क्या आप चाहते हैं शिवजी की कृपा सदैव बनी रहे? जानिए नर्मदेश्वर शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली वस्तुएं और उनका आध्यात्मिक लाभ व सही पूजन विधि।
नर्मदेश्वर शिवलिंग पर विशेष सामग्री चढ़ाने से शिवजी जल्दी प्रसन्न होते हैं। यह शिवलिंग स्वयंभू और दिव्य ऊर्जा से युक्त माना जाता है। इसकी पूजा में खास चीजें चढ़ाने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है। जानिए कौन-कौन सी सामग्री चढ़ाना शुभ और फलदायी होता है।
हिंदू धर्म में भगवान शिव को सर्वाधिक पूजनीय देवता माना गया है। उनके पूजन में शिवलिंग का विशेष महत्व है। विशेषकर ‘नर्मदेश्वर शिवलिंग’ को अत्यंत पवित्र और चमत्कारी माना गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये शिवलिंग प्राकृतिक रूप से नर्मदा नदी के जल से निर्मित होते हैं। मान्यता है कि नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा से सभी पापों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन शिवलिंग पूजन के समय कुछ विशेष नियमों और वस्तुओं का ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है। आइए जानते हैं कि नर्मदेश्वर शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए और किन चीजों को भूलकर भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
नर्मदा का जल या शुद्ध जल: शिवलिंग पूजन की शुरुआत शुद्ध जल से अभिषेक करने से होती है। यदि संभव हो तो नर्मदा नदी का जल नर्मदेश्वर शिवलिंग पर चढ़ाना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। कहा जाता है कि इससे जातक की शारीरिक और मानसिक शुद्धि का प्रतीक है।
गाय का कच्चा दूध: नर्मदेश्वर शिवलिंग पर कच्चा, शुद्ध गाय का दूध अर्पित करना अत्यंत शुभ होता है। ये भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इससे भक्त को मानसिक शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
बेलपत्र: बिल्वपत्र शिव पूजन का अत्यंत आवश्यक भाग है। त्रिपत्रीय बेलपत्र को उल्टा न रखते हुए शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि बिल्वपत्र अर्पण से भगवान शिव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
भस्म: शिव जी को भस्म अत्यंत प्रिय है। इसलिए नर्मदेश्वर शिवलिंग पर भस्म चढ़ाना चाहिए। यह जातक को सांसारिक माया से मुक्ति व आध्यात्मिक शांति मिलती है।
शहद और गंगाजल: शिवलिंग पर शहद चढ़ाने से वाणी में मिठास आती है और गंगाजल से अभिषेक करने पर पापों का नाश होता है। यह दोनों सामग्री पूजा में विशेष प्रभाव डालती हैं।
सफेद फूल: भगवान शिव को सफेद रंग के फूल अत्यंत प्रिय होते हैं। खासकर आंकड़े (मदार) के फूल अर्पित करने से व्यक्ति को रोगमुक्ति और शत्रु बाधा से रक्षा प्राप्त होती है।
धतूरा और भांग: नर्मदेश्वर शिवलिंग पर धतूरा और भांग अर्पित करना विशेष शुभ माना गया है। ये दोनों वस्तुएं शिवजी को प्रिय हैं और नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करती हैं।
चंदन और कपूर: चंदन का लेप शिवलिंग पर करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। कपूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध होता है।
अक्षत: शिवलिंग पर चढ़ाए गए बिना टूटे हुए चावल यानी अक्षत समर्पण और श्रद्धा का प्रतीक माने जाते हैं। इसे शुद्ध जल से धोकर अर्पित करना चाहिए।
फल और मिठाई: शिवजी को ताजे फल जैसे बेल, नारियल, केले आदि अर्पित किए जा सकते हैं। इसके साथ ही आप घर पर बना मिष्ठान भी चढ़ा सकते हैं।
तुलसी दल: शिव पूजन में तुलसी निषेध है क्योंकि यह भगवान विष्णु की प्रिय मानी जाती है।
केतकी का फूल: ये फूल शिव जी को अप्रिय है, इसलिए इसे अर्पित न करें।
टूटी-फूटी सामग्री: शिवलिंग पर कभी भी खंडित या पुरानी वस्तुएं न चढ़ाएं।
नमक, तेल, हल्दी: ये सामग्री शिव पूजा में वर्जित मानी गई हैं।
नर्मदेश्वर शिवलिंग पर शास्त्रों में वर्णित इन वस्तुओं को श्रद्धा और विधिपूर्वक अर्पित करने से जातक को अपार पुण्य की प्राप्ति होती है। जीवन के कष्ट दूर होते हैं, साथ ही शांति, समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है। अतः शिव भक्तों को चाहिए कि वे नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा में उनकी प्रिय वस्तुएं ही अर्पित करें।
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