परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक
गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष

गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक

परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
28 October, Monday, गोवत्स द्वादशी
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srimandir devotees
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परिवार में सुख-समृद्धि और एकता के लिए गोवत्स द्वादशी गौ पूजन विशेष गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक

सनातन धर्म में गोवत्स द्वादशी का विशेष महत्व है। हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को गोवत्स द्वादशी मनाई जाती है। इसे बछ बारस के नाम से भी जाना जाता है। यह तिथि गौ माता की पूजा के लिए समर्पित है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण के जन्म के बाद माता यशोदा ने इसी तिथि पर गौ माता के दर्शन कर पूजा अर्चना की थी। भविष्य पुराण के अनुसार गौमाता कि पीछे भाग में ब्रह्म का वास है, गले में विष्णु का, मुख में रुद्र का, मध्य में समस्त देवताओं और रोमकूपों में महर्षिगण, पूंछ में अनंत नाग, खूरों में समस्त पर्वत, गौमूत्र में गंगादि नदियां, गौमय में लक्ष्मी और नेत्रों में सूर्य-चन्द्र विराजित हैं। इसलिए माना जाता है कि इस तिथि पर गौ माता की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भक्त गोवत्स तिथि पर गौ माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कई तरह के दिव्य अनुष्ठान करते हैं, जिनमें से गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक भी शामिल है।

इस अनुष्ठान में गौ माता की षोडशोपचार विधि अर्थात 16 प्रकार से पूजा की जाती है, इस दौरान उन्हें पुष्प, कुमकुम, वस्त्र आदि अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद गौ माता का अभिषेक कर उन्हें अलंकारित किया जाता है। मान्यता है कि गोवत्स द्वादशी पर गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक करने से परिवार में सुख-समृद्धि और एकता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि यह पूजा किसी विशेष मुर्हूत में की जाए तो यह कई गुना अधिक फलदायी हो सकती है। गोवत्स द्वादशी तिथि पर शाम 06:07 मिनट से रात 08:37 बजे तक प्रदोष काल मुहूर्त लग रहा है। जो इस पूजा के लिए सबसे शुभ समय है। इसलिए गोवत्स द्वादशी तिथि पर प्रदोष काल गोवत्स द्वादशी मुहूर्त के शुभ समय के दौरान दक्षिण भारत के एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में गौ वात्सल्य षोडश पूजन, गौ अलंकार एवं अभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और गौ माता द्वारा परिवार में सुख-समृद्धि और एकता का आशीर्वाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर में कई चमत्कार हुए हैं, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है। शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। यह मंदिर भगवान राम से जुड़े होने के कारण भी प्रसिद्ध है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम ने जटायु को मोक्ष प्रदान किया था और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया था। भक्तगण भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर आते हैं। माना जाता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
1251
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
2001
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में गौ माता को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
3001
संयुक्त परिवार पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में गौ माता को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

மதிப்புரைகள் மற்றும் மதிப்பீடுகள்

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