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राहु गोचर 2025

राहु गोचर 2025 आने वाला है! जानिए आपकी राशि की किस्मत बदलने वाली है या आने वाला है कोई बड़ा संकट?

राहु गोचर 2025 के बारे में

राहु गोचर 2025 में 18 मई को मीन राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। यह परिवर्तन मेष, वृषभ, सिंह, धनु और कुंभ राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा, जिससे करियर, धन और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है।

राहु गोचर 2025

18 मई 2025 को शाम 5:08 बजे राहु मीन राशि से निकलकर शनि की स्वामित्व वाली कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जहां वह 5 दिसंबर 2026 तक विराजमान रहेगा। राहु हर राशि में लगभग 18 महीने तक रहता है और इस दौरान इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग तरीकों से देखने को मिलेगा।

राहु गोचर का ज्योतिष में महत्व

वैदिक ज्योतिष में राहु एक छाया ग्रह है, जिसे पाप ग्रह भी कहा जाता है। यह कोई ठोस ग्रह नहीं है, लेकिन इसका प्रभाव गहरा होता है और यह अक्सर मानसिक व आर्थिक परेशानियाँ, भ्रम और असफलता लाता है। राहु हर 18 महीने में राशि बदलता है और इसका असर सभी 12 राशियों के साथ देश-दुनिया की घटनाओं पर भी पड़ता है। इस समय राहु मीन राशि में स्थित है, जो बृहस्पति की राशि मानी जाती है। आने वाली 18 मई 2025 की शाम 7:35 बजे, राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो शनि की राशि है। यह गोचर कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ लेकर आ सकता है, जबकि कुछ को इससे फायदा भी होगा। इसका प्रभाव व्यक्ति के करियर, सोचने के तरीके, स्वास्थ्य और सामाजिक जीवन पर भी पड़ सकता है।

राहु ग्रह का स्वभाव और प्रभाव

राहु ग्रह का स्वभाव

  • राहु भ्रम, धोखा, और माया का प्रतिनिधित्व करता है। यह व्यक्ति को वास्तविकता से भटका सकता है।
  • राहु भोग-विलास, विदेश यात्रा, सत्ता, पैसा और ऊँचे सामाजिक दर्जे की लालसा को बढ़ाता है।
  • यह अचानक लाभ या हानि, दुर्घटनाएँ, या अप्रत्याशित परिवर्तन का कारक होता है।
  • राहु परंपरा से हटकर चलने, विद्रोह करने और अपरंपरागत सोच को बढ़ावा देता है।
  • यह मन में भय, बेचैनी, भ्रम और मानसिक अस्थिरता उत्पन्न कर सकता है।
  • राहु विदेश यात्रा, सूचना तकनीक, इंटरनेट, फिल्म, राजनीति और ड्रग्स जैसी चीज़ों से जुड़ा होता है।

राहु के शुभ और अशुभ प्रभाव

शुभ राहु

  • अचानक उन्नति और प्रसिद्धि
  • विदेश में सफलता
  • राजनीति या फिल्म जगत में नाम
  • तकनीकी क्षेत्र में विशेषज्ञता
  • चतुर और रणनीतिक सोच

अशुभ राहु

  • जब राहु अशुभ स्थिति में हो या पाप ग्रहों के साथ हो, तब यह ला सकता है:
  • मानसिक तनाव और भ्रम
  • व्यसन और गैरकानूनी कार्यों की ओर झुकाव
  • धोखा, कोर्ट-कचहरी के मामलों में फँसना
  • असफलता और अपमान
  • दुर्घटनाएँ और अचानक संकट

राहु का 2025 में गोचर – तिथि और समय

राहु ग्रह 18 मई 2025 को शाम 4 बजकर 30 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। खास बात यह है कि इसी दिन केतु भी सिंह राशि में आएंगे। यह गोचर कुंभ राशि में होगा, जो 18 साल बाद हो रहा है। राहु को मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करते हुए देखा जाएगा।

राहु गोचर 2025 मेष राशि पर प्रभाव

राहु का गोचर 18 मई 2025 से मेष राशि वालों के जीवन में खास बदलाव लेकर आएगा। इस दिन राहु मीन से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा और मेष राशि के लिए यह गोचर एकादश भाव यानी लाभ स्थान में होगा। ग्यारहवां भाव आमदनी, लाभ, इच्छाओं की पूर्ति, सामाजिक संबंध और नेटवर्किंग से जुड़ा होता है। इस दौरान राहु आपकी भौतिक इच्छाओं, सामाजिक मान-सम्मान और अचानक मिलने वाले लाभों पर असर डालेगा।

शुभ फल

  • अचानक धन प्राप्ति हो सकती है, शेयर बाजार या निवेश से फायदा मिल सकता है।
  • प्रभावशाली लोगों से संपर्क बनेगा, जिससे भविष्य में लाभ होगा।
  • प्रमोशन या नई जॉब के योग हैं। राजनीति, मीडिया या विदेशी कंपनियों से लाभ मिल सकता है।
  • लंबे समय से अधूरी इच्छाएँ पूरी हो सकती हैं।
  • मल्टीनेशनल कंपनियों या विदेश से जुड़ी गतिविधियाँ फलदायी हो सकती हैं।

सावधानियां और चुनौतियां

  • व्यापारिक सहयोगी या मित्रों से धोखा मिल सकता है, सतर्क रहें।
  • राहु आपको ज़रूरत से ज़्यादा खर्च और दिखावे की ओर खींच सकता है।
  • सफलता मिलने पर घमंड या दूसरों को नजरअंदाज करना संबंधों को बिगाड़ सकता है।
  • अधिक लाभ के चक्कर में गलत रास्तों या अवैध कार्यों से बचें।

उपाय

  • गोमेद (हसोनाइट) धारण करें, लेकिन कुंडली दिखाकर ही।
  • 'ॐ राहवे नमः' मंत्र का जाप रोज़ 108 बार करें।
  • काल भैरव की उपासना या शनिवार को भैरव मंदिर जाएँ।
  • नीले या भूरे रंग से परहेज करें विशेष मौकों पर।

राहु गोचर 2025 वृषभ राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 में वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर 18 मई 2025 से शुरू होकर 5 दिसंबर 2026 तक प्रभावशाली रहेगा। इस अवधि में राहु दशम भाव (10वें भाव) में स्थित रहेगा, जो करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा और कर्म का भाव माना जाता है। दशम भाव हमारे जीवन में पेशे, सामाजिक छवि, प्रतिष्ठा, और कार्य क्षेत्र से जुड़ा होता है। राहु इस स्थान पर आने से करियर में बड़ा बदलाव, नई दिशाओं में अवसर, और अप्रत्याशित उन्नति या उतार-चढ़ाव संभव है।

शुभ प्रभाव

  • राहु आपको ऐसे क्षेत्रों में ले जा सकता है जहाँ आपने पहले सोचा भी न हो, जैसे टेक्नोलॉजी, राजनीति, मीडिया या विदेशी कंपनियाँ।
  • विदेश में नौकरी, विदेशी प्रोजेक्ट या वहां से जुड़े लाभ मिल सकते हैं।
  • समाज में एक नया और प्रभावशाली चेहरा बन सकते हैं।
  • विशेष रूप से यदि आप खुद का बिजनेस करते हैं तो राहु का यह गोचर आपको अप्रत्याशित रूप से ऊँचाई दे सकता है।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • राहु भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है – आपको लगेगा कि आपने सही निर्णय लिया है लेकिन परिणाम उल्टे भी हो सकते हैं।
  • काम से जुड़ी गुप्त बातें लीक हो सकती हैं या आलोचना झेलनी पड़ सकती है।
  • बॉस या उच्च अधिकारियों से संबंध बिगड़ सकते हैं, इसलिए व्यवहार में विनम्रता रखें।
  • राहु आपको 'शॉर्टकट' का रास्ता दिखा सकता है, लेकिन ऐसे प्रयास उल्टा नुकसान पहुँचा सकते हैं।

उपाय

  • शनिवार को राहु के बीज मंत्र का जाप करें – “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” (108 बार)
  • नीले, काले रंग से परहेज करें, खासकर करियर से जुड़े मौकों पर।
  • काल भैरव या दुर्गा माता की उपासना करें।
  • सच्चाई और पारदर्शिता से काम करें, गुप्त षड्यंत्रों या चालाकियों से बचें।

