ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ
ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ
ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ
ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ
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ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ
नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष

11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ

ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए
temple venue
कालीमठ मंदिर, रूद्रप्रयाग, उत्तराखंड
pooja date
4 अक्टूबर, शुक्रवार, नवरात्रि द्वितिया
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए नवरात्रि शुक्रवार माँ काली कमला विशेष 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ

हिंदु धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। हर वर्ष अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है। शारदीय नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा की शक्ति के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। पौराणिक कथानुसार, मां दुर्गा ने इन्हीं नौ दिनों तक दुष्ट राक्षस महिसासुर से युद्ध किया था और दसवें दिन उसे पराजित किया था। शास्त्रों के अनुसार, दस महाविद्याएं देवी दुर्गा का ही उग्र रूप है, इसलिए नवरात्रि के दौरान दस महाविद्याओं की भी पूजा शुभ मानी जाती है। 10 महाविद्याओं में अंतिम और दसवीं महाविद्या है मां कमला। मां कमला को कमलात्मिका भी कहा जाता है और उन्हें महालक्ष्मी का तांत्रिक रूप में भी जाना जाता है। पुराणों में माँ कमला को धन-संपदा की अधिष्ठात्री देवी एवं समस्त प्रकार की भौतिक सुख-समृद्धि प्रदान करने वाली देवी के रूप में वर्णित किया गया है। मां कमला की पूजा के लिए विष्णु पुराण में वर्णित मां कमला स्तोत्र पाठ को सबसे प्रभावशाली माना गया है। कहा जाता है कि मां कमला को समर्पित मूल मंत्र का जाप एवं मां कमला स्तोत्र पाठ करने से धन और भौतिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

वहीं, जिस प्रकार दसवीं महाविद्या मां कमला धन-संपदा की देवी है, उसी प्रकार प्रथम महाविद्या मां काली नकारात्मकता और बुरी शक्तियों का विनाश करने वाली देवी है। मान्यता है कि इन दोनों महाविद्याओं की एक साथ पूजा करने से दोनों देवियों की शक्ति जुड़ती है और भक्त को धन की प्राप्ति के साथ मां काली द्वारा दैवीय सुरक्षा भी प्राप्त होती है। इसलिए उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित कालीमठ मंदिर में नवरात्रि के दूसरे दिन के शुभ अवसर पर 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ का आयोजन किया जा रहा है। शास्त्रों की मानें तो इस मंदिर में माँ काली पवित्र महाकाली यंत्र में जागृत रूप में विराजमान हैं। वहीं इस दिन शुक्रवार का दिन भी है, जो मां कमला को समर्पित है। ऐसे में इस पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है। मां कमला और मां काली द्वारा ऋण-मुक्ति, धन की प्रचुरता और भौतिक सुख-समृद्धि के लिए श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें।

पूजा लाभ

puja benefits
ऋण-मुक्ति एवं धन की प्रचुरता के लिए
मां कमला को तांत्रिक लक्ष्मी के रूप में माना जाता है। कहा जाता है कि दसवीं महाविद्या मां कमला की पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है। ऐसे में नवरात्रि के दूसरे दिन और मां कमला को समर्पित शुक्रवार के शुभ अवसर पर रुद्रप्रयाग के कालीमठ मंदिर में 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ कर मां कमला द्वारा ऋण-मुक्ति एवं धन की प्रचुरता का आशीर्वाद एवं मां काली द्वारा नकारात्मकता से मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
puja benefits
भौतिक सुख-समृद्धि के लिए
शास्त्रों में मां कमला को धन संपदा की अधिष्ठात्री देवी कहा गया है। विष्णु पुराण वर्णित मां कमला स्तोत्र पाठ मां कमला को प्रसन्न एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सबसे प्रभावशाली माना गया है। मान्यता है कि नवरात्रि के दूसरे दिन एवं मां कमला को समर्पित शुक्रवार के शुभ अवसर पर 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र पाठ करने से भौतिक सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह पूजा रुद्रप्रयाग के कालीमठ मंदिर में की जा रही है, जिसके कारण यह पूजा और अधिक फलदायी हो सकती है।
puja benefits
सभी इच्छाओं की पूर्ति के लिए
नवरात्रि का समय महाविद्याओं की पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि श्रद्धापूर्वक 11,000 माँ कमला मूल मंत्र जाप और माँ काली कमला स्तोत्र का पाठ करने से देवी कमला एवं देवी काली द्वारा सभी इच्छाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही इस पूजा के माध्यम से मां काली द्वारा निर्भयता की भी प्राप्ति होती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

कालीमठ मंदिर, रूद्रप्रयाग, उत्तराखंड

कालीमठ मंदिर, रूद्रप्रयाग, उत्तराखंड
रुद्रप्रयाग जिले में गुप्तकाशी शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है कालीमठ मंदिर। ये पवित्र मंदिर माँ काली को समर्पित है, जो उग्र देवी के रूप में विराजमान हैं। यहां विराजित मां काली अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और उनके जीवन से बुरी शक्तियों का विनाश करती हैं। यह एकमात्र ऐसा स्थान है जहां मां काली अपनी बहनों माता लक्ष्मी और मां सरस्वती के साथ विराजित हैं। इस मंदिर से आठ किलोमीटर की ऊंचाई पर एक दिव्य चट्टान है। इस शीला को कालीशिला के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस स्थान पर शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज राक्षसों से परेशान देवी-देवताओं ने मां भगवती की तपस्या की थी।

तब यहां माँ भगवती 12 वर्ष की बालिका के रूप में प्रकट हुईं, कालीशिला में देवताओं के 64 यंत्र हैं। असुरों के आतंक के बारे में सुनकर माता का शरीर क्रोध से काला पड़ गया और उन्होंने क्रोध का रूप धारण कर लिया। युद्ध में माता ने दोनों राक्षसों का वध कर दिया। इन 64 यंत्रों से मां को मिली थी शक्ति कालीमठ मंदिर की सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसमें कोई मूर्ति नहीं है। कालीमठ मंदिर में एक कुंड है, जो चांदी के बोर्ड/श्रीयंत्र से ढका हुआ है। भक्त मंदिर के अंदर स्थित कुंड की पूजा करते हैं, यह पूरे वर्ष में केवल शारदीय नवरात्र में अष्टमी को खोला जाता है। दिव्य देवी को बाहर निकाला जाता है और पूजा भी आधी रात को ही की जाती है, तब केवल मुख्य पुजारी ही उपस्थित होते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
कालीमठ मंदिर में मां काली और मां दुर्गा को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
कालीमठ मंदिर में मां काली और मां दुर्गा को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों