यमुना के तट पर स्थित शांतिपूर्ण मंदिर
.प्रयागराज, उत्तरप्रदेश, भारत
जब हम भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम औऱ भक्ति की बात करते हैं, तो इस्कॉन मंदिर की सुंदरता और शांति को नजरअंदाज करना असंभव है। इस्कॉन मंदिर बलुआघाट में यमुना नदी के तट पर स्थित, प्रयागराज की आध्यात्मिक विरासत में चार चांद लगाता है। मंदिर का शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण इसे प्रयागराज के उन स्थानों में से एक बनाता है, जिसके दर्शन आपको अवश्य करने चाहिए।
मंदिर का इतिहास
1966 में ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी (जिन्हें श्रील प्रभुपाद के नाम से जाना जाता है) द्वारा स्थापित, इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस के भारत में लाखों अनुयायी हैं। इस्कॉन के अनुयायी भगवान कृष्ण की शिक्षाओं के साथ समाज की मदद करने और उसे मजबूत करने का प्रयास करते हैं। इस पहल के विस्तार के साथ, विभिन्न शहरों में मंदिर बनाए गए। 1995 में प्रयागराज में भी इस्कॉन मंदिर बनाया गया। ऐसा कहा जाता है कि श्री श्री राधा वेणीमाधव की मूर्तियां 2003 में यहां रखी गई थीं।
मंदिर का महत्व
इस्कॉन मंदिर कई कारणों से भक्तों के बीच प्रिय है। वे न केवल इस मंदिर में भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए आते हैं, बल्कि वे इसे आध्यात्मिक रूप से ध्यान के लिए भी एक आदर्श स्थान मानते हैं। इसके अलावा मंदिर में आरती और धार्मिक उपदेश और 'हरे कृष्ण-हरे रामा' की गूंज मन को शांति प्रदान करती है। असंख्य धार्मिक आयोजनों के बीच, यह मंदिर अपने जन्माष्टमी उत्सव के लिए सबसे प्रसिद्ध है, जो 3 दिनों तक चलता है। भजन और कीर्तन से लेकर मनमोहक सजावट और तृप्तिदायक प्रसाद तक, इस्कॉन मंदिर त्योहार के दौरान आकर्षण का केंद्र बन जाता है। जो चीज़ इसकी शोभा बढ़ाती है, वह है भगवान कृष्ण की रथयात्रा, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरती है, साथ ही कुंभ मेले से मंदिर में विशेष आयोजनों की भी शुरुआत होती है।
मंदिर की वास्तुकला
मंदिर की शुरुआत में एक भव्य प्रवेश द्वार से होती है, जो एक प्रार्थना कक्ष की ओर जाता है। गर्भगृह को संगमरमर से सजाया गया है। इसके निकट ही एक हरा-भरा खूबसूरत बगीचा है। मंदिर में कई सुविधाओं से युक्त एक अतिथि गृह भी है। मंदिर में कई सुविधाओं से युक्त एक गेस्ट हाउस भी है। यहां दानदाताओं, आजीवन सदस्यों और नियमित आगंतुकों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
मंदिर का समय
सुबह मंदिर खुलने का समय
04:30 AM - 08:30 PMदर्शन आरती का समय
08:00 AM - 08:30 AMराजभोगदर्शन का समय
12:30 PM - 01:30 PMसंध्या आरती का समय
08:00 PM - 08:30 PMमंदिर का प्रसाद
प्रयागराज के इस्कॉन मंदिर में भक्त भगवान को मेवे से बनी मिठाई और लड्डू का भोग लगाते हैँ।
यात्रा विवरण
मंदिर के लिए यात्रा विवरण नीचे दिया गया है