दिवाली पूजा सामग्री
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दिवाली पूजा सामग्री

इस दिवाली पूजा हो शुभ और पूरी! जानिए लक्ष्मी-गणेश पूजन के लिए जरूरी सभी सामग्री और आसान विधि ताकि कोई भी चीज़ न छूटे।

दिवाली पूजा सामग्री के बारे में

दिवाली पूजा सामग्री का प्रत्येक तत्व विशेष महत्व रखता है। दीपक अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है, लक्ष्मी माता की मूर्ति धन और समृद्धि का प्रतीक है, कुमकुम और चावल शुभता दर्शाते हैं। मिठाई, फूल, नारियल और धूप-दीप श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक होते हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...

दीपावली

भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है, क्योंकि यहाँ वर्षभर अनेक पर्व और उत्सव मनाए जाते हैं। इन्हीं में से दीपावली एक प्रमुख और विशेष स्थान रखने वाला पर्व है। दीपावली एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, जिसे प्रकाश पर्व के रूप में कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पांच दिनों तक चलने वाला सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। यह दिन श्रद्धा, उल्लास और आनंद का प्रतीक होता है, क्योंकि इसी दिन भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटे थे।

उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर नगर को प्रकाशित किया था। तभी से दीपों के इस पर्व को दीपावली के रूप में हर्षोल्लास से मनाया जाने लगा। दीपावली केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि आस्था, प्रकाश और विजय का अद्भुत संगम है। यह बुराई पर अच्छाई की, अंधकार पर प्रकाश की और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है।

दीपावली की पूजा और सामग्री

दीपावली का पर्व सभी के जीवन में आनंद और उमंग लेकर आता है। यह केवल रोशनी और सजावट का नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उल्लास और आस्था का भी प्रतीक है। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि श्रद्धा और नियम से की गई उपासना से न केवल धन-वैभव की प्राप्ति होती है, बल्कि माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है, जिससे परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। दीपावली की पूजा में उपयोग की जाने वाली हर चीज देवी-देवताओं के प्रति हमारी आस्था को दर्शाती है और पूजा को विशेष बनाती है।

दीपावली पूजा की सामग्रियों का महत्व

दीपावली की पूजा में इस्तेमाल होने वाली हर सामग्री का अपना खास महत्व होता है। ये चीज़ें न सिर्फ हमारी परंपराओं से जुड़ी होती हैं, बल्कि देवी-देवताओं को प्रसन्न करने में भी मदद करती हैं। जब इन सामग्रियों का सही तरीके और श्रद्धा से उपयोग किया जाता है, तो घर में खुशहाली, शांति और सकारात्मक ऊर्जा आती है। इनकी वजह से दिपावली की पूजा और भी ज्यादा शुभ और फलदायी बन जाती है।

दीपावली पूजन सामग्री लिस्ट

दिवाली पर माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पूजा विधि का सही होना जरूरी है। इसके लिए पूजा की सभी सामग्री पहले से तैयार रखनी चाहिए। नीचे उन वस्तुओं की सूची दी गई है जो दिवाली की पूजा में उपयोग की जाती हैं।

मुख्य मूर्तियाँ और यंत्र

  • माँ लक्ष्मी की मूर्ति
  • भगवान गणेश की मूर्ति
  • कुबेर यंत्र
  • लक्ष्मी यंत्र
  • चांदी का सिक्का

पूजा के लिए आधार और वस्त्र

  • पूजा चौकी
  • चौकी के लिए लाल कपड़ा
  • माँ लक्ष्मी के लिए लाल वस्त्र और चूड़ियाँ
  • भगवान गणेश के लिए पीला पटका

फूल और पत्तियाँ

  • फूलों की माला
  • गुलाब का फूल
  • कमल का फूल
  • अशोक के पत्ते
  • आम के पत्ते
  • तुलसी दल

धार्मिक पात्र और जल सम्बन्धी सामग्री

  • मिट्टी या पीतल का कलश
  • एक लोटा जल के लिए
  • गंगाजल

भोग और प्रसाद सामग्री

  • पांच तरह का अनाज
  • पांच तरह की मिठाई
  • पांच तरह के फल
  • खीर
  • पंचमेवा
  • खील और बताशे

सुगंधित व पूजन सामग्री

  • चंदन, केसर, कपूर
  • इत्र की शीशी
  • अगरबत्ती

दीपक और रोशनी से संबंधित सामग्री

  • दीपक
  • बाती
  • सरसों का तेल
  • घी
  • चार मुंह वाला बड़ा दीपक

चिह्न और प्रतीक चढ़ाने की वस्तुएं

  • कुमकुम, अबीर
  • हल्दी की गांठ
  • गोमती चक्र
  • कौड़ियां
  • कमलगट्टे की माला
  • मौली (कलावा)

फल, पान और मेवे

  • पान के पत्ते, सुपारी
  • लौंग, इलायची
  • गन्ना, सीताफल, सिंघाड़ा

अन्य पूजन सामग्री

  • लेखनी (पेन)
  • कुशा या दूर्वा (विशेषकर गणपति पूजन के लिए)
  • दूध, दही, शक्कर, शहद (पंचामृत के लिए)
  • रुई, साबुत धनिया

दिपावली पूजन सामग्री कहाँ से खरीदें और कैसे चुनें?