राहु गोचर 2025 मिथुन राशि पर प्रभाव

मिथुन राशि वालों के लिए राहु का गोचर 18 मई 2025 से एक नया मोड़ लेकर आ रहा है। इस दिन राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो मिथुन राशि की कुंडली में नवम भाव यानी भाग्य स्थान में स्थित होगा। यह स्थिति 5 दिसंबर 2026 तक बनी रहेगी। नवम भाव जीवन में विश्वास, धर्म, आध्यात्म, गुरुजनों से संबंध, उच्च शिक्षा और विदेश यात्रा जैसी चीज़ों का संकेतक होता है। राहु के इस भाव में आने से आपकी सोच में बदलाव आ सकता है, आप परंपराओं से हटकर सोचने लग सकते हैं, और भाग्य व विश्वास को लेकर नए दृष्टिकोण विकसित कर सकते हैं। यह समय आपकी जीवन-दृष्टि को गहराई से प्रभावित कर सकता है।

शुभ प्रभाव

  • यदि आप उच्च शिक्षा, रिसर्च या नौकरी के लिए विदेश जाना चाहते हैं, तो राहु आपको अवसर देगा।
  • रहस्यवाद, तंत्र, ज्योतिष, या दर्शन में रुचि बढ़ेगी।
  • अचानक किसी ऐसे अवसर का मिलना जो लंबे समय से रुका हुआ हो।
  • आपके जीवन में ऐसा व्यक्ति आएगा जो आपको सही दिशा देगा, भले ही वो परंपरागत रूप से "गुरु" न हो।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • आपके विचारों और आदर्शों में बदलाव से पारिवारिक टकराव संभव है।
  • राहु भ्रम उत्पन्न करता है, इसलिए किसी भी अध्यात्मिक या मार्गदर्शक व्यक्ति पर आँख मूँदकर भरोसा न करें।
  • मेहनत छोड़कर केवल भाग्य पर निर्भर रहने की प्रवृत्ति हानिकारक हो सकती है।
  • आप बार-बार अपनी मान्यताओं को बदल सकते हैं, जिससे निर्णयों में अस्थिरता आ सकती है।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” रोज़ 108 बार।
  • गुरु और पिता का सम्मान करें और उनसे मतभेद होने पर संयम रखें।
  • गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान करें – जैसे चने की दाल, हल्दी, पीले कपड़े।
  • सच्चे और अनुभवी मार्गदर्शक से ही सलाह लें, जल्दी प्रभावित न हों।

राहु गोचर 2025 सिंह राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 सिंह राशि: यह गोचर 18 मई 2025 से शुरू होगा और 5 दिसंबर 2026 तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान राहु सिंह राशि के सप्तम भाव (7वें भाव) में स्थित रहेगा, जो वैवाहिक जीवन, साझेदारी, जनसंपर्क और सामाजिक संबंधों का कारक है। सप्तम भाव जीवनसाथी, विवाह, व्यापारिक साझेदारी और सार्वजनिक संबंधों से जुड़ा होता है। राहु यहाँ आने पर इन क्षेत्रों में भ्रम, असंतुलन, या अप्रत्याशित बदलाव ला सकता है।

शुभ प्रभाव

  • यदि समझदारी से निभाई जाए तो पार्टनरशिप से अप्रत्याशित मुनाफा हो सकता है।
  • विदेश या टेक्नोलॉजी से जुड़े संपर्क से प्रगति के अवसर मिल सकते हैं।
  • मीडिया, राजनीति, पब्लिक डीलिंग जैसे क्षेत्रों में उन्नति के संकेत हैं।
  • कुछ जातकों को विदेशी जीवनसाथी या विदेशी बिज़नेस से जुड़ने का मौका मिल सकता है।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • राहु का यह गोचर जीवनसाथी के साथ विवाद, गलतफहमी या विश्वासघात की संभावना बढ़ा सकता है।
  • बिज़नेस पार्टनर से विवाद या धोखा मिल सकता है। कानूनी विवाद भी संभव।
  • राहु भ्रम पैदा करता है, जिससे जातक गलत व्यक्ति पर विश्वास कर सकता है।
  • सामाजिक प्रतिष्ठा पर संकट आ सकता है, खासकर यदि आपके काम में पारदर्शिता न हो।

राहु गोचर 2025 कन्या राशि पर प्रभाव

राहु का गोचर 2025 में कन्या राशि के लिए एक निर्णायक समय लेकर आ रहा है। 18 मई को राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो कन्या राशि की कुंडली में छठे भाव में स्थित होगा। यह भाव रोज़मर्रा की ज़िंदगी, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा, कर्ज, दुश्मनों और सेवा से जुड़ा होता है। इस दौरान राहु आपकी मानसिक दृढ़ता को परखेगा और आपको जीवन के संघर्षों से जूझना सिखाएगा। स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता ज़रूरी रहेगी, साथ ही शत्रुओं और कानूनी मामलों में विजय मिलने की संभावना भी बनी रहेगी। यह समय आत्मअनुशासन और कर्म पर फोकस करने का है, जहां राहु आपकी आंतरिक शक्ति को निखारने का काम करेगा।

