🕉️ गणेश उत्सव के 10 दिन - प्रथम पूज्य, विघ्नहर्ता के भव्य अनुष्ठान से पाएं समृद्धि का आशीर्वाद
🍃 गणपति बप्पा मोरिया! 🍃
🕉️ गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान श्री गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन विधि-विधान से गणेश जी की पूजा-अर्चना करते हैं। श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा गया है। गणेश चतुर्थी पर मुख्य रूप से पंचामृत अभिषेक, दूर्वा, मोदक और लाल फूल अर्पित करने की परंपरा है। गणपति जी की कृपा से भक्त परिवार और जीवन में सुख-समृद्धि, विघ्नों से राहत और सफलता की कामना करते हैं। यह पर्व दस दिनों तक चलता है, इसलिए 27 अगस्त से 5 सितंबर तक श्री मंदिर द्वारा एक महानुष्ठान होने जा रहा है, जो इसमें भाग लेने का सुनहरा अवसर है।
📿जो भक्त जीवन में कुछ भी शुरू करते हैं लेकिन वह आगे नहीं बढ़ पाता। रिश्तों में दरार और परिवार में मनमुटाव जैसी स्थिति बनी रहती है। जीवन में लक्ष्य तो बना लिए हैं लेकिन उन पर काम करने के लिए टालमटोल बढ़ता ही जा रहा है। यदि आप जीवन में ऐसी परिस्थिति का सामना कर रहे हैं तो भगवान गणपति आपके दुखों को हर सकते हैं। 10 दिन तक धूमधाम से मनाया जाने वाला गणपति उत्सव आपकी ज़िंदगी में नए और बड़े बदलाव ला सकता है।
🐚 हम सभी जानते हैं कि गणेश चतुर्थी का जश्न देश-दुनिया में भव्य तरीके से मनाया जाता है। पुराणों की कथा के अनुसार, माता पार्वती ने स्नान करते समय अपने शरीर के उबटन से एक बालक की रचना की और उसे द्वार पर पहरेदारी के लिए बैठाया। जब भगवान शिव आए, तो गणेश जी ने उन्हें भीतर जाने से रोका। क्रोधित शिव जी ने उनका मस्तक काट दिया। माता पार्वती शोकाकुल हो गईं, तब देवताओं के परामर्श से भगवान विष्णु एक हाथी का सिर लाए और शिव जी ने उसे श्री गणेश के धड़ पर स्थापित किया। इस प्रकार गणेश जी का जन्म हुआ और उन्हें प्रथम पूज्य और विघ्नहर्ता का आशीर्वाद मिला। तभी से गणेश चतुर्थी का पर्व मनाने की सुंदर परंपरा शुरू हुई।
🔱 गणेश चतुर्थी पर शुरू होकर यह अनुष्ठान अनंत चतुर्दशी तक 10 दिन जारी रहेगा, जिसका समापन पार्थेश्वर गणेश विसर्जन के साथ किया जाएगा। इसमें गणेश जी की मिट्टी या पार्थिव प्रतिमा, जिसे पूरे दस दिनों तक पूजित किया जाता है, जल में विसर्जित की जाएगी। यह विसर्जन प्रतीक है कि जीवन अस्थायी है और सब कुछ पंचतत्वों में विलीन हो जाना है। भक्त गणेश जी से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति, विघ्न-बाधाओं से राहत और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद पाने के लिए इस अनुष्ठान में भाग ले रहे हैं। यह आस्था, भक्ति और टालमटोल जैसी भावनाओं के अंत का अनुष्ठान है, जिसमें शामिल होने का स्वर्णिम अवसर हाथ से न जाने दें!
🪔 श्री मंदिर द्वारा गणेश चतुर्थी पर आयोजित होने जा रहे 10 दिवसीय अनुष्ठान में भाग लेकर आप जीवन में नई शुरुआत और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद पा सकते हैं।