भाद्रपद शुक्ल पंचमी विशेष ऋषि पंचमी महापूजा
भाद्रपद शुक्ल पंचमी विशेष ऋषि पंचमी महापूजा
भाद्रपद शुक्ल पंचमी विशेष ऋषि पंचमी महापूजा
भाद्रपद शुक्ल पंचमी विशेष ऋषि पंचमी महापूजा

भाद्रपद शुक्ल पंचमी विशेष ऋषि पंचमी महापूजा

temple venue
श्री प्राचीन सप्तऋषि मंदिर, उज्जैन
pooja date
Warning InfoBookings has been closed for this Puja
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
ఇప్పటి వరకు3,00,000+భక్తులుశ్రీ మందిర్ సేవా నిర్వహించిన పూజలలో పాల్గొన్నాను.
పూజా వీడియో పొందండి icon
పూజా వీడియో పొందండి
పూర్తి పూజా వీడియో 2 రోజుల్లో పంపబడుతుంది.
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది icon
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది
ఆలయంలోని ఉత్తమ పూజారి గారు మీ పూజని చేస్తారు.
జపించడానికి మంత్రం icon
జపించడానికి మంత్రం
ఆశీర్వాదం పొందుటకు విశేష మంత్రాలు క్రింద తెలుపబడ్డాయి
ఆశీర్వాదం బాక్స్ icon
ఆశీర్వాదం బాక్స్
ఆశీర్వాదం బాక్స్ మీ ఇంటి వద్దకే చేర్చబడింది.

भाद्रपद शुक्ल पंचमी विशेष ऋषि पंचमी महापूजा

20 सितम्बर 2023, बुधवार, भाद्रपद शुक्ल पंचमी तिथि पर ऋषि पंचमी का महत्वपूर्ण पर्व है। जीवन में सुख, समृद्धि, सुख और सौभाग्य पाने, धार्मिक गलतियां एवं दोषों से मुक्ति पाने, सभी प्रकार के अक्षम्य पापों से मुक्ति पाने के लिए इस दिन ऋषि पंचमी महापूजा में भाग लेना चाहिए। इस खास दिन पर, उज्जैन के श्री सप्त ऋषि मंदिर में सप्त ऋषियों की महापूजा और भगवान शिव की महाभिषेक पूजा में भाग लें। इस महापूजा में शामिल होकर सप्त ऋषियों के आशीर्वाद से आप पापों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।

ऋषि पंचमी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन है, जो भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस पावन दिन पर, सप्त ऋषियों की पूजा और भगवान शिव की अभिषेक पूजा की जाती है। ऋषि पंचमी की कथा के अनुसार, इस व्रत का पालन करने से महिलाओं की माहवारी के दौरान होने वाली धार्मिक गलतियों से मुक्ति मिलती है और उन्हें घर में सुख, शांति, समृद्धि, और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

श्री प्राचीन सप्तऋषि मंदिर,उज्जैन

श्री प्राचीन सप्तऋषि मंदिर,उज्जैन
भगवान महाकाल की नगरी - उज्जैन में स्थापित श्री सप्त ऋषि मंदिर की स्थापना भगवान श्री कृष्ण ने लगभग 5000 वर्ष पूर्व की थी। स्कन्द पुराण के अवंतिका खंड में इस मंदिर की स्थापना से संबंधित उल्लेख प्राप्त होता है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने उनके गुरु ऋषि सांदीपनि के पुत्रों के आत्मा की मोक्ष प्राप्ति के लिए इस मंदिर की स्थापना की थी।

मान्यता के अनुसार इस मंदिर में ऋषि पंचमी विशेष महापूजा करने से जन्मोजन्म के दोष एवं पापों से मुक्ति मिलती है एवं श्राद्ध पक्ष के दौरान पितृ तर्पण करने से पितरों को भी मोक्ष गति की प्राप्ति होती है।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

శ్రీ మందిరం గురించి మన ప్రియమైన భక్తులు ఏమనుకుంటున్నారో చదవండి.
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

తరచుగా అడిగే ప్రశ్నలు