मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन
नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष

चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन

मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए
temple venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्यप्रदेश
pooja date
3 अक्टूबर, गुरुवार, नवरात्रि प्रारंभ
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि चंद्र का नक्षत्र ज्योतिर्लिंग विशेष चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन

हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। नौ दिनों तक चलने वाला यह पर्व मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए समर्पित है। मान्यता है कि इस समय की गई पूजाओं से सभी देवी-देवता जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपना दिव्य आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस बार नवरात्रि का पहले दिन हस्त नक्षत्र भी लग रहा है, जो इस दिन को सभी प्रकार के अनुष्ठानों के लिए और भी शुभ बना देता है। हस्त नक्षत्र चंद्र देव द्वारा शासित है। वहीं नवरात्रि का प्रथम दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है, क्योंकि मां शैलपुत्री चंद्र देव की देवी हैं। इसलिए नवरात्रि का पहला दिन चंद्र देव की पूजा और चंद्र दोष से मुक्ति पाने के लिए सबसे शुभ दिनों में से एक है। धार्मिक ग्रंथों में चंद्र देव को मन, मानसिक शांति और शीतलता का देवता माना जाता है। वहीं ज्योतिषशास्त्र में भी चंद्रमा को मन और भाव का कारक ग्रह बताया गया है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, कुंडली में अशुभ भावों में चंद्रमा की उपस्थिति के कारण चंद्र दोष उत्पन्न होता है, जो भावनात्मक अस्थिरता और मानसिक असंतुलन का कारण बनता है।

पुराणों के अनुसार, चंद्र दोष के अशुभ प्रभावों से राहत पाने के लि चंद्र ग्रह शांति पूजा और हवन करना चाहिए। यदि यह पूजा किसी ज्योतिर्लिंग में की जाए तो यह कई गुना अधिक फलदायी हो सकती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा दक्ष की 27 बेटियों का विवाह चंद्रमा देव से हुआ था। जिसमें से चंद्र देव को अपनी एक पत्नी रोहिणी के प्रति विशेष लगाव था, जिससे उनकी अन्य पत्नियां नाराज हो गई और राजा दक्ष के शिकायत की। दक्ष के समझाने पर भी जब चंद्र देव का व्यवहार नहीं बदला तो राजा दक्ष ने उन्हें 15 दिन में नष्ट हो जाने का श्राप दे दिया, जिसके कारण वह आकार में छोटे और कमजोर होने लगे। स्थिति को समझते हुए नारद मुनी ने चंद्र देव को भगवान शिव की आराधना करने को कहा। चंद्र देव ने अपनी घोर तपस्या से भगवान शिव को जल्दी ही प्रसन्न कर लिया। भगवान शिव ने चंद्र देव को आशीर्वाद दिया की 15 दिन तुम्हारी शक्ति बढ़ेगी और 15 दिन तक तुम्हारी शक्ति घटेगी। यही कारण है कि चंद्र दोष से मुक्ति के लिए ज्योतिर्लिंग में पूजा करना अत्यधिक प्रभावी हो सकता है। इसलिए नवरात्रि के प्रथम दिन और हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग पर मध्यप्रदेश के खंडवा स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में चंद्र ग्रह शांति: 10,000 चंद्र मूल मंत्र जाप और हवन का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और देवी शैलपुत्री व चंद्र देव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता के लिए
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। यदि कुंडली में चंद्र ग्रह अशांत हो, तो व्यक्ति बिना किसी स्पष्ट कारण के ही दुखी रहता है। मान्यता है कि नवरात्रि के पहले दिन और हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग पर चंद्र ग्रह शांति पूजा करने से मानसिक कल्याण और भावनात्मक स्थिरता का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही, यह पूजा करने से भक्तों को तर्कसंगत निर्णय लेने और जीवन के विभिन्न पहलुओं में स्पष्ट रूप से सोचने की क्षमता बढ़ती है।
puja benefits
चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति के लिए
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव की कृपा से चंद्रमा को अपने सभी कष्टों से मुक्ति मिली तभी से कुंडली में चंद्रमा के अशुभ प्रभावों से सुरक्षा के लिए शिव जी की पूजा की जाती है। वहीं ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, जिन जातकों के लिए चंद्रमा अशुभ हों वो दूसरों पर विश्वास नहीं कर सकते हैं और छोटी-छोटी बातों पर चिंतित व चिड़चिड़े हो जाते हैं। इसलिए मान्यता है कि नवरात्रि के प्रथम दिन और हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग पर यह पूजा करने से जातक में सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा मिलता है।
puja benefits
सकारात्मक एवं अच्छी आदतों को विकसित करने के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा अशुभ स्थिति में हो तो इसके कारण व्यक्ति का स्वभाव नकारात्मक होने लगता है और वह बुरी आदतों मे पड़ जाता है। मान्यता है कि नवरात्रि के पहले दिन और हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग पर ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव के सामने चंद्र ग्रह शांति पूजा करने से सकारात्मक एवं अच्छी आदतों को विकसित करने का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

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गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्यप्रदेश

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्यप्रदेश
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, इन्हें स्वयंभू लिंग माना जाता है। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नाम के द्वीप पर स्थित है। यहां ज्योतिर्लिंग दो स्वरूप में मौजूद है। जिनमें से एक को ममलेश्वर के नाम से और दूसरे को ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर नर्मदा के दक्षिण तट पर ओंकारेश्वर से थोड़ी दूर स्थित है। अलग होते हुए भी इनकी गणना एक ही की जाती है। ओमकार का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। मान्यता है कि मां नर्मदा भी यहां स्वयं ॐ के आकार में बहती हैं। शास्त्रों के अनुसार ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में स्कन्द पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओम्कारेश्वर क्षेत्र की महिमा का उल्लेख है।

पौराणिक कथा के अनुसार, भोलेनाथ तीनों लोकों के भ्रमण के बाद यहां रात्रि में शयन के लिए आते हैं। कहते हैं पृथ्वी पर ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां शिव-पार्वती रोज चौसर पांसे खेलते हैं। रात्रि में शयन आरती के बाद यहां प्रतिदिन चौपड़ बिछाए जाते हैं और गर्भग्रह बंद कर दिया जाता है। आश्चर्य की बात है कि जिस मंदिर के भीतर रात के समय परिंदा भी पर नहीं मार पाता है वहां हर दिन चौपड़ बिखरे पाए जाते हैं। यह तथ्य इस मंदिर के धार्मिक महत्व को और बढा देता है यही कारण है कि सभी तीर्थों के दर्शन पश्चात ओंकारेश्वर के दर्शन व पूजन विशेष महत्व है। तीर्थ यात्री सभी तीर्थों का जल लाकर ओमकारेश्वर में अर्पित करते हैं, तभी सारे तीर्थ पूर्ण माने जाते हैं अन्यथा वे अधूरे ही माने जाते हैं।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में चंद्र देव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में चंद्र देव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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