लोहा किस दिन खरीदना चाहिए और किस दिन नहीं
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लोहा किस दिन खरीदना चाहिए और किस दिन नहीं

ज्योतिष के अनुसार लोहा एक मजबूत और प्रभावशाली धातु है, जिससे ग्रहों पर असर पड़ सकता है। जानिए किस दिन लोहा खरीदना शुभ होता है और किन दिनों में इससे परहेज करना चाहिए।

लोहा किस दिन खरीदना चाहिए, इसके बारे में

वास्तु शास्त्र के अनुसार, लोहे की वस्तुएं शनिवार को खरीदना शुभ माना जाता है। यह शनि देव से जुड़ा होता है और इस दिन की गई खरीदारी से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। आइये जानते हैं इसके बारे में...

लोहा किस दिन खरीदना चाहिए

भारतीय संस्कृति में धातुओं का विशेष महत्व है। सोना चांदी, तांबा, लोहा आदि न सिर्फ धातु के रूप में प्रयोग किए जाते हैं, बल्कि इनमें आध्यात्मिक और ज्योतिषीय गुण भी होते हैं। इनमें से लोहा एक ऐसी धातु है जिसका उपयोग हमारे दैनिक जीवन में बड़े पैमाने पर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की लोहा खरीदने का भी एक शुभ और अशुभ समय होता है। वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ खास दिनों में लोहा खरीदना लाभकारी होता है, जबकि कुछ दिनों में इसकी ख़रीददारी करना अशुभ हो सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि लोहा किस दिन खरीदना चाहिए और किस दिन नहीं। साथ ही इससे जुड़ी सावधानियां के बारे में भी चर्चा करेंगे।

लोहा का महत्व

शास्त्रों के अनुसार लोहा शनि ग्रह से का प्रतीक होता है। शनि को कर्म, अनुशासन, न्याय और धीमा, लेकिन स्थाई परिणाम का कारक माना जाता है। इसलिए लोहा शनि से संबंधित वस्तुओं में गिना जाता है, और इसे जीवन में स्थाई तो मजबूती और संरचना देने वाली वस्तु माना गया है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार लोहा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने की शक्ति रखता है। अतः इसका प्रयोग सीमित और सोच समझकर करना चाहिए। इसके अलावा भवन निर्माण में लोहे का संतुलित उपयोग शुभ माना गया है, लेकिन इसकी अधिकता से घर में मानसिक अशांति और कलह हो सकती है। बता दें कि जिन घरों में वास्तु दोष हो, वहां लोहे की कील या लोहे का रॉड ठीक दिशा में लगाने से दोष में कमी आती है।

लोहा खरीदने के लिए कौन सा दिन शुभ होता है?

लोहा खरीदने के लिए कुछ दिन और तिथियां विशेष शुभ मानी जाती हैं। मान्यता है कि इस दिन ये धातु खरीदने से शनि का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में स्थिरता आती है।

रविवार व गुरुवार का दिन

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोना खरीदने के लिए रविवार और गुरुवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इन दिनों सोना खरीदने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है। इससे घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है।

अमावस्या तिथि

अमावस्या तिथि को शनि संबंधित उपाय करने से विशेष लाभ होता है। यदि शनिवार और अमावस्या एक साथ आ जाए तो उसे दिन लोहा खरीदना विशेष शुभ माना जाता है।

पुष्य नक्षत्र या रोहिणी नक्षत्र

पुष्य नक्षत्र या रोहिणी नक्षत्र नक्षत्र खरीदारी के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं। इन दिनों कोई भी वस्तु खरीदना भविष्य में लाभदायक होता है। विशेष कर जब यह नक्षत्र शनिवार को पड़े, तो इस दिन लोहा खरीदना शुभ होता है।

शनि जयंती या धनतेरस

शनि जयंती पर भी लोहे की खरीदारी करने का विशेष महत्व है। धनतेरस को वैसे तो सोना-चांदी की खरीदारी के लिए शुभ दिन माना जाता है, लेकिन कुछ लोग इस दिन भी लोहे की वस्तुएं खरीदते हैं, खासकर जो लोग निर्माण कार्य से जुड़े हुए होते हैं।

लोहा किस दिन ना खरीदें?

लोहा खरीदने के लिए कुछ दिन या तिथियां निषेध भी मानी जाती हैं, जिन पर इसका खरीदना हानिकारक या अशुभ या परिणाम दे सकता है।

मंगलवार

मंगलवार का संबंध मंगल ग्रह से होता है, जो अग्नि तत्व के प्रतिनिधि हैं, और क्रोध, संघर्ष व युद्ध के कारक माने जाते हैं। क्योंकि लोहा भारी और स्थल धातु है, इसलिए इसका मंगल ग्रह के साथ टकराव हो सकता है। ऐसे इस दिन लोहा खरीदने से झगड़ा दुर्घटनाएं या मानसिक तनाव की संभावना हो सकती है।

शनिवार

शनिवार को लोहे की खरीदारी से बचना चाहिए, क्योंकि लोहे को शनिदेव का प्रतीक माना गया है। मान्यता है कि इस दिन लोहा खरीदने से शनिदेव की कुदृष्टि पड़ सकती है, जिससे जीवन में बाधाएं और कष्ट बढ़ सकते हैं। हालांकि, शनिवार को लोहे की वस्तु का दान करना अत्यंत शुभ फलदायक माना जाता है। इससे व्यापार में लाभ की संभावना बढ़ती है और वाहन संबंधी दुर्घटनाओं से भी रक्षा होती है।

एकादशी और पूर्णिमा

एकादशी और पूर्णिमा तिथियां धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से पवित्र मानी जाती हैं। इस दिन कोई भी भारी या नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी वस्तु जैसे लोहा, कोयला, कांच आदि की खरीददारी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता आ सकती है।

जन्मदिन पर

अपने जन्मदिन या परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन पर लोहा खरीदने से शनि का प्रभाव कुंडली में बढ़ सकता है, जिससे उस व्यक्ति के जीवन में रुकावटें या शारीरिक समस्याएं आ सकती हैं।

लोहा ख़रीदते समय विशेष सावधानियां

  • पुराना या टूटा लोहा ना खरीदें। इससे नकारात्मक ऊर्जा जीवन में प्रवेश कर सकती है।
  • उधार में लोहा ना खरीदें, यह आर्थिक नुकसान या स्थाई ऋण का कारण बन सकता है।
  • लोहे की वस्तु घर के मुख्य द्वार पर ना रखें, यह घर में तनाव और कलह बढ़ा सकती है।
  • लोहा खरीद कर यदि गौशाला या मंदिर के किसी कार्य के लिए दान किया जाए, तो इसका विशेष सकारात्मक प्रभाव होता है।
  • लोहे की वस्तु खरीदने के बाद यदि संभव हो तो उसे कुछ समय के लिए काले कपड़े में लपेट कर रखें। इससे शनि दोष को शांत होता है।

लोहा हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा है, लेकिन वास्तु शास्त्र में इसे मात्र धातु नहीं, बल्कि ऊर्जा और ग्रहों से जुड़ा तत्व माना जाता है। यदि सही दिन और सही भावना से लोहा ख़रीदा जाए, तो यह जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। वहीं गलत दिन पर लोहा खरीदना मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। अतः शनि से संबंधित नियमों और शुभ- अशुभ दिनों का ध्यान रखते हुए ही लोहा खरीदें।

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Published by Sri Mandir·July 1, 2025

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