पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष

पितृ दोष निवारण पूजा

पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए
temple venue
धर्मारण्य वेदी, गया, बिहार
pooja date
10 सितम्बर, मंगलवार, भाद्रपद शुक्ल सप्तमी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

पूर्वजों की आत्मा की शांति और पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए सप्तमी गया मोक्ष तीर्थ विशेष पितृ दोष निवारण पूजा

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार यमराज को मृत्यु का देवता माना जाता है। मान्यता है कि मत्यु के पश्चात व्यक्ति की आत्मा यमराज के सामने पेश होती है और यमराज व्यक्ति के कर्मों के आधार पर उसकी आत्मा को स्वर्ग या नर्क भेजा जाता है। हिंदु धर्म में शुक्ल सप्तमी तिथि देव यमराज को समर्पित है। इसलिए यह तिथि पितृ दोष पूजा के लिए भी शुभ मानी जाती है। मान्यता है कि मृत्यु के देवता यमराज को समर्पित इस तिथि पर पितृ दोष निवारण पूजा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। हिंदु धर्म ग्रंथों के अनुसार 'पितृ दोष' पूर्वजों की अधूरी इच्छाओं और नकारात्मक कर्मों के कारण होता है। इस दोष से पीड़ित जातक के जीवन में आर्थिक परेशानियां, रिश्तों में तनाव एवं विवाद और स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का सिलसिला लगा ही रहता है। शास्त्रों के अनुसार इस दोष से राहत पाने के लिए मोक्ष स्थली गया में पितृ दोष निवारण पूजा करना चाहिए।

पुराणों में भी पितृ दोष पूजा के लिए मोक्ष स्थली गया को अत्यधिक प्रभावशाली माना गया है। हिंदू संस्कारों में पंचतीर्थ वेदी में धर्मारण्य वेदी की गणना की जाती है इसलिए यहां पितृ के निमित्त श्राद्ध करने का अधिक महत्व है। मान्यता है कि इस स्थान पर पितृ दोष निवारण पूजा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और पूर्वजों द्वारा पारिवारिक विवादों को सुलझाने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए देव यमराज को समर्पित शुक्ल सप्तमी तिथि पर गया के धर्मारण्य वेदी पर पितृ दोष निवारण पूजा का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और पितृ दोष के अशुभ प्रभावों से राहत पाने के लिए अपने पूर्वजों का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए
पितृ दोष के कारण लोगों के जीवन में परेशानियां समाप्त होने का नाम ही नहीं लेती हैं। व्यक्ति चाहे जितना भी प्रयास कर ले, कोई भी काम सफल नहीं होता है। शास्त्रों में पितृ दोष निवारण के लिए पितृ दोष निवारण पूजा का विधान है। मान्यता है कि देव यमराज को समर्पित शुक्ल सप्तमी तिथि पर पितृ दोष निवारण पूजा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है, साथ ही उनका दिव्य आशीष भी प्राप्त होता है।
puja benefits
पारिवारिक क्लेश से मुक्ति
कई बार कुछ घरों में पारिवारिक क्लेश कि कोई ठोस वजह तो नहीं होती लेकिन हमेशा ही तनाव का माहौल बना रहता है। घर में क्लेश होने का एक कारण पितृ दोष भी माना गया है। कहा जाता है कि पितृ दोष से पीड़ित जातक के घर पर क्लेश उत्पन्न ही रहता है और कई बार घर टूटने की भी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। माना जाता है कि शुक्ल सप्तमी तिथि पर मोक्ष स्थली गया में पितृ दोष निवारण करने से पारिवारिक क्लेश से मुक्ति मिलती है।
puja benefits
स्वस्थ जीवन की प्राप्ति
कई बार पितृ दोष के कारण लोगों को शारीरिक या मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। पितृ दोष से प्रभावित व्यक्तियों को बार-बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, पुरानी बीमारियों के लिए उचित उपचार खोजने में कठिनाइयां होती है। ऐसे में शुक्ल सप्तमी तिथि पर गया मोक्ष स्थली पर की जाने वाली ये पूजा स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकती है और इससे स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन का आशीष प्राप्त किया जा सकता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

धर्मारण्य वेदी, गया, बिहार

धर्मारण्य वेदी, गया, बिहार
बिहार में स्थित गया शहर जिसे बोध गया के नाम से भी जाना जाता है, यहां पिंडदान का विशेष महत्व है। इस स्थान पर पिंडदान व तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसलिए इस पवित्र स्थान को मोक्ष स्थली भी कहा जाता है। माना जाता है कि यहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश के अलावा सभी देवी-देवता विराजमान हैं। गया का महत्व इसी से पता चलता है कि यहां फल्गु नदी के तट पर राजा दशरथ की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए श्राद्ध कर्म और पिंडदान किया गया था। वायु पुराण, गरुड़ पुराण और विष्णु पुराण में भी गया शहर का वर्णन किया गया है।

कालांतर से चली आ रही तर्पण व पिंडदान की प्रक्रिया पावन भूमि गया के आसपास स्थित पिंडवेदियों पर आज भी जारी है। स्कंद पुराण के अनुसार महाभारत के युद्ध के दौरान मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और पश्चाताप के लिए धर्मराज युधिष्ठिर ने धर्मारण्य पिंडवेदी पर पिंडदान किया था। हिंदू संस्कारों में पंचतीर्थ वेदी में धर्मारण्य वेदी की गणना की जाती है। माना जाता है कि धर्मारण्य पिंडवेदी पर पिंडदान और त्रिपिंडी श्राद्ध का विशेष महत्व है। यहां किए गए पिंडदान व त्रिपिंडी श्राद्ध से प्रेतबाधा से मुक्ति मिलती है और सभी पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
पूजा के अंत में पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों