजबूती का भाव जाग्रत करता है। 🤝
🤝 2026 के पहले सोमवार को शिव शक्ति के पावन मिलन स्थल पर आयोजित विशेष शिव पार्वती पूजन की ऊर्जा का अनुभव करें, जो वैवाहिक सुख और संबंधों में स्थिरता व मजबूती का भाव जाग्रत करता है। 🤝
🤝 2026 के पहले सोमवार को शिव शक्ति के पावन मिलन स्थल पर आयोजित विशेष शिव पार्वती पूजन की ऊर्जा का अनुभव करें, जो वैवाहिक सुख और संबंधों में स्थिरता व मजबूती का भाव जाग्रत करता है। 🤝
2026 पहला सोमवार शिव और शक्ति के मिलन की पवित्र भूमि - त्रियुगीनारायण विशेष

शिव-पार्वती विवाह महात्म्य कथा एवं अर्धनारीश्वर पूजन

रिश्ते में टकराव को सुलझाने और खुशी पाने के लिए
temple venue
त्रियुगीनारायण मंदिर, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
pooja date
5 January, Monday, माघ कृष्ण द्वितीया
పూజ బుకింగ్ ముగుస్తుంది
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
ఇప్పటి వరకు3,00,000+భక్తులుశ్రీ మందిర్ సేవా నిర్వహించిన పూజలలో పాల్గొన్నాను.
పూజా వీడియో పొందండి icon
పూజా వీడియో పొందండి
పూర్తి పూజా వీడియో 2 రోజుల్లో పంపబడుతుంది.
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది icon
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది
ఆలయంలోని ఉత్తమ పూజారి గారు మీ పూజని చేస్తారు.
జపించడానికి మంత్రం icon
జపించడానికి మంత్రం
ఆశీర్వాదం పొందుటకు విశేష మంత్రాలు క్రింద తెలుపబడ్డాయి
ఆశీర్వాదం బాక్స్ icon
ఆశీర్వాదం బాక్స్
ఆశీర్వాదం బాక్స్ మీ ఇంటి వద్దకే చేర్చబడింది.

🤝 2026 के पहले सोमवार को शिव शक्ति के पावन मिलन स्थल पर आयोजित विशेष शिव पार्वती पूजन की ऊर्जा का अनुभव करें, जो वैवाहिक सुख और संबंधों में स्थिरता व मजबूती का भाव जाग्रत करता है। 🤝

🙏 महादेव और माता पार्वती के विवाह स्थल पर किया गया यह अनुष्ठान कितना प्रभावशाली माना जाता है? 🙏

🕉️ 2026 के पहले सोमवार को शिव और शक्ति के दिव्य मिलन से प्रेम और सामंजस्य से भरे वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त करने का पावन अवसर। 🤝

🤝 भारत में भगवान शिव को समर्पित अनेक मंदिर हैं, किंतु कुछ स्थल विशेष आध्यात्मिक महत्व रखते हैं। ऐसा ही एक अत्यंत पवित्र स्थान है उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर, जिसे भगवान श्री शिव और माता पार्वती के दिव्य विवाह का साक्षी माना जाता है। यहां प्रज्वलित अखंड अग्नि को उनके पवित्र विवाह संस्कार का साक्षी कहा जाता है। क्योंकि यह मंदिर दांपत्य एकता और साथ के भाव का प्रतीक माना जाता है, इसलिए यहां जीवनसाथी के साथ मिलकर संयुक्त संकल्प के साथ पूजन करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। वेदों के अनुसार त्रियुगीनारायण मंदिर की स्थापना त्रेतायुग से मानी जाती है। आज भी श्रद्धालु यहां सुखमय और सामंजस्यपूर्ण वैवाहिक जीवन की कामना से पूजा अर्चना करते हैं।

