रिश्तों में आनंद की प्राप्ति एवं विवादों को सुलझाने के लिए राधा अष्टमी विशेष माँ कात्यायनी अष्टकम स्तोत्र पाठ, भोग आरती एवं भूतेश्वर पंचाक्षरी मंत्र जाप
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राधा अष्टमी विशेष

माँ कात्यायनी अष्टकम स्तोत्र पाठ, भोग आरती एवं भूतेश्वर पंचाक्षरी मंत्र जाप

रिश्तों में आनंद की प्राप्ति एवं विवादों को सुलझाने के लिए
temple venue
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर , मथुरा, उत्तर प्रदेश
pooja date
11 सितम्बर, बुधवार, राधा अष्टमी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

रिश्तों में आनंद की प्राप्ति एवं विवादों को सुलझाने के लिए राधा अष्टमी विशेष माँ कात्यायनी अष्टकम स्तोत्र पाठ, भोग आरती एवं भूतेश्वर पंचाक्षरी मंत्र जाप

हिंदु धर्म में राधा अष्टमी का विशेष महत्व है। हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधा अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन वृंदावन की रानी और देवी लक्ष्मी का अवतार मानी जाने वाली राधा रानी का जन्म हुआ था। श्रीमद्भागवत के अनुसार, राधा रानी ने अपनी सखियों (गोपियों) के साथ मिलकर श्री कृष्ण को पति के रूप में पाने के लिए माँ कात्यायनी की पूजा की थी। इसी परंपरा के तहत आज भी अविवाहित और विवाहित लोग माँ कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर में अपने इच्छित जीवनसाथी और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। राधा अष्टमी के शुभ अवसर पर मां कात्यायनी शक्तिपीठ में पूजा करना शुभ माना गया है, क्योंकि माँ कात्यायनी देवी दुर्गा के रूपों में से एक हैं और उन्हें रिश्तों और विवाह से जुड़ी इच्छाओं को पूरा करने के लिए जाना जाता है।

माँ कात्यायनी शक्तिपीठ भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में स्थित 51 शक्तिपीठों में से एक है। माना जाता है कि इसी पवित्र स्थल पर देवी सती के बाल गिरे थे। पुराणों के अनुसार राधा अष्टमी के पावन अवसर पर, माँ कात्यायनी की पूजा के साथ भगवान शिव की पूजा करने से सुखी और समृद्ध वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है। माना जाता है कि मां कात्यायनी अष्टकम स्तोत्र पाठ, भोग आरती और भूतेश्वर पंचाक्षरी मंत्र जाप करने से रिश्तों में आनंद की प्राप्ति होती है और विवादों को सुलझाने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए राधा अष्टमी की शुभ तिथि पर शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में माँ कात्यायनी अष्टकम स्तोत्र पाठ, भोग आरती एवं भूतेश्वर पंचाक्षरी मंत्र जाप का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और मां कात्यायनी का दिव्य आशीष प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
रिश्तों में आनंद की प्राप्ति के लिए
माँ कात्यायनी शुक्र ग्रह को नियंत्रित करती हैं और शुक्र के शुभ प्रभाव से रिश्तों में मधुरता आती है। वहीं भगवान महादेव के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करने से वैवाहिक रिश्तों में आ रही परेशानियों से मुक्ति मिलती है। ऐसे में राधा अष्टमी के दिन माँ कात्यायनी के साथ भगवान शिव की यह विशेष पूजा करने से रिश्तों में आनंद का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही माना जाता है कि इस पूजा में भाग लेने से विवाह में हो रही देरी को भी रोका जा सकता है।
puja benefits
विवादों को सुलझाने के लिए
कई बार न चाहते हुए भी वैवाहिक जोड़ों और प्रेमी जोड़ों के बीच विवाद उत्पन्न हो जाते हैं। इन विवादों के कारण कई बार अलगाव तक की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। माना जाता है कि जो भी भक्त राधा अष्टमी के शुभ दिन पर माँ कात्यायनी अष्टकम स्तोत्र पाठ, भोग आरती एवं भूतेश्वर पंचाक्षरी मंत्र जाप करते है। मां कात्यायनी उन्हें वैवाहिक जीवन में उत्पन्न विवादों को सुलझाने का आशीर्वाद प्रदान करती है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए
मान्यता है कि राधा अष्टमी के दिन मां कात्यायनी और भगवान शिव की एक साथ पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और व्यक्ति के सभी प्रयास सफल होते हैं। ऐसे में भक्त इस पूजा में भाग लेकर मां कात्यायनी द्वारा नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

पूजा प्रक्रिया

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हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
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पूजा वीडियो एवं प्रसाद

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर , मथुरा, उत्तर प्रदेश

शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर , मथुरा, उत्तर प्रदेश
मथुरा के वृंदावन में स्थापित मां कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर, 51 प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर माता पार्वती को समर्पित है, जो अपने कात्यायनी रूप में हैं यहां विराजित हैं। वृंदावन में कात्यायनी देवी शक्ति पीठ की स्थापना हिंदू माह माघ की पूर्णिमा के दिन की गई थी। केशवानंद महाराज नामक एक संत ने इसका निर्माण करवाया था। वे मां कात्यायनी के परम भक्त थे। कहा जाता है कि उन्हें एक स्वप्न आया था जिसमें कात्यायनी देवी ने उनसे वृंदावन आकर मंदिर बनवाने को कहा था।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता सती के देह को भगवान विष्णु द्वारा उनके सुदर्शन चक्र से काटने पर जहां जहां उनके अंग गिरे वह शक्तिपीठ के रूप में जाना गया। इस स्थान पर माता सती के बालों की लटें गिरीं थीं, इसलिए यह स्थान शक्तिपीठों में से एक माना गया। इन्हें यहाँ उमा भी कहा जाता है। इसलिए, इस मंदिर को उमा देवी शक्ति पीठ भी कहा जाता है। मान्यता है कि यहां कात्यायनी देवी की पूजा करने से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। इनकी आराधना से गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है। ऐसा कहा जाता है कि ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण को अपना पति बनाना चाहती थीं इसलिए, वृंदा देवी ने उन्हें देवी कात्यायनी की पूजा करने का सुझाव दिया, तब से यह परंपरा आज भी जारी है।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
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आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पार्टनर पूजा

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अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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