7 अक्टूबर 2025 को क्या है?
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7 अक्टूबर 2025 को क्या है?

क्या आप जानना चाहते हैं कि 7 अक्टूबर 2025 को कौन-से व्रत, त्योहार और उत्सव मनाए जाएंगे और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों विशेष है?

आज के दिन के बारे में

7 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन आश्विन पूर्णिमा का व्रत, वाल्मीकि जयंती और मीराबाई जयंती जैसे पवित्र पर्व एक साथ पड़ रहे हैं। श्रद्धा और भक्ति के साथ की गई पूजा-अर्चना से घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है। भक्तजन इस दिन चंद्रमा की अमृतमयी किरणों में रखी खीर का सेवन कर स्वास्थ्य और धन की वृद्धि की कामना करते हैं। यह दिन देवी लक्ष्मी, चंद्र देव, महर्षि वाल्मीकि और भक्त मीराबाई की आराधना के लिए अत्यंत विशेष माना जाता है।

पंचांग विवरण

  • तिथि: पूर्णिमा (शुक्ल पक्ष) – 7 अक्टूबर सुबह 9:18 बजे तक
  • नक्षत्र: रेवती – 1:27 AM (8 अक्टूबर) तक
  • योग: ध्रुव – 9:32 AM तक
  • करण: बव – 9:16 AM तक
  • वार: मंगलवार

त्योहार और व्रत

आश्विन पूर्णिमा व्रत

आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है, इसलिए इस रात चांदनी में रखी खीर का सेवन अत्यंत शुभ माना जाता है। भक्तजन इस दिन लक्ष्मी माता और चंद्र देव की पूजा करते हैं। उपवास और जागरण का भी विशेष महत्व है।

वाल्मीकि जयंती

इस दिन आदि कवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई जाती है। उन्होंने ही रामायण जैसे महान ग्रंथ की रचना की थी। इस अवसर पर मंदिरों और आश्रमों में विशेष पूजन, सत्संग और रामायण पाठ का आयोजन किया जाता है।

मीराबाई जयंती

7 अक्टूबर को भक्त मीराबाई की जयंती भी मनाई जाती है। वे भगवान श्रीकृष्ण की महान भक्त थीं। उनके भजन आज भी श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक हैं। इस दिन कृष्ण भक्ति और कीर्तन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

अश्विन नवपद ओली समापन

यह दिन जैन धर्म के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन अश्विन नवपद ओली का समापन होता है। जैन अनुयायी इस दिन विशेष पूजा, दान और उपवास करते हैं।

पूजा विधि

  • सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • घर में लक्ष्मी माता, चंद्र देव, वाल्मीकि जी और श्रीकृष्ण की पूजा करें।
  • दीपक जलाएँ और घर को प्रकाशमय करें।
  • खीर बनाकर चांदनी में रखें और अगले दिन प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
  • भक्ति गीत और भजन गायन से वातावरण को पवित्र बनाएं।

शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त: 11:22 AM से 12:08 PM राहुकाल: 2:42 PM से 4:10 PM गुलिक काल: 11:45 AM से 1:14 PM यमघंट काल: 8:49 AM से 10:17 AM

सूर्य और चंद्र विवरण

  • सूर्योदय: 5:52 AM
  • सूर्यास्त: 5:38 PM
  • चंद्रोदय: 5:41 PM
  • चंद्रास्त: 5:47 AM (8 अक्टूबर को)

ग्रह और राशि

  • सूर्य राशि: कन्या (Virgo)
  • चंद्र राशि: मीन (Pisces)
  • दिशाशूल: उत्तर दिशा
  • ऋतु: शरद
  • आयन: दक्षिणायन
  • विक्रम संवत: 2082 (काल्युक्त)
  • शक संवत: 1947 (विश्ववसु)

निष्कर्ष

7 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण है। यह दिन शरद पूर्णिमा, वाल्मीकि जयंती और मीराबाई जयंती जैसे पवित्र पर्वों से जुड़ा हुआ है।इस दिन किए गए लक्ष्मी पूजन, चंद्र दर्शन, और दान-पुण्य से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।

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Published by Sri Mandir·October 7, 2025

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