🕉️ 🛕 सोमवती अमावस्या के पावन दिन पंच शिवालयों में करें पूजा और पाएं दिव्य आशीर्वाद 🔱
जब अमावस्या का दिन सोमवार को पड़ता है, तब उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। यह संयोग सनातन धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है। भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और विशेष अनुष्ठानों के लिए यह दिन बेहद शक्तिशाली होता है। इस पावन अवसर पर श्री मंदिर द्वारा पंच तत्व महा रुद्राभिषेक का आयोजन किया जा रहा है, जो पांच पवित्र शिवालयों में किया जाएगा। यह विशेष पूजा पंच तत्व पृथ्वी, जल, वायु, आकाश और अग्नि की ऊर्जा को जागृत करके भक्तों को उत्तम स्वास्थ्य और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करती है।
पंच तत्व और संबंधित शिवालयों का आध्यात्मिक महत्व:
1. श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्यप्रदेश – पृथ्वी तत्व
मध्यप्रदेश के मंदाता द्वीप पर स्थित यह शिवलिंग “ॐ” के आकार में है। पृथ्वी तत्व स्थिरता, शक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यहां चंदन अभिषेक के द्वारा पृथ्वी तत्व की ऊर्जा जागृत की जाती है।
2. महामृत्युंजय महादेव मंदिर, काशी – जल तत्व
गंगा तट पर स्थित यह मंदिर जल तत्व की पवित्रता और शुद्धिकरण का प्रतिनिधित्व करता है। यहां गंगाजल से अभिषेक और महामृत्युंजय मंत्रों का जाप जल तत्व की कृपा पाने के लिए किया जाता है।
3. मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन – अग्नि तत्व
मंगल ग्रह से संबंधित यह मंदिर अग्नि तत्व की ऊर्जा, परिवर्तन और शुद्धिकरण का प्रतीक है। यहां होम यज्ञ के माध्यम से अग्नि तत्व की शक्ति को जाग्रत किया जाता है।
4. पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, हरिद्वार – वायु तत्व
हरिद्वार हिमालय की गोद में बसा हुआ है, और वायु तत्व जीवन की गति और मुक्ति का प्रतीक है। यहां काला तिल और धूप से अभिषेक करके वायु तत्व की ऊर्जा को जागृत किया जाता है।
5. जदा तीर्थम मंदिर, रामेश्वरम – आकाश तत्व
समुद्र के पास स्थित यह मंदिर आकाश तत्व की अनंतता और ईश्वर से एकत्व का प्रतीक है। यहां कपूर और पान के पत्तों से अभिषेक करके आकाश तत्व की आध्यात्मिक ऊर्जा को जागृत किया जाता है।
पंच तत्वों से जुड़ी इन पूजा विधियों से भक्तों को भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे वे जीवन में स्वास्थ्य, सुरक्षा, शांति और आत्मिक शुद्धता का अनुभव करते हैं। इस शुभ अवसर का लाभ उठाएं और पंच शिवालयों में रुद्राभिषेक करके भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें।