🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏
आर्द्रा नक्षत्र विशेष: राहु-केतु महाशांति

राहु-केतु पीड़ा शांति हवन एवं अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ

राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए
temple venue
राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड
pooja date
12 October, Sunday, कार्तिक कृष्ण षष्ठी
పూజ బుకింగ్ ముగుస్తుంది
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
ఇప్పటి వరకు3,00,000+భక్తులుశ్రీ మందిర్ సేవా నిర్వహించిన పూజలలో పాల్గొన్నాను.
పూజా వీడియో పొందండి icon
పూజా వీడియో పొందండి
పూర్తి పూజా వీడియో 2 రోజుల్లో పంపబడుతుంది.
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది icon
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది
ఆలయంలోని ఉత్తమ పూజారి గారు మీ పూజని చేస్తారు.
జపించడానికి మంత్రం icon
జపించడానికి మంత్రం
ఆశీర్వాదం పొందుటకు విశేష మంత్రాలు క్రింద తెలుపబడ్డాయి
ఆశీర్వాదం బాక్స్ icon
ఆశీర్వాదం బాక్స్
ఆశీర్వాదం బాక్స్ మీ ఇంటి వద్దకే చేర్చబడింది.

🐍✨ राहु और केतु की पीड़ा से राहत के लिए, 🌌 आर्द्रा नक्षत्र के विशेष योग में राहु पैठाणी मंदिर में कराएं 🔥 📜 अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ 🙏

वैदिक ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। ये दोनों ग्रह जीवन में अनिश्चितता, भय, चिंता और अचानक आने वाले उतार-चढ़ाव का कारण बनते हैं। राहु मन को भ्रमित करता है, अस्थिरता और मानसिक तनाव लाता है, जबकि केतु आध्यात्मिक भ्रम, संबंधों में दूरी और हानि का कारक बनता है। इनके अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को मानसिक उलझन, आर्थिक संकट, रोग, संतान से जुड़ी समस्याएँ और सामाजिक संघर्ष का सामना करना पड़ता है। खासकर जब राहु-केतु दोष या कालसर्प योग सक्रिय होता है, तब जीवन में अवरोध और बाधाएँ और भी गहरी हो जाती हैं।

आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु है और देवता भगवान शिव के रुद्र स्वरुप हैं। यह नक्षत्र तूफ़ान, परिवर्तन और नई शुरुआत का प्रतीक है। जब राहु इसी नक्षत्र में सक्रिय होता है, तो उसका प्रभाव तीव्र हो जाता है, जिससे जातक को मानसिक बेचैनी, तनाव और अव्यवस्था का सामना करना पड़ता है। इसी कारण आर्द्रा नक्षत्र के दौरान राहु-केतु दोष शांति के लिए किए जाने वाले अनुष्ठान को विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।

राहु पैठाणी मंदिर में आयोजित राहु-केतु पीड़ा शांति हवन एवं अथर्ववेदोक्त सर्प सूक्त पाठ इसी उद्देश्य से किया जाता है। इस हवन में विशेष सामग्री के साथ राहु-केतु के मंत्रों का उच्चारण किया जाता है, जिससे उनके दुष्प्रभाव कम होते हैं और जीवन में संतुलन आता है। साथ ही, अथर्ववेद में वर्णित सर्प सूक्त का पाठ किया जाता है, जो कालसर्प योग और राहु-केतु दोष से उत्पन्न समस्याओं जैसे भय, रोग, आर्थिक संकट और बाधाओं को कम करने में सहायक माना जाता है।

श्री मंदिर के माध्यम से भक्त इस राहु-केतु पीड़ा शांति हवन एवं सर्प सूक्त पाठ में सम्मिलित होकर अपने जीवन में राहु-केतु दोषों से राहत प्राप्त कर सकते हैं और स्थिरता, सफलता तथा सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं।

राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड

राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड
उत्तराखंड में स्थित इस राहु मंदिर में भगवान शिव के साथ-साथ राहु की भी पूजा की जाती है। यह देश के उन मंदिरों में से है, जहां राहु की पूजा भगवान श‍िव के साथ होती है। माना जाता है कि राहु और केतु स्वरभानु नामक असुर के शरीर के भाग हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब स्वरभानु ने देवताओं की पंगत में बैठकर छल से अमृत पी लिया तभी भगवान विष्णु को उसके छल का पता चल गया और उन्होनें अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था, जिससे कि वह अमर न हो जाए, लेक‍िन अमृत पीने के कारण स्वरभानु तो अमर हो गया था। स्वरभानु का न‍ि‍चला ह‍िस्‍सा केतु बना तो धड़ से ऊपर स‍िर वाला भाग राहु कहलाया। यही स‍िर वाला हिस्सा सुदर्शन से कटने के बाद पौड़ी में स्‍थ‍ित इसी स्थान पर गिरा जो राहु मंदि‍र के नाम से जाना गया।

मान्यता है कि राहु के कारण उत्पन्न होने वाले विभिन्न दोषों को दूर करने के लिए लोग राहु के मंदिर में जाते हैं। वहीं यहां विशेष रूप से कालसर्प दोष, राहु-केतु दोष, और राहु महादशा से राहत पाने के लिए पूजा-अर्चना की जाती है। कई जगहों पर वर्णित है कि इस मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य जी ने करवाया था। लेकिन इस मंदिर को लेकर एक और कथा है जिसमें बताया गया है कि इसका निर्माण पांडवों ने उस समय करवाया जब वो स्वर्गारोहिणी यात्रा पर थे, तब राहु दोष से बचने के लिए पांडवों ने इसी मंदिर में भगवान शिव और राहु की पूजा की थी।

పూజా ప్యాకేజీని ఎంచుకోండి

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र सेवा, अन्नसेवा, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

శ్రీ మందిరం గురించి మన ప్రియమైన భక్తులు ఏమనుకుంటున్నారో చదవండి.
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

తరచుగా అడిగే ప్రశ్నలు