भगवान शिव को अत्यंत उदार देवता माना जाता है इसलिए उन्हें प्रसन्न करना बहुत आसान है। मान्यता है कि ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में ऋण मुक्ति शिव हवन के साथ रुद्राभिषेक करने से व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति होती है और भगवान शिव कर्ज मुक्ति और धन संचय का आशीष देते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, धन के देवता कुबेर भगवान शिव के परम भक्त थे। कुबेर ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस ज्योतिर्लिंग में कठोर तपस्या की। इसके लिए उन्होंने यहां एक शिवलिंग स्थापित किया। भगवान शिव कुबेर की भक्ति से प्रसन्न हुए एवं कुबेर को देवताओं का धनपति बना दिया।
इसके अलावा भगवान शिव ने कुबेर के स्नान के लिए अपनी जटा से कावेरी नदी उत्पन्न की जो कि नर्मदा में जाकर मिलती है। यहां पर कावेरी ओमकार पर्वत का चक्कर लगते हुए संगम पर वापस नर्मदा से मिलती है। जिसे नर्मदा और कावेरी का संगम कहा जाता है। वहीं शिव पुराण में कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति कर्ज से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है, EMI चुकाने में सक्षम नहीं है तो सोमवार के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना अत्यंत फलदायी साबित होता है। इसलिए, सोमवार को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में होने वाले ऋण मुक्ति शिव हवन एवं रुद्राभिषेक में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और भोलेनाथ से ऋण मुक्ति एवं धन की प्रचुरता का आशीष पाएं।