वर्ष के पहले सोमवार से अधिक शुभ अवसर और क्या हो सकता है, जब भगवान शिव और माता पार्वती की संयुक्त उपासना की जाए। इसी कारण श्री मंदिर के माध्यम से शिव पार्वती विवाह पूजन, देवी माहात्म्य पाठ और अर्धनारीश्वर पूजा का आयोजन शिव शक्ति के इस पावन मिलन स्थल पर किया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि यह अनुष्ठान आपसी संबंधों में प्रेम, सौहार्द और मधुरता को बढ़ाने में सहायक होता है। भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हिंदू धर्म में दिव्य एकता का प्रतीक माना जाता है। यह पावन कथा प्रेम, समर्पण और त्याग के शाश्वत बंधन को दर्शाती है। इसलिए शिव पार्वती विवाह माहात्म्य कथा का पाठ सुखी और समृद्ध वैवाहिक जीवन के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।

साथ ही अर्धनारीश्वर स्वरूप भगवान शिव और माता पार्वती की अविभाज्य एकता का प्रतीक है, जिसमें आधा स्वरूप शिव का और आधा शक्ति का है। मान्यता है कि अर्धनारीश्वर की उपासना से दांपत्य जीवन में संतुलन और सामंजस्य का भाव जाग्रत होता है। शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों को विवाह में बाधाएं, जीवनसाथी प्राप्ति में विलंब या दांपत्य संबंधों में संघर्ष का अनुभव होता है, उनके लिए अर्धनारीश्वर पूजा विशेष रूप से उपयुक्त मानी जाती है। यह धारणा है कि इस पावन अनुष्ठान से वैवाहिक जीवन में आनंद और स्थिरता का मार्ग प्रशस्त होता है।

✨ श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में सहभागी बनें और शिव शक्ति के पावन स्थल पर भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा से वैवाहिक सुख, प्रेम और सामंजस्य से परिपूर्ण जीवन की भावना को सुदृढ़ करें। ✨

त्रियुगीनारायण मंदिर, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड

त्रियुगीनारायण मंदिर, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
त्रियुगीनारायण मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक ऐतिहासिक और पवित्र स्थल है, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के त्रियुगीनारायण गांव में स्थित है। यह प्राचीन तीर्थ स्थल गुटठुर से श्री केदारनाथ तक जुड़े रास्ते पर स्थित है और यहाँ के स्थापत्य शैली का असर केदारनाथ मंदिर पर भी देखने को मिलता है। यह गांव धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रियुगीनारायण को हिमवत की राजधानी माना जाता था और यहीं पर भगवान शिव और देवी पार्वती का पवित्र विवाह हुआ था।

कहा जाता है कि शिव और पार्वती का विवाह इसी विशाल हवन कुंड में हुआ था, जिसमें चारों दिशाओं में अग्नि प्रज्वलित की गई थी। इस दिव्य विवाह समारोह में ब्रह्मा, विष्णु सहित सभी देवताओं और संतों ने भाग लिया था। इस हवन कुंड की राख को आज भी भक्त अपने घर ले जाते हैं, और इसे अपने वैवाहिक जीवन के सुखमय होने के लिए एक आशीर्वाद मानते हैं। त्रियुगीनारायण नाम इसी कारण पड़ा क्योंकि यहाँ तीन युगों के चिन्ह देखे जाते हैं, जो भगवान विष्णु, शिव और पार्वती के दिव्य संबंधों को दर्शाते हैं। इस मंदिर परिसर में चार महत्वपूर्ण कुंड स्थित हैं: रुद्राकुंड, विष्णु कुंड, ब्रह्मकुंड और सरस्वती कुंड। इन कुंडों का जल बहुत पवित्र माना जाता है, और यही वह स्थान है जहाँ देवताओं ने शिव-पार्वती के विवाह के दौरान स्नान किया था। विशेष रूप से, सरस्वती कुंड का जल विष्णु की नाभि से उत्पन्न माना जाता है, जिससे इसकी धार्मिक महत्ता और भी बढ़ जाती है।

పూజా ప్యాకేజీని ఎంచుకోండి

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र सेवा, अन्नसेवा, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

శ్రీ మందిరం గురించి మన ప్రియమైన భక్తులు ఏమనుకుంటున్నారో చదవండి.
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

తరచుగా అడిగే ప్రశ్నలు