शुभ प्रभाव

  • अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं या सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे हैं, तो आने वाला समय आपके लिए अनुकूल साबित हो सकता है। आपकी मेहनत रंग ला सकती है और सफलता मिलने की संभावनाएं प्रबल होंगी।
  • विरोधी शांत होंगे और कानूनी मामलों में आपकी स्थिति मजबूत रह सकती है। खासतौर पर चिकित्सा, कानून, रिसर्च, स्वास्थ्य और तकनीकी जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोगों को अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
  • पुराने कर्जों से राहत मिलने की उम्मीद है, हालांकि इसके साथ कुछ नई जिम्मेदारियाँ भी आपके कंधों पर आ सकती हैं।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • पेट, त्वचा, गैस, रक्तचाप, नसों से संबंधित परेशानियाँ हो सकती हैं।
  • आप पर कार्य का बोझ अधिक हो सकता है, जिससे तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ेगा।
  • कोई ग़लत या शॉर्टकट रास्ता अपनाना भारी पड़ सकता है।
  • कोई आपके विरुद्ध छुपे रूप से षड्यंत्र रच सकता है, सतर्क रहें।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” प्रतिदिन 108 बार।
  • कुत्ते को भोजन खिलाएँ, खासकर शनिवार और बुधवार को।
  • गाय को हरी घास या हरा चारा दें, नियमित रूप से।
  • काले तिल, उड़द और सरसों का दान करें, विशेषकर शनिवार को।

राहु गोचर 2025 तुला राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 तुला राशि (Libra ♎) के जातकों के लिए 18 मई 2025 से विशेष रूप से प्रभावशाली रहेगा। इस समय राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो तुला राशि के लिए पंचम भाव (5वें भाव) में आएगा। पंचम भाव बुद्धि, संतान, प्रेम, शिक्षा, सृजनात्मकता और निवेश का प्रतिनिधित्व करता है। राहु जब पंचम भाव में आता है तो वह जातक की सोचने की दिशा, प्रेम जीवन, शिक्षा और निर्णय लेने की क्षमता को गहराई से प्रभावित करता है। यह एक रहस्यमय, लेकिन सृजनात्मक ऊर्जा लाता है

शुभ प्रभाव

  • फिल्म, लेखन, संगीत, सोशल मीडिया, डिज़ाइन, फैशन जैसे क्षेत्रों में नए मौके मिल सकते हैं।
  • कोई रहस्यमय या विदेशी व्यक्ति जीवन में आ सकता है, जिससे जुड़ाव हो सकता है।
  • जिन दंपत्तियों को संतान सुख में बाधा आ रही थी, उन्हें इस समय सकारात्मक समाचार मिल सकता है।
  • विशेष रूप से रिस्क वाले निवेश में राहु आश्चर्यजनक लाभ दिला सकता है — लेकिन विवेक जरूरी है।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • कोई रिश्ता शुरू हो सकता है जो बाद में गलत साबित हो; भावनात्मक रूप से सतर्क रहें।
  • राहु भ्रम की स्थिति उत्पन्न करता है — शिक्षा, निवेश या संतान से जुड़ा कोई निर्णय नुकसानदेह हो सकता है।
  • उनके स्वास्थ्य, व्यवहार या भविष्य को लेकर मानसिक तनाव हो सकता है।
  • राहु आपके सोचने के तरीके को "मैं ही सही" की भावना से भर सकता है, जो संबंधों को बिगाड़ सकता है।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें रोज़ाना — “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”
  • बच्चों के प्रति धैर्य और समझ बनाए रखें – उनकी बातों को बिना गुस्से के सुनें।
  • गुरुवार को पीले कपड़े, फल या चने की दाल का दान करें।
  • रचनात्मक ऊर्जा को सकारात्मक दिशा दें – लेखन, कला या अध्यात्म में लगाएं।

