जानिए इंदौर के प्रख्यात खजराना गणेश मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व, चमत्कारी मान्यताएं, दर्शन का समय और यात्रा से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी।
खजराना गणेश मंदिर इंदौर का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहाँ भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित है। इसे रानी अहिल्याबाई होलकर ने 18वीं शताब्दी में बनवाया था। मान्यता है कि यहाँ सच्चे मन से पूजा करने पर सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और जीवन से विघ्न-बाधाएँ दूर होती हैं।
खजराना गणेश मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर शहर में स्थित है। यह देश के सबसे धनी गणेश मंदिरों में गिना जाता है। भक्तों द्वारा प्रतिदिन चढ़ाए जाने वाले चढ़ावे और ऑनलाइन दान के चलते मंदिर की चल-अचल संपत्ति अत्यधिक है। मंदिर की दान पेटियों से हर साल विदेशी मुद्रा भी प्राप्त होती है, जिससे इसकी लोकप्रियता और भक्ति की महिमा सिद्ध होती है।
खजराना गणेश मंदिर का निर्माण 1735 में होलकर वंश की महारानी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा करवाया गया था। कहा जाता है कि भगवान गणेश की प्रतिमा एक कुएं से प्राप्त हुई थी और यह मूर्ति एक स्थानीय पुजारी पंडित मंगल भट्ट को स्वप्न में दिखाई दी थी। आज भी मंदिर का प्रबंधन भट्ट परिवार द्वारा किया जाता है।
इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खजराना गणेश मंदिर का प्रमुख त्योहार विनायक चतुर्थी है, जो अगस्त या सितंबर महीने में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु यहां सच्चे मन से प्रार्थना करता है, उसकी हर इच्छा भगवान गणेश अवश्य पूर्ण करते हैं। विपत्ति के समय पुजारियों द्वारा किए जाने वाले विशेष अनुष्ठान और पूजन से भी विघ्न बाधाएं दूर होती हैं।
मंदिर की वास्तुकला
खजराना गणेश मंदिर नागर शैली में निर्मित है। मंदिर के गर्भगृह के द्वार और बाहरी दीवारें चांदी से बनी हुई हैं। भगवान गणेश की प्रतिमा की आंखें हीरे से जड़ी हुई हैं। मंदिर परिसर में कुल 33 छोटे-बड़े मंदिर स्थित हैं, जिनमें भगवान राम, शिव, साईं बाबा, हनुमान, मां दुर्गा आदि के मंदिर शामिल हैं। यहां एक विशेष मान्यता के अनुसार, जो भक्त गणेश जी की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाकर मन्नत मांगता है, उसकी इच्छा शीघ्र पूर्ण होती है।
खजराना गणेश मंदिर, इंदौर का प्रसाद
यहां भगवान गणेश को विशेष रूप से लड्डू का भोग अर्पित किया जाता है। जो भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण होने के उपरांत कृतज्ञता प्रकट करना चाहते हैं, वे अपने वजन के बराबर लड्डू का दान करते हैं।
हवाई मार्ग
सबसे निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होल्कर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, इंदौर है। एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी लगभग 14.2 किलोमीटर है, जिसे ऑटो, टैक्सी या बस द्वारा आसानी से तय किया जा सकता है।
रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से लगभग 5.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। स्टेशन से ऑटो या लोकल बस सेवा आसानी से उपलब्ध है।
सड़क मार्ग
इंदौर शहर मध्य प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा भली-भांति जुड़ा हुआ है। सरवटे बस स्टैंड से खजराना गणेश मंदिर की दूरी लगभग 5.3 किलोमीटर है। वहां से ऑटो, टैक्सी या लोकल परिवहन से मंदिर पहुंचा जा सकता है।
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