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2 अक्टूबर, 2025

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दशमी शुक्ल पक्ष,गुरुवार
अश्विन मास
शरद,कालयुक्त 2082
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त्यौहार
सरस्वती विसर्जन, दुर्गा विसर्जन, दशहरा, विजयदशमी, बंगाल विजयदशमी, मैसूर दसरा, विद्यारम्भ दिन, मध्वाचार्य जयन्ती, गाँधी जयन्ती
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शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:25 AM से 12:11 PM
11:25 AM से 12:11 PM
राहुकाल
राहुकाल
1:17 PM से 2:46 PM
1:17 PM से 2:46 PM
गुलिक काल
गुलिक काल
8:50 AM से 10:19 AM
8:50 AM से 10:19 AM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
5:51 AM से 7:20 AM
5:51 AM से 7:20 AM

आज का पंचांग

तिथि
शुक्ल पक्ष दशमी
7:12 PM तक
7:12 PM तक
नक्षत्र
उत्तराषाढ़ा
9:14 AM तक
9:14 AM तक
योग
सुकर्मा
11:29 PM तक
11:29 PM तक
करण
तैतिल
7:11 AM तक
7:11 AM तक
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अश्विन
महीना पूर्णिमांत
अश्विन
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आयुध पूजा
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2 October, 2025
सरस्वती विसर्जन
2 October, 2025
दुर्गा विसर्जन
2 October, 2025
दशहरा
2 October, 2025
विजयदशमी
2 October, 2025
बंगाल विजयदशमी
2 October, 2025
मैसूर दसरा
2 October, 2025
विद्यारम्भ दिन
2 October, 2025
मध्वाचार्य जयन्ती
2 October, 2025
गाँधी जयन्ती
3 October, 2025
पापांकुशा एकादशी
4 October, 2025
पद्मनाभ द्वादशी
4 October, 2025
प्रदोष व्रत
4 October, 2025
शनि त्रयोदशी
6 October, 2025
कोजागर पूजा
6 October, 2025
शरद पूर्णिमा
6 October, 2025
पूर्णिमा उपवास
7 October, 2025
अश्विन पूर्णिमा
7 October, 2025
वाल्मीकि जयन्ती
7 October, 2025
मीराबाई जयन्ती
7 October, 2025
नवपद ओली पूर्ण
8 October, 2025
कार्तिक प्रारम्भ *उत्तर
9 October, 2025
अट्ल तद्दी
10 October, 2025
करवा चौथ
10 October, 2025
संकष्टी चतुर्थी
10 October, 2025
मासिक कार्तिगाई
11 October, 2025
रोहिणी व्रत
13 October, 2025
अहोई अष्टमी
13 October, 2025
राधा कुण्ड स्नान
13 October, 2025
कालाष्टमी
17 October, 2025
रमा एकादशी
17 October, 2025
गोवत्स द्वादशी
17 October, 2025
तुला संक्रान्ति
18 October, 2025
धन तेरस
18 October, 2025
यम पञ्चक प्रारम्भ
18 October, 2025
यम दीपम
18 October, 2025
प्रदोष व्रत
18 October, 2025
शनि त्रयोदशी
19 October, 2025
काली चौदस
19 October, 2025
हनुमान पूजा
19 October, 2025
मासिक शिवरात्रि
20 October, 2025
नरक चतुर्दशी
20 October, 2025
तमिल दीपावली
20 October, 2025
दीवाली
20 October, 2025
लक्ष्मी पूजा
20 October, 2025
दीपमालिका
20 October, 2025
केदार गौरी व्रत
20 October, 2025
चोपड़ा पूजा
20 October, 2025
शारदा पूजा
20 October, 2025
काली पूजा
20 October, 2025
कमला जयन्ती
21 October, 2025
कार्तिक अमावस्या
21 October, 2025
दर्श अमावस्या
22 October, 2025
गोवर्धन पूजा
22 October, 2025
अन्नकूट
22 October, 2025
बलि प्रतिपदा
22 October, 2025
द्यूत क्रीडा
22 October, 2025
नव सम्वत प्रारम्भ
23 October, 2025
चन्द्र दर्शन
23 October, 2025
भैया दूज
23 October, 2025
यम द्वितीया
25 October, 2025
नागुला चविति *तेलुगू
25 October, 2025
विनायक चतुर्थी
26 October, 2025
लाभ पञ्चमी
27 October, 2025
छठ पूजा
27 October, 2025
सूर सम्हारम
29 October, 2025
अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ
30 October, 2025
गोपाष्टमी
30 October, 2025
मासिक दुर्गाष्टमी
31 October, 2025
अक्षय नवमी
31 October, 2025
जगद्धात्री पूजा

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 2 अक्टूबर, 2025दशमी शुक्ल पक्ष,गुरुवारअश्विन मासशरद,कालयुक्त 2082 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:25 AM से 12:11 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 8:50 AM से 10:19 AM  तक है।
और राहुकाल 1:17 PM से 2:46 PM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 5:51 AM से 7:20 AM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 5:51 AM और सूर्यास्त 5:45 PM का समय है।
चंद्रोदय 2:40 PM और चंद्रोदय का समय 2:40 PM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि शुक्ल पक्ष दशमी 7:12 PM तक है। हवहीं नक्षत्र उत्तराषाढ़ा 9:14 AM तक है।
योग सुकर्मा 11:29 PM तक है।करण तैतिल 7:11 AM तक है।
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आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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