राहु गोचर 2025 वृश्चिक राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 वृश्चिक राशि (Scorpio ♏) के जातकों के लिए एक भावनात्मक, पारिवारिक और मानसिक बदलावों से भरा समय रहेगा। 18 मई 2025 को राहु का गोचर कुंभ राशि में होगा, जो वृश्चिक राशि के लिए चतुर्थ भाव (4वें भाव) में स्थित रहेगा। यह स्थिति जीवन में घर-परिवार, माता, संपत्ति, मनोबल और स्थिरता से जुड़ी घटनाओं को प्रभावित करती है। चतुर्थ भाव जीवन की “जड़ें” मानी जाती हैं – जैसे माता, घर, भावनात्मक स्थिरता और संपत्ति। राहु यहाँ रहकर व्यक्ति की इन बुनियादी चीजों को पुनः परिभाषित करता है – वह भ्रम, आकांक्षा और अस्थिरता के माध्यम से।

शुभ प्रभाव

  • यदि आप घर या वाहन खरीदने की सोच रहे हैं, तो राहु आपकी योजनाओं को आगे बढ़ा सकता है (हालाँकि दस्तावेज़ी सावधानी ज़रूरी है)।
  • रियल एस्टेट, इलेक्ट्रॉनिक्स, डिज़ाइन या निर्माण क्षेत्र में करियर या निवेश से लाभ मिल सकता है।
  • विदेश या दूर देश में निवास या नौकरी का अवसर मिल सकता है।
  • राहु आपको ध्यान, वास्तु, तंत्र, ज्योतिष आदि की ओर आकर्षित कर सकता है।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • माता के साथ भावनात्मक दूरी, मतभेद या स्वास्थ्य संबंधी चिंता हो सकती है।
  • पारिवारिक जीवन में टेंशन, संपत्ति विवाद या घरेलू शांति भंग हो सकती है।
  • मन स्थिर नहीं रहेगा — नींद में कमी, चिंता या अकेलेपन की भावना हो सकती है।
  • ज़मीन या घर के सौदों में फर्जीवाड़ा या नुकसान की संभावना।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें – “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” (रोज़ 108 बार)
  • माता की सेवा करें और उनसे भावनात्मक जुड़ाव बढ़ाएँ।
  • शनिवार को नीले या काले कपड़े का दान करें और काले कुत्ते को रोटी खिलाएँ।
  • घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा साफ और शांत रखें, वास्तु दोष न होने दें।

राहु गोचर 2025 धनु राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 धनु राशि के जातकों के लिए एक बौद्धिक, सामाजिक और संचार केंद्रित परिवर्तन लेकर आएगा। 18 मई 2025 से राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो धनु राशि के लिए तृतीय भाव (3rd House) में स्थित रहेगा। यह गोचर साहस, भाई-बहन, यात्रा, कम्युनिकेशन, और प्रयासों से संबंधित घटनाओं को प्रभावित करेगा। तृतीय भाव प्रयास, हिम्मत, साहस, कौशल, लेखन, मीडिया, छोटे भाई-बहन, और कम दूरी की यात्राओं का प्रतिनिधित्व करता है। राहु जब यहाँ आता है, तो वह इन क्षेत्रों में नई ऊर्जा, जोखिम, और असामान्य अनुभव लाता है।

शुभ प्रभाव

  • आप किसी नए स्किल (जैसे डिजिटल मार्केटिंग, प्रोग्रामिंग, पब्लिक स्पीकिंग) में एक्सपर्ट बन सकते हैं।
  • सोशल मीडिया, यूट्यूब, लेखन, ब्लॉगिंग या मार्केटिंग के माध्यम से प्रसिद्धि और आय।
  • प्रभावशाली लोगों से संपर्क बन सकते हैं जो भविष्य में फायदेमंद होंगे।
  • काम या व्यक्तिगत कारणों से छोटी-छोटी लेकिन लाभकारी यात्राएँ होंगी।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • खासकर छोटे भाई-बहनों के साथ मतभेद या गलतफहमियाँ हो सकती हैं।
  • आपका संवाद शैली कभी-कभी दूसरों को चुभ सकती है – इससे रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
  • आप बहुत सारे काम एक साथ करने की कोशिश करेंगे, जिससे ऊर्जा और ध्यान भटक सकता है।
  • असत्य या भ्रमित करने वाली जानकारी फैलाने से बचें, वरना आपकी साख को नुकसान हो सकता है।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” – प्रतिदिन 108 बार।
  • शनिवार को काले तिल और सरसों के तेल का दान करें।
  • भाई-बहनों से संबंध मधुर रखें, उन्हें उपहार या सहयोग दें।
  • लेखन और संवाद में संयम बरतें, झूठ या घमंड से बचें।

