🪔 नवरात्रि की सप्तमी पर नव-काली यंत्र स्थापना और महाहवन से जीवन में पाएं परिवार की सुरक्षा और मां काली से धन-समृद्धि का दिव्य आशीर्वाद 🪔
📜 नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर काली यंत्र की स्थापना बेहद शुभ और शक्तिशाली मानी गई है। इस दिन देवी दुर्गा के ‘उग्र और रक्षक स्वरूप’ मां कालरात्रि की विशेष पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, काली यंत्र की स्थापना से साधक को नकारात्मक ऊर्जाओं, शत्रु बाधाओं, भय और अदृश्य संकटों से राहत मिल सकती है। इस दिन विधिवत पूजन में यंत्र का शुद्धिकरण, मंत्रोच्चारण और विधिवत आवाहन किया जाता है। भक्तों का विश्वास है कि सप्तमी पर काली यंत्र की स्थापना से घर में दिव्य ऊर्जा का संचार होता है और जीवन में साहस, सुरक्षा और आर्थिक उन्नति का आशीर्वाद मिलता है।
📜 देवी पुराणों में नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर नव-काली यंत्र स्थापना और महाहवन का विशेष महत्व है। इस दिन माँ कालरात्रि सहित माँ काली के नौ दिव्य स्वरूपों की आराधना की जाती है। शास्त्रों में वर्णित है कि नव-काली यंत्र की स्थापना से जीवन में फैली नकारात्मक ऊर्जा, शत्रु बाधाएं, डर और अदृश्य संकट शांत हो सकते हैं। साथ ही महाहवन में शक्तिपीठ पर विशेष मंत्रोच्चारण, नव-काली आवाहन, 108 आहुतियाँ और देवी को समर्पित पवित्र द्रव्य अर्पित किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस अनुष्ठान से भक्तों को दिव्य सुरक्षा, साहस, आत्मबल और जीवन की कठिनाइयों पर विजय पाने की सही दिशा मिलती है।
🏵️ यह अनुष्ठान शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकाता में होने जा रहा है। यह भारत के 51 प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है और माँ काली के भक्तों के लिए बेहद पावन स्थल माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यहाँ माता सती के दाहिने पैर का अंगूठा गिरने से इस स्थान की स्थापना हुई। कालीघाट मंदिर में माँ काली “दक्षिणा काली” के स्वरूप में विराजमान हैं, जो उग्र भी हैं और करुणामयी भी। यहाँ नवरात्रि, अमावस्या और विशेष पर्वों पर विशाल अनुष्ठान, हवन और तंत्र युक्त आयोजन किए जाते हैं। माना जाता है कि श्रद्धापूर्वक यहां पूजा कराने से भक्तों को समृद्धि और मां काली के दिव्य आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
🌑 यंत्र स्थापना के साथ नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर किया जाने वाला महा हवन अत्यंत शक्तिशाली और पावन माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, सप्तमी पर महा हवन करने से नकारात्मक ऊर्जा, शत्रु बाधाएँ, भय और अदृश्य संकट दूर होते हैं और समृद्धि की दिशा मिलती है। इस हवन में देवी जी के विशेष मंत्रों का उच्चारण, पवित्र द्रव्यों की आहुति और ब्राह्मणों द्वारा सामूहिक आवाहन किया जाता है। नवरात्रि के 7वें दिन यह अनुष्ठान भक्तों को जीवन में मां काली के आशीर्वाद को लंबे समय तक बनाए रखने की शक्ति रखता है। भक्तों का विश्वास है कि इस अनुष्ठान से परिवार की रक्षा और धन-समृद्धि के नए रास्ते बनने के योग मजबूत होते हैं।
🌑 श्री मंदिर द्वारा नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर काली यंत्र स्थापना सप्तमी महा हवन में भाग लें और मां काली से दीर्घकालिक आशीर्वाद पाएं।