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2 नवम्बर, 2025

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एकादशी शुक्ल पक्ष,रविवार
कार्तिक मास
शरद,कालयुक्त 2082
एकादशी शुक्ल पक्ष,रविवार
कार्तिक मास
शरद,कालयुक्त 2082
त्यौहार
गौण देवुत्थान एकादशी, वैष्णव देवुत्थान एकादशी, तुलसी विवाह, योगेश्वर द्वादशी
त्यौहार
गौण देवुत्थान एकादशी, वैष्णव देवुत्थान एकादशी, तुलसी विवाह, योगेश्वर द्वादशी

शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:20 AM से 12:04 PM
11:20 AM से 12:04 PM
राहुकाल
राहुकाल
3:54 PM से 5:17 PM
3:54 PM से 5:17 PM
गुलिक काल
गुलिक काल
2:30 PM से 3:54 PM
2:30 PM से 3:54 PM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
11:42 AM से 1:06 PM
11:42 AM से 1:06 PM

आज का पंचांग

तिथि
शुक्ल पक्ष एकादशी
7:32 AM तक
7:32 AM तक
नक्षत्र
पूर्व भाद्रपद
5:04 PM तक
5:04 PM तक
योग
व्याघात
11:11 PM तक
11:11 PM तक
करण
विष्टि
7:30 AM तक
7:30 AM तक
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कार्तिक
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कार्तिक
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भीष्म पञ्चक प्रारम्भ
2 November, 2025
गौण देवुत्थान एकादशी
2 November, 2025
वैष्णव देवुत्थान एकादशी
2 November, 2025
तुलसी विवाह
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योगेश्वर द्वादशी
3 November, 2025
प्रदोष व्रत
3 November, 2025
विश्वेश्वर व्रत
4 November, 2025
वैकुण्ठ चतुर्दशी
4 November, 2025
मणिकर्णिका स्नान
4 November, 2025
चौमासी चौदस
5 November, 2025
देव दीवाली
5 November, 2025
कार्तिक पूर्णिमा
5 November, 2025
पुष्कर स्नान
5 November, 2025
पूर्णिमा उपवास
5 November, 2025
गुरु नानक जयन्ती
5 November, 2025
भीष्म पञ्चक समाप्त
5 November, 2025
अष्टाह्निका विधान पूर्ण
5 November, 2025
रथ यात्रा
6 November, 2025
मार्गशीर्ष प्रारम्भ *उत्तर
6 November, 2025
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रोहिणी व्रत
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कालभैरव जयन्ती
14 November, 2025
नेहरू जयन्ती
15 November, 2025
उत्पन्ना एकादशी
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वृश्चिक संक्रान्ति
17 November, 2025
प्रदोष व्रत
17 November, 2025
मण्डला काल प्रारम्भ
18 November, 2025
मासिक शिवरात्रि
19 November, 2025
दर्श अमावस्या
20 November, 2025
मार्गशीर्ष अमावस्या
22 November, 2025
चन्द्र दर्शन
24 November, 2025
विनायक चतुर्थी
25 November, 2025
विवाह पञ्चमी
25 November, 2025
नाग पञ्चमी *तेलुगू
26 November, 2025
सुब्रहमन्य षष्ठी
26 November, 2025
चम्पा षष्ठी
28 November, 2025
मासिक दुर्गाष्टमी
पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 शिव अघोर मंत्र जाप
श्राद्ध विशेष : अघोर मंत्र जाप और पितृ शांति पूजा

पितृ दोष शांति पूजा और 11,000 शिव अघोर मंत्र जाप

पितरों की आत्माओं की शांति और परिवार के कल्याण के लिए

puja venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, खंडवा
puja date
8 सितम्बर, सोमवार, आश्विन कृष्ण प्रतिपदा
पांच तीर्थ पितृ दोष निवारण पूजा और काशी गंगा आरती
पांच तीर्थ पितृ कृपा महापूजा

पांच तीर्थ पितृ दोष निवारण पूजा और काशी गंगा आरती

पूर्वजों की आत्मा शांति और पारिवारिक विवादों से राहत के लिए

puja venue
धर्मारण्य वेदी, गोकर्ण क्षेत्र, गंगा घाट, रामेश्वरम घाट, पिशाच मोचन कुंड, गया, गोकर्ण, रामेश्वरम घाट, हरिद्वार, काशी | बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश
puja date
8 सितम्बर, सोमवार, अश्विन कृष्ण प्रतिपदा

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 2 नवम्बर, 2025एकादशी शुक्ल पक्ष,रविवारकार्तिक मासशरद,कालयुक्त 2082 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:20 AM से 12:04 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 2:30 PM से 3:54 PM  तक है।
और राहुकाल 3:54 PM से 5:17 PM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 11:42 AM से 1:06 PM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 6:07 AM और सूर्यास्त 5:17 PM का समय है।
चंद्रोदय 2:58 PM और चंद्रोदय का समय 2:58 PM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि शुक्ल पक्ष एकादशी 7:32 AM तक है। हवहीं नक्षत्र पूर्व भाद्रपद 5:04 PM तक है।
योग व्याघात 11:11 PM तक है।करण विष्टि 7:30 AM तक है।
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आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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