राहु गोचर 2025 मकर राशि पर प्रभाव

रराहु गोचर 2025 मकर राशि (Capricorn ♑) के जातकों के लिए महत्वपूर्ण और बदलावों से भरा रहेगा। 18 मई 2025 से राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो मकर राशि के लिए द्वादश भाव (12वें भाव) में रहेगा। द्वादश भाव मानसिक शांति, विदेश यात्रा, खर्च, मानसिक तनाव, और गुप्त मामलों से संबंधित होता है। यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए कुछ गहरे मानसिक बदलाव, नए अवसर, और खर्च से जुड़ी घटनाएँ ला सकता है। द्वादश भाव आत्मनिर्भरता, मानसिक विश्राम, गुप्त शत्रु, और बड़े खर्चों का प्रतीक होता है। जब राहु इस भाव में आता है, तो यह जातक को दूरदर्शिता, आत्ममंथन, और मानसिक जटिलताओं से गुजरने के लिए प्रेरित करता है।

शुभ प्रभाव

  • यदि आप विदेश यात्रा के लिए सोच रहे थे, तो यह समय यात्रा के अवसर ला सकता है।
  • आपकी मेहनत या निवेश से जुड़े कुछ अवसर अप्रत्याशित रूप से अच्छे परिणाम दे सकते हैं।
  • आत्मा, ध्यान, योग या तंत्र-मंत्र से जुड़ी गतिविधियाँ आपके जीवन को गहरे अर्थ से भर सकती हैं।
  • मानसिक तनाव कम होगा और आप अपने विचारों को संयमित रखने में सक्षम होंगे।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • राहु के प्रभाव से मानसिक शांति में कमी आ सकती है। नींद में कमी या रात के समय चिंता हो सकती है।
  • अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं, खासकर विदेशी यात्रा या चिकित्सा खर्च में।
  • आपके खिलाफ किसी की चालाकी हो सकती है, इसलिए ध्यान रखें कि किससे और कब भरोसा करना चाहिए।
  • काम में और जीवन में संतुलन खोने की संभावना है, जिससे व्यक्तिगत जीवन और कार्यक्षेत्र में परेशानी हो सकती है।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” – प्रतिदिन 108 बार।
  • गाय, कुत्ता या किसी गरीब को भोजन दें, खासकर शनिवार और बुधवार को।
  • अवधूत बाबा या ध्यान गुरु की उपासना करें — मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग।
  • अनावश्यक खर्चों से बचें, खासकर ऐसे खर्च जो केवल दिखावे के लिए किए जाएं।

राहु गोचर 2025 कुंभ राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 कुंभ राशि (Aquarius ♒) के जातकों के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन और आत्मविकास का समय होगा। 18 मई 2025 से राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो कुंभ राशि के लिए लगभग पहले भाव (1st House) में रहेगा। पहला भाव आत्म, व्यक्तित्व, शारीरिक स्थिति और जीवन की दिशा का प्रतिनिधित्व करता है। राहु का यहाँ आना आपकी पहचान, व्यक्तिगत जीवन और जीवन के उद्देश्यों को प्रभावित करेगा। जब राहु पहले भाव में आता है, तो वह आपके व्यक्तित्व, आत्म-संवेदन और जीवन के उद्देश्य को पूरी तरह से प्रभावित करता है। यह गोचर आपको नई पहचान, आकर्षण और गहरे मानसिक बदलावों की ओर प्रवृत्त करता है।

