सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर, प्रयागराज
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सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर, प्रयागराज | Someshwar Mahadev Mandir Prayagraj

भगवान शिव को समर्पित यह प्राचीन मंदिर प्रयागराज के प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। महाशिवरात्रि और सावन माह में यहाँ भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर के बारे में

सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर प्रयागराज का एक प्राचीन और पवित्र मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। मान्यता है कि यहाँ श्रद्धा से पूजा करने पर मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर, प्रयागराज का इतिहास (Someshwar Mahadev Mandir Prayagraj)

सोमेश्वर नाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में यमुना तट पर स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। इसे संगमनगरी के सबसे पुराने और पौराणिक मंदिरों में गिना जाता है। मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना स्वयं चंद्रमा देव ने भगवान शिव के निर्देश पर की थी। चंद्रदेव को यहीं कुष्ठरोग से मुक्ति मिली थी, इसलिए यहां आने वाले श्रद्धालु निरोगी जीवन की कामना के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं।

हजारों वर्ष पूर्व, सोमेश्वर नाथ मंदिर की स्थापना यमुना के किनारे घने वनों और जंगलों के बीच हुई थी। पौराणिक कथा के अनुसार, राजा दक्ष प्रजापति के श्राप से चंद्रमा छय रोग से ग्रसित हो गए थे। इस श्राप से मुक्ति पाने के लिए चंद्रमा ने भगवान शिव की आराधना की और एक ज्योतिर्लिंग की स्थापना की। भगवान शिव ने प्रसन्न होकर चंद्रदेव को रोग से मुक्ति दी। इस घटना की स्मृति में यह मंदिर आज भी "सोमेश्वर" (सोम = चंद्र, ईश्वर = शिव) नाम से प्रसिद्ध है।

सोमेश्वर महादेव मंदिर, का महत्व एवं वास्तुकला

मंदिर में स्थित चंद्र कुंड में जो श्रद्धालु एक माह तक स्नान करता है और नियमित भगवान शिव की पूजा करता है, उसे रोगों से मुक्ति मिलने की मान्यता है। यह भी कहा जाता है कि मंदिर के ऊपर स्थित त्रिशूल, पूर्णिमा और अमावस्या के दिन चंद्रमा की दिशा के अनुसार अपनी दिशा बदल देता है, जो एक चमत्कारी घटना मानी जाती है। यह मंदिर रोग निवारण, विशेषकर त्वचा और क्षय रोगों से मुक्ति, के लिए प्रसिद्ध है।

मंदिर की वास्तुकला

  • सोमेश्वर नाथ मंदिर नागर शैली में निर्मित है।
  • मंदिर के शीर्ष पर एक विशाल शिखर और गुंबद स्थित है।
  • गर्भगृह में भगवान शिव का शिवलिंग संगमरमर से बने चबूतरे पर प्रतिष्ठित है।
  • मंदिर का गर्भगृह अपेक्षाकृत छोटा है, लेकिन अत्यंत शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण से परिपूर्ण है।
  • मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही सीढ़ियां मंदिर तक ले जाती हैं।
  • मंदिर परिसर में एक चंद्र कुंड भी स्थित है, जिसका धार्मिक और औषधीय महत्व है।
  • मंदिर के शिखर पर छत्र और त्रिशूल स्थित हैं, जो चंद्रमा की गति के अनुसार दिशा परिवर्तन करते हैं, जो इस मंदिर को विशेष बनाता है।

सोमेश्वर महादेव मंदिर, प्रयागराज का समय

  • मंदिर खुलने का समय: 06:00 AM - 08:00 PM

मंदिर का प्रसाद

श्रद्धालु भगवान शिव को फल, ड्राई फ्रूट्स, लड्डू, पेड़े आदि का भोग लगाते हैं। इसके अतिरिक्त, भांग, धतूरा, बेलपत्र और दूध भी अर्पित किए जाते हैं, जो भगवान भोलेनाथ के प्रिय माने जाते हैं।

सोमेश्वर महादेव मंदिर, प्रयागराज कैसे पहुँचे?

हवाई मार्ग

  • निकटतम हवाई अड्डा: बमरौली हवाई अड्डा, प्रयागराज

  • दूरी: लगभग 17 किलोमीटर

  • पहुँचने के साधन: ऑटो, बस और निजी वाहन आसानी से उपलब्ध हैं।

रेल मार्ग

  • निकटतम रेलवे स्टेशन: प्रयागराज जंक्शन

  • दूरी: लगभग 12 किलोमीटर

  • स्टेशन से मंदिर तक पहुँचने के लिए बस या ऑटो की सुविधा उपलब्ध है।

सड़क मार्ग

  • उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों से प्रयागराज के लिए राज्य परिवहन निगम की नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।

  • कई निजी बस सेवाएं और टैक्सी भी प्रयागराज के लिए उपलब्ध हैं।

  • श्रद्धालु कार या बाइक से भी मंदिर तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

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Published by Sri Mandir·December 1, 2025

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