रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ
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रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ
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रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ
रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ
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रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ
अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष

मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ

रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए
temple venue
शक्तिपीठ माँ कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी, असम
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रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति के लिए अम्बुबाची मेला: मंदिर पुनरारंभ विशेष मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ

🛕मंदिर के कपाट खुलने के बाद पहली पूजा🌸

अंबुबाची मेला एक वार्षिक मेला है जो कि तंत्र और शक्ति की उपासना का विशेष पर्व माना गया है। यह हर वर्ष जून माह में मनाया जाता है। ऐसा मानना है कि दुनियाभर में जो तंत्र साधनाएं सफल नहीं होती हैं वो इस दौरान यहां आकर पूरी की जाती हैं, यही कारण है कि यहां देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन को आते हैं। प्रचलित कथा के अनुसार, कामाख्या देवी के रजस्वला होने की खुशी में अंबुबाची मेला मनाया जाता है, जो कि तीन दिन तक चलता है। इस दौरान मंदिर का कपाट बंद रहता है, मंदिर दोबारा खुलने के बाद पहली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें माता विश्राम के बाद अपनी नई ऊर्जा के साथ भक्तों को जीवन में नवीनीकरण का आशीष देती हैं। तंत्र मंत्र की देवी मां कामाख्या को शक्ति का प्रतीक माना जाता है।

मान्यता है कि इस दौरान देवी की पूजा करने से हजार गुना अत्यधिक फल की प्राप्ति होती है। जो भक्त इस दौरान मंदिर में दर्शन को नहीं पहुंच पाते वो इस पूजा के साथ अभिमंत्रित की हुई वस्तुओं को अपने घर पर रख सकते हैं। माना जाता है कि इस दौरान माता के तीर्थक्षेत्र से अभिमंत्रित हुई वस्तुओं को अपने घर में रखने से सुख, समृद्धि एवं खुशहाल वैवाहिक जीवन का आशीष प्राप्त होता है साथ ही सकारात्मक एवं दिव्य ऊर्जा का अनुभव भी होता है। मंदिर पुन: खुलने के अवसर पर इस पहली पूजा का लाभ उठाने के लिए श्री मंदिर द्वारा मां कामाख्या तंत्र युक्त महायज्ञ में भाग लें और देवी कामाख्या से रिश्तों में विवादों से मुक्ति एवं असीम प्रेम प्राप्ति का आशीष पाएं।

शक्तिपीठ माँ कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी, असम

शक्तिपीठ माँ कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी, असम
गुवाहाटी में विराजित मां कामाख्या देवी हैं, जो शक्ति या दिव्य नारी ऊर्जा का प्रतीक हैं। देवी कामाख्या साहस, सहिष्णुता और मानसिक ऊर्जा बढ़ाने, संतानहीनता और दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याओं से निवारण एवं मनोकामना पूर्ति के लिए पूजनीय मानी हैं। शक्तिपीठ कामाख्या तीर्थ क्षेत्र, 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहां देवी सती की 'योनि' पृथ्वी पर गिरी थी तब से माता यहीं कामाख्या के रूप में वास करती हैं। यह एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है और यहाँ के साधु, सन्यासी और खासकर तांत्रिकों के लिए तपस्या का स्थल माना जाता है, जो देवी के आशीर्वाद के लिए मंदिर का दौरा करते हैं।


प्रतिवर्ष यहाँ अम्बुबाची मेला लगता है, जिस दौरान कामाख्या देवी मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं तथा कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। मान्यता के अनुसार, अम्बुबाची मेले के दौरान 3 दिनों तक माता कामाख्या का मासिक धर्म चलता है, जिससे मंदिर के पीछे बहने वाली ब्रह्मपुत्र नदी का जल भी लाल रंग का हो जाता है। मान्यता है की इस पावन अवसर पर जो भी भक्त यहां से अभिमंत्रित वस्तुओं को अपने घर पर रखता है उसे पूरे वर्ष सुख समृद्धि का आशीष प्राप्त होता है।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

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