नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ
नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ
नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ
नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ
नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ
नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ
अर्धरात्रि विशेष

माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ

नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए
temple venue
श्री तारापीठ मंदिर, पश्चिम बंगाल
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा के लिए अर्धरात्रि विशेष माँ काली तंत्र युक्त यज्ञ

देवी काली अपने भक्तों के जीवन में प्रकाश एवं आशा की किरण लाती हैं, साथ ही नकारात्मकता एवं अंधकार को दूर करती हैं। पौराणिक कथा के अनुसार सृष्टि की रचना से पहले देवी काली अंधकार के रूप में हर तरफ विद्यमान थीं। सृष्टि को प्रारंभ करने के लिए देवी ने एक ज्योति प्रकट की जिसके बाद सब प्रकाशमय हो गया। इस कारण अर्धरात्रि के समय अत्यंत लाभकारी मानी गई है। दिनांक 18 मई 2024, पर अर्धरात्रि विशेष मां काली तंत्र युक्त यज्ञ से भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा का आशीष प्राप्त होता है। इस विशेष यज्ञ में श्री मंदिर द्वारा भाग लेकर मां काली की असीम कृपा प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं एवं बुरी शक्तियों का विनाश
तारापीठ में देवी काली के रूप में विराजित मां तारा की इस विशेष पूजा से भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीष प्राप्त होता है। मां तारा सभी बुरी एवं नकारात्मक शक्तियों के विनाश के लिए जानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी काली की जो भक्त सच्चे दिल से आराधना करते हैं उनके जीवन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाएं एवं बुरी शक्तियां टिक नहीं पाती हैं।
puja benefits
भय से सुरक्षा
मान्यता है कि मां काली की विशेष पूजा से भक्तों साहस के साथ आत्मविश्वास की वृद्धि होती है जिससे उन्हें किसी भी तरह के अनजाने भय से मुक्ति मिलती है और देवी मां के आशीष से व्यक्ति भय मुक्त होकर जीवन में आगे बढता है। भले ही मां काली का रूप उग्र हो लेकिन उनकी आराधना करने वाले भक्तों को जीवन में सभी तरह के भय से मुक्‍ति मिल जाती है।
puja benefits
ग्रहों के अशुभ प्रभावों से मुक्ति
मां काली, देवी आदिशक्ति का अवतार हैं, जो संपूर्ण ब्रह्मांड और सभी ग्रहों पर शासन करती है। इसलिए उनकी पूजा करने से कुंडली के ग्रहों के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है। तारापीठ में मां काली की इस पूजा को करने से भक्तों को ग्रहों के अशुभ प्रभाव से सुरक्षा का आशीष प्राप्त होता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

श्री तारापीठ मंदिर,पश्चिम बंगाल

श्री तारापीठ मंदिर,पश्चिम बंगाल
पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां तारा की उत्पत्ति उस समय हुई थी जब समुद्र मंथन के समय विष निकला था, उस दौरान भगवान शिव ने यह विष ग्रहण कर लिया था, जिसके कारण शिवजी के शरीर में अत्याधिक जलन और पीड़ा होने लगी थी। भगवान शिव को पीड़ा से मुक्त करने के लिए मां काली ने दूसरा स्वरूप धारण किया और शिव जी को स्तनपान कराया, जिसके बाद उनके शरीर की जलन शांत हुई थी। इसलिए कहते हैं कि तारा देवी मां काली का ही दूसरा स्वरूप है।

पुराणों के अनुसार पश्चिम बंगाल में स्थित श्री तारापीठ मंदिर तंत्र साधना का जागृत स्थल माना जाता है। 10 महाविद्या में दूसरा स्थान रखने वाली मां तारा यहां अपने सौम्य रूप में विराजित हैं। मान्यता है कि सुदर्शन चक्र से भगवान विष्णु ने मां सती के शरीर के टुकड़े किए थें। उस दौरान माता सती के अंगों में से आंख की पुतली यहां गिरी थी। बांग्ला में आंख की पुतली को तारा कहते हैं और इसलिए इस जगह का नाम तारापीठ पड़ा। यहां पूजा करने से भक्तों के जीवन से सभी तरह की आपदाएं दूर हो जाती हैं।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
Rakesh Saini

Rakesh Saini

25 November, 2024

starstarstarstarstar

very good


BRAJESH KHANDELWAL

BRAJESH KHANDELWAL

25 November, 2024

starstarstarstarstar

good experience


आराधना पंढरीनाथ मोरे

आराधना पंढरीनाथ मोरे

25 November, 2024

starstarstarstarstar

आप श्री मंदिर का और सभी ब्राह्मण देवतावो का धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों