🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨
राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष

काल सर्प दोष पूजा और राहु-केतु शांति पूजा

मानसिक स्थिरता और भय से राहत की प्रार्थना के लिए
temple venue
श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, नासिक, महाराष्ट्र
pooja date
4 October, Saturday, आश्विन शुक्ल द्वादशी
பூஜை முன்பதிவு முடிவடையும்
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
இப்போது வரை3,00,000+பக்தர்கள்ஶ்ரீ மந்திர் பூஜா சேவை நடத்தும் பூஜைகளில் கலந்துகொண்டவர்கள்
பூஜை வீடியோவைப் பெறுக. icon
பூஜை வீடியோவைப் பெறுக.
முழுமையான பூஜை வீடியோ 2 நாட்களுக்குள் பகிரப்படும்.
முறையான சடங்குகள் பின்பற்றப்பட்டன. icon
முறையான சடங்குகள் பின்பற்றப்பட்டன.
கோவிலில் இருந்து ஒரு சிறந்த பண்டிதர் உங்கள் பூஜையைச் செய்வார்.
உச்சரிப்பதற்கான மந்திரம் icon
உச்சரிப்பதற்கான மந்திரம்
ஆசீர்வாதம் பெற கீழே சிறப்பு மந்திரங்கள் பகிரப்பட்டுள்ளன.
ஆசீர்வாதப் பெட்டி icon
ஆசீர்வாதப் பெட்டி
உங்கள் வீட்டு வாசலிலேயே ஆசீர்வாதப் பெட்டியைப் பெறுங்கள்.

🐍 राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष भय और मानसिक अशांति से राहत 🙏✨

जीवन कभी-कभी अनगिनत चुनौतियों के चक्र में फंसा सा लगता है। अचानक रुकावटें, बेचैनी, रिश्तों में तनाव या अप्रत्याशित बाधाएँ मन को बोझिल बना देती हैं। वैदिक ज्योतिष में इन परिस्थितियों को कालसर्प दोष से जोड़ा गया है। जब सभी सात ग्रह छाया ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं, तब यह दोष बनता है। यह योग कर्म संबंधी कठिनाइयों को गहरा करता है और जीवन में अस्थिरता, मानसिक अशांति और अज्ञात का भय उत्पन्न करता है।

इन बाधाओं से राहत पाने के लिए कालसर्प दोष पूजा और राहु-केतु शांति पूजा का आयोजन किया जाता है। यह विशेष अनुष्ठान राहु और केतु की ऊर्जा को शांत करने, उनके अशुभ प्रभावों को कम करने और जीवन में संतुलन स्थापित करने का साधन माना जाता है।

📿 यह पूजा क्यों विशेष है?

कालसर्प दोष पूजा विशेष रूप से उन अवरोधों और असफलताओं को कम करने के लिए की जाती है, जो अधूरे कर्म और पितृ संबंधी प्रभावों से उत्पन्न होती हैं। इसमें आहुतियाँ, मंत्रोच्चारण और प्रतीकात्मक अनुष्ठान शामिल होते हैं, जिनसे नकारात्मकता का प्रभाव घटता है और जीवन में सामंजस्य आता है। इसके साथ ही राहु-केतु शांति पूजा का उद्देश्य राहु और केतु की अशांत ऊर्जा को शांत करना है, जो भय, भ्रम और अस्थिरता के रूप में सामने आती है।

जब ये दोनों पूजन साथ किए जाते हैं, तो इनसे तीन मुख्य लाभ माने जाते हैं:

🔹 मानसिक स्थिरता: मन को शांति और स्पष्टता मिलती है, जिससे लगातार बनी चिंता कम होती है।
🔹 भय से राहत: छिपे शत्रुओं, नकारात्मक प्रभावों और संदेहों से रक्षा की प्रार्थना की जाती है।
🔹 जीवन में संतुलन: बाधाएँ कम होकर करियर, रिश्तों और आध्यात्मिक प्रगति का मार्ग सुगम होता है।

✨ इस विशेष पूजा का लाभ

राहु-केतु शांति सर्प दोष विशेष पूजन में सम्मिलित होकर साधक साहस, स्थिरता और कर्मजनित बाधाओं से मुक्ति की प्रार्थना कर सकते हैं। माना जाता है कि इन अनुष्ठानों से एक सुरक्षात्मक आभामंडल बनता है, जो भय को कम करने, आत्मविश्वास को पुनः जागृत करने और आगे बढ़ने की शक्ति प्रदान करता है।

🙏 श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजन में सम्मिलित होकर जीवन में शांति, सुरक्षा और संतुलन की प्रार्थना करें।

श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, नासिक, महाराष्ट्र

श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, नासिक, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के नासिक में गोदावरी नदी के तट पर स्थित त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग को 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे प्रसिद्ध माना जाता है। यह ज्योतिर्लिंग एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ एक ही स्थान पर तीन शिवलिंग प्रतिष्ठित हैं। इन तीन शिवलिंग को त्रिदेव, ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश का प्रतिनिधित्व माना जाता है। मंदिर के पास, ब्रह्मगिरी पर्वत से पवित्र नदी गोदावरी निकलती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, प्राचीन काल में ऋषि गौतम अपनी पत्नी अहिल्या के साथ ब्रह्मगिरी पर्वत पर रहते थे। अन्य ऋषियों को गौतम ऋषि से ईर्ष्या होने लगी और उन्होंने उन पर गौ हत्या का झूठा आरोप लगाया। इस पाप से मुक्ति पाने के लिए, अन्य ऋषियों ने उनसे गंगा नदी को इस स्थान पर लाने के लिए कहा। चूंकि मां गंगा का पृथ्वी पर आना संभव नहीं था, इसलिए ऋषि गौतम ने एक शिवलिंग की स्थापना की और उसकी पूजा करने लगे।

ऋषि गौतम की सच्ची भक्ति से प्रभावित होकर भगवान शिव उनके सामने प्रकट हुए। भगवान शिव ने ऋषि गौतम से एक इच्छा करने को कहा और उन्होंने गंगा नदी को इस स्थान पर उतरने का अनुरोध किया। देवी गंगा ने इसी शर्त पर ऋषि की इच्छा पूरी करने के लिए मानी जब महादेव उस स्वयं उस स्थान पर निवास करेंगे। गंगा की इच्छा को स्वीकार करते हुए, भगवान शिव ने स्वयं को त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट किया। अंततः गंगा यहां गोदावरी नदी के रूप में प्रकट हुई। गोदावरी को दक्षिण गंगा के रूप में भी जाना जाता है। मान्यता है कि त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से व्यक्ति की इच्छाएं पूरी होती हैं और उसे इस और पिछले जन्मों में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। भक्त आर्थिक समस्याओं एवं नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करने के लिए भी यहाँ भगवान शिव की पूजा करते हैं।

பூஜை தொகுப்பைத் தேர்ந்தெடுக்க

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र सेवा, अन्नसेवा, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा, धागा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, श्री मंदिर की तरफ से आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

மதிப்புரைகள் மற்றும் மதிப்பீடுகள்

நம் அன்பு பக்தர்கள் ஸ்ரீ மந்திரைப் பற்றித் தந்திருக்கும் கருத்துகளைப் படித்துப் பாருங்கள்
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

அடிக்கடி கேட்கப்படும் கேள்விகள்