19 अक्टूबर 2025 को क्या है?
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19 अक्टूबर 2025 को क्या है?

19 अक्टूबर 2025 को क्या है? जानिए इस दिन का पंचांग, व्रत और पूजा का महत्व, शुभ-अशुभ समय और आराधना से जुड़ी खास जानकारी।

आज के दिन के बारे में

19 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिन की गई पूजा, व्रत और दान से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और मन को आध्यात्मिक संतोष की अनुभूति होती है। यह दिन देव आराधना, साधना और शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए विशेष रूप से अनुकूल माना गया है। इस लेख में पढ़ें 19 अक्टूबर 2025 का धार्मिक महत्व और इससे जुड़ी खास बातें

19 अक्टूबर 2025 को क्या है?

क्या आप जानना चाहते हैं कि 19 अक्टूबर 2025 को कौन-से व्रत और त्योहार हैं और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों खास है? 19 अक्टूबर 2025, रविवार का दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन काली चौदस (नरक चतुर्दशी), हनुमान पूजा, और मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। यह तिथि दीपावली से एक दिन पूर्व आती है, जब भगवान हनुमान, माता काली और भगवान शिव की आराधना विशेष रूप से की जाती है। यह दिन नकारात्मक शक्तियों के नाश और आत्मबल की वृद्धि के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

पंचांग विवरण

  • तिथि: त्रयोदशी – दोपहर 1:53 बजे तक
  • नक्षत्र: उत्तर फाल्गुनी – शाम 5:51 बजे तक
  • योग: इंद्र – रात 2:04 बजे तक
  • करण: वणिज – दोपहर 1:53 बजे तक
  • वार: रविवार (सूर्य देव का दिन)

महत्व और पूजा

काली चौदस (नरक चतुर्दशी)

यह दिन भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर राक्षस के वध की स्मृति में मनाया जाता है। इस दिन दीपदान करने और शरीर पर उबटन लगाकर स्नान करने से पाप नाश होता है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

हनुमान पूजा

त्रयोदशी तिथि और रविवार के संयोग में हनुमान जी की आराधना विशेष फलदायी होती है। भक्त इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और संकटों से मुक्ति की कामना करते हैं।

मासिक शिवरात्रि

इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से समस्त पापों का क्षय होता है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। रात्रि जागरण और महामृत्युंजय जाप का विशेष महत्व है।

पूजा विधि

  • प्रातःकाल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।
  • भगवान हनुमान और भगवान शिव के चित्र या प्रतिमा के समक्ष दीपक जलाएँ।
  • तिलक, पुष्प, फल और प्रसाद अर्पित करें।
  • "ॐ नमः शिवाय" और "ॐ हनुमते नमः" मंत्र का जप करें।
  • शाम को घर के बाहर दीपदान करें और काली माता की आराधना करें।

शुभ-अशुभ समय

  • शुभ मुहूर्त: 11:22 AM से 12:06 PM
  • राहुकाल: 4:02 PM से 5:28 PM
  • गुलिक काल: 2:36 PM से 4:02 PM
  • यमघण्ट काल: 11:44 AM से 1:10 PM

सूर्य और चंद्र

  • सूर्योदय: 5:59 AM
  • सूर्यास्त: 5:28 PM
  • चंद्रोदय: 3:56 AM
  • चंद्रास्त: 4:11 PM

ग्रह और राशि

  • सूर्य राशि: तुला
  • चंद्र राशि: कन्या
  • दिशाशूल: पश्चिम दिशा
  • चंद्र निवास: दक्षिण
  • ऋतु: शरद
  • अयन: दक्षिणायन

निष्कर्ष

19 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। काली चौदस, हनुमान पूजा और मासिक शिवरात्रि के संयोग से यह तिथि नकारात्मक शक्तियों के नाश, भय से मुक्ति और आत्मबल प्राप्ति के लिए उपयुक्त है। इस दिन शिव और हनुमान जी की आराधना करने से जीवन में शक्ति, साहस और सफलता का संचार होता है।

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Published by Sri Mandir·October 9, 2025

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