दिपावली की पूजा को विधिपूर्वक और बिना किसी रुकावट के सम्पन्न करने के लिए ज़रूरी है कि पूजा की सारी सामग्री पहले से ही पूरी और तैयार हो। सही जगह से, सही तरीके से सामग्री चुनना पूजा की पवित्रता और प्रभाव को बढ़ाता है।

दिपावली पूजा की सामग्री आप आसानी से स्थानीय पंसारी या किराना दुकानों से प्राप्त कर सकते हैं, जहाँ अधिकतर आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध होती हैं। इसके अलावा, पूजा सामग्री की विशेष दुकानों पर धार्मिक अनुष्ठानों के अनुसार विशेष और पारंपरिक वस्तुएँ मिलती हैं। यदि आप घर बैठे खरीदारी करना चाहते हैं, तो Amazon, Flipkart, BigBasket जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर पूजा किट्स और अलग-अलग सामग्री भी आसानी से उपलब्ध हैं।

सामग्री खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान?

  • पूजा में प्रयुक्त वस्तुएं शुद्ध और अच्छी गुणवत्ता की होनी चाहिए। विशेषकर चंदन, कुमकुम, रोली, मिठाई आदि।
  • फूल, फल, मिठाइयाँ और अन्य खाद्य वस्तुएँ ताज़ा हों।
  • दीपक, कलावा और श्रृंगार सामग्री जैसी चीज़ें हमेशा विश्वसनीय ब्रांड या अनुभवी और भरोसेमंद दुकानदार से ही खरीदें ।
  • सारी सामग्री पूजा से एक-दो दिन पहले एकत्र कर लें, ताकि अंतिम समय पर किसी भी प्रकार की कमी या परेशानी न हो।

पूजा में सामग्री का क्रम और उपयोग

पूजा को विधिपूर्वक और श्रद्धापूर्वक संपन्न करने के लिए जरूरी है कि हर सामग्री सही समय पर और सही तरीके से उपयोग हो। आइये देखते और जानते हैं दिवाली पूजा विधि के बारे में—

  • सबसे पहले साफ-सुथरा स्थान चुनें और वहाँ चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं।
  • माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियाँ स्थापित करें — गणेशजी बाईं ओर और लक्ष्मीजी दाईं ओर।
  • मिट्टी या पीतल का कलश, आम के पत्ते और नारियल के साथ कलश स्थापना करें।
  • मूर्तियों को गंगाजल से स्नान कराएं।
  • लक्ष्मीजी को लाल वस्त्र पहनाएं और गणेशजी को पीला पटका पहनाएं। फूल, माला, चंदन, केसर आदि से सजाएं।
  • रोली, अक्षत, कुमकुम, हल्दी से तिलक करें। दीपक, धूपबत्ती और अगरबत्ती जलाएं।
  • पंचमेवा, मिठाई, फल, खील-बताशे, कमलगट्टा, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, नारियल आदि भोग में अर्पित करें।
  • लक्ष्मी-गणेश के मंत्रों का जाप करें। कुबेर यंत्र और लक्ष्मी यंत्र की पूजा करें।
  • लेखनी और खाता बही की पूजा विशेष रूप से व्यापारी वर्ग के लिए शुभ मानी जाती है।
  • चार मुख वाला बड़ा दीपक जलाकर आरती करें।
  • आरती में कपूर, घंटी और थाली का प्रयोग करें।
  • तुलसी को दीपक अर्पित करें।
  • प्रसाद वितरण करें और परिवार संग पूजा का समापन करें।
  • घर के हर कोने, मुख्य द्वार और बालकनी में दीपक जलाएं।

निष्कर्ष

दिवाली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि उजाले, श्रद्धा और नई शुरुआत का प्रतीक है। जब हम श्रद्धा से हर पूजा सामग्री का सही क्रम में उपयोग करते हैं, तो न केवल देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है, बल्कि हमारे घर-परिवार में भी सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। इस दिवाली, चलिए सिर्फ दीप नहीं जलाते, बल्कि अपने भीतर की सकारात्मकता, परंपरा और आस्था को भी एक नई रोशनी देते हैं।

शुभ दीपावली!

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Published by Sri Mandir·July 15, 2025

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