क्या आप भी जीवन की कठिनाइयों, निर्णय में भ्रम या व्यापारिक हानि से परेशान हैं? बुद्ध स्तुति से पाएं बुध ग्रह का आशीर्वाद – जानिए इसका पाठ और चमत्कारी लाभ।
बुधवार का दिन बुध ग्रह को माना जाता है। हमारे ज्योतिष शास्त्र में हफ्ते के हर दिन का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है। बुधवार के दिन बुध देव की पूजा की जाती है, जिन्हें देवताओं का राजकुमार कहा जाता है। बुध ग्रह को बोलने की ताकत, समझदारी और अच्छे व्यवहार का ग्रह माना गया है।
बुध ग्रह को ज्योतिष में बोलने की शक्ति, बातचीत और बुद्धि का ग्रह माना जाता है। अगर कुंडली में बुध से जुड़ी कोई परेशानी हो, तो बुधवार के दिन कुछ खास उपाय करके उसे ठीक किया जा सकता है। इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनने से बुध ग्रह का असर अच्छा होता है और आपकी बोलने व समझाने की ताकत बढ़ती है। इससे पढ़ाई और व्यापार में फायदा होता है। जिन लोगों की कुंडली में बुध दोष हो, उन्हें बुधवार के दिन बुध स्तोत्र का पाठ ज़रूर करना चाहिए।
पीताम्बर: पीतवपुः किरीटश्र्वतुर्भजो देवदु: खपहर्ता।
धर्मस्य धृक् सोमसुत: सदा मे सिंहाधिरुढो वरदो बुधश्र्व ।।1।।
प्रियंगुकनकश्यामं रुपेणाप्रतिमं बुधम्।
सौम्यं सौम्य गुणोपेतं नमामि शशिनंदनम ।।2।।
सोमसूनुर्बुधश्चैव सौम्य: सौम्यगुणान्वित:।
सदा शान्त: सदा क्षेमो नमामि शशिनन्दनम् ।।3।।
उत्पातरूप: जगतां चन्द्रपुत्रो महाधुति:।
सूर्यप्रियकारी विद्वान् पीडां हरतु मे बुध: ।।4।।
शिरीष पुष्पसडंकाश: कपिशीलो युवा पुन:।
सोमपुत्रो बुधश्र्वैव सदा शान्ति प्रयच्छतु ।।5।।
श्याम: शिरालश्र्व कलाविधिज्ञ: कौतूहली कोमलवाग्विलासी ।
रजोधिकोमध्यमरूपधृक्स्यादाताम्रनेत्रीद्विजराजपुत्र: ।।6।।
अहो चन्द्र्सुत श्रीमन् मागधर्मासमुद्रव:।
अत्रिगोत्रश्र्वतुर्बाहु: खड्गखेटक धारक: ।।7।।
गदाधरो न्रसिंहस्थ: स्वर्णनाभसमन्वित:।
केतकीद्रुमपत्राभ इंद्रविष्णुपूजित: ।।8।।
ज्ञेयो बुध: पण्डितश्र्व रोहिणेयश्र्व सोमज:।
कुमारो राजपुत्रश्र्व शैशेव: शशिनन्दन: ।।9।।
गुरुपुत्रश्र्व तारेयो विबुधो बोधनस्तथा।
सौम्य: सौम्यगुणोपेतो रत्नदानफलप्रद: ।।10।।
एतानि बुध नमामि प्रात: काले पठेन्नर:।
बुद्धिर्विव्रद्वितांयाति बुधपीड़ा न जायते ।।11।।
बुधवार सबसे शुभ दिन माना जाता है। सुबह जल्दी उठकर इस पूजा को किया जाना चाहिए।
सुबह जल्दी उठकर नहाएं और साफ-सुथरे कपड़े पहनें । हर रंग पहनना शुभ माना जाता है। साथ ही पूजा करने की जगह साफ रखें और वहाँ हरा कपड़ा बिछा सकते हैं।
दीपक, अगरबत्ती, हरे फूल, तुलसी के पत्ते, फल, थोड़ा जल और गाय का घी। अगर संभव हो तो बुध देव की तस्वीर या मूर्ति रखें।
हाथ में जल लेकर मन में ये अपनी प्रार्थना कहें और ईश्वर को धन्यवाद कहें।
बुध ग्रह को ज्योतिष में ज्ञान, तर्क और बुद्धि का स्वामी माना गया है। बुध स्तुति का पाठ करने से बुद्धि तेज होती है, सोचने की क्षमता बढ़ती है और सही निर्णय लेने में मदद मिलती है।
बुध ग्रह हमारी वाणी और बोलचाल को नियंत्रित करता है। स्तुति करने से बातचीत में निखार आता है, गुस्सा या कड़वाहट कम होती है और शब्दों में मधुरता आती है। इससे परिवार, दोस्त और कार्यस्थल पर रिश्ते मजबूत बनते हैं।
छात्रों के लिए बुध स्तुति बहुत फायदेमंद होती है। यह मन को एकाग्र करती है और पढ़ाई में ध्यान लगाने में मदद करती है। याद करने की शक्ति भी बढ़ती है, जिससे परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन होता है।
बुध ग्रह व्यापार, बुद्धि और सोचने-समझने की क्षमता से जुड़ा हुआ है। बुध स्तुति करने से करियर में उन्नति होती है, बातचीत से समझौते और सौदे अच्छे होते हैं। बिजनेस करने वालों को लाभ होता है और नौकरी में तरक्की होती है।
जो लोग बोलने या क्रिएटिव फील्ड से होते हैं, जैसे शिक्षक, वकील, नेता, लेखक या पत्रकार उनके लिए यह स्तुति बहुत लाभकारी है। यह उनकी भाषा शैली, तर्क शक्ति और प्रभाव बढ़ाती है
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