शुभ प्रभाव

  • राहु के प्रभाव से आप अपनी पहचान में परिवर्तन महसूस करेंगे और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आप अपनी ताकत और कमजोरियों को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
  • आप अपने परिवार और दोस्तों के बीच प्रतिष्ठा हासिल कर सकते हैं। समाज में आपका प्रभाव बढ़ सकता है।
  • आपके जीवन में नए अवसर और संभावनाएँ आ सकती हैं, जैसे नया करियर विकल्प या जीवन में कोई महत्वपूर्ण मोड़।
  • आपका व्यक्तित्व और शारीरिक रूप आकर्षक होगा, जो आपको नए रिश्तों और अवसरों के लिए आकर्षित करेगा।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • राहु का प्रभाव कभी-कभी आत्मविश्वास को अहंकार में बदल सकता है। यह आपके रिश्तों को नुकसान पहुँचा सकता है।
  • आप अपनी मानसिक स्थिति और कार्यों को लेकर अनिश्चित हो सकते हैं। जीवन में दिशा का अभाव महसूस हो सकता है।
  • शारीरिक थकान, अत्यधिक तनाव या मानसिक परेशानियाँ हो सकती हैं। खासकर सिर, आँखों या हृदय से जुड़ी समस्याएँ हो सकती हैं।
  • आपकी पहचान, उद्देश्य या लक्ष्यों को लेकर भ्रम या संघर्ष हो सकता है। आपको अपने निर्णयों को सोच-समझ कर लेना होगा।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” – प्रतिदिन 108 बार।
  • संगठनों या समाज में सेवा कार्य करें, समाज में अपनी स्थिति और आत्मिक संतुलन को बेहतर बनाए रखें।
  • प्राकृतिक आहार का सेवन करें और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
  • ध्यान और योग के माध्यम से मानसिक शांति प्राप्त करें – यह राहु के प्रभाव को शांत कर सकता है।

राहु गोचर 2025 मीन राशि पर प्रभाव

राहु गोचर 2025 मीन राशि (Pisces ♓) के जातकों के लिए महत्वपूर्ण समय रहेगा। 18 मई 2025 से राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो मीन राशि के लिए द्वादश भाव (12th House) में स्थित होगा। द्वादश भाव गुप्त जीवन, मानसिक शांति, विदेशी यात्रा, और खर्च का प्रतिनिधित्व करता है, जिससे राहु का प्रभाव मीन राशि पर मानसिक, आध्यात्मिक और वित्तीय मामलों में बदलाव लाएगा। द्वादश भाव आत्मनिरीक्षण, मानसिक स्थिति, गुप्त शत्रु, और दूरस्थ स्थानों से संबंधित होता है। राहु का यहाँ गोचर आपको गहरे मानसिक और आध्यात्मिक परिवर्तन की ओर ले जाएगा, साथ ही अनावश्यक खर्चों, मानसिक तनाव और गुप्त शत्रुओं से भी सावधान रहने की आवश्यकता होगी।

शुभ प्रभाव

  • राहु के द्वादश भाव में होने से आप आत्ममंथन, ध्यान, योग और आध्यात्मिक विषयों में गहरी रुचि ले सकते हैं। यह समय मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए उपयुक्त रहेगा।
  • विदेश यात्रा या विदेशी संबंधों से जुड़े अवसर मिल सकते हैं। यदि आप विदेश में काम करने की योजना बना रहे हैं, तो राहु इसमें सहायक हो सकता है।
  • यदि आप गुप्त कार्यों, शोध या अन्य व्यक्तिगत कार्यों में लगे हैं, तो राहु आपको इसमें सफलता दिला सकता है।
  • मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास बढ़ सकता है, जिससे आप जीवन के गहरे सवालों का हल ढूंढ सकते हैं।

नकारात्मक प्रभाव/सावधानियां

  • राहु के द्वादश भाव में होने से मानसिक दबाव और चिंता बढ़ सकती है। अवसाद या गहरे मानसिक संघर्ष हो सकते हैं, इसलिए मानसिक शांति बनाए रखना जरूरी होगा।
  • अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है, खासकर विदेश यात्रा, चिकित्सा खर्च, या अनियंत्रित खर्चों के कारण।
  • किसी से गुप्त दुश्मनी या धोखा मिल सकता है। आपको अपने कार्यों और रिश्तों में सतर्क रहना होगा।
  • आध्यात्मिक मामलों में भ्रम या गलत मार्गदर्शन का खतरा हो सकता है, जिससे आपको विचारशील रहना होगा कि किससे मार्गदर्शन ले रहे हैं।

उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” – प्रतिदिन 108 बार।
  • शरीर और मानसिक स्थिति को ठीक रखने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
  • अवधूत बाबा या ध्यान गुरु की उपासना करें — मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग।
  • विदेश यात्रा या अन्य बड़े खर्चों से पहले सोच-समझ कर निर्णय लें।
  • गुप्त शत्रुओं से बचने के लिए सतर्क रहें, और किसी पर अधिक विश्वास न करें।

राहु गोचर के लिए सामान्य उपाय

  • राहु बीज मंत्र का जाप करें: "ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः"।
  • शनिवार को काले तिल का दान करें।
  • काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
  • भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।
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Published by Sri Mandir·May 13